हैदराबाद: तेलंगाना के हैदराबाद में निज़ाम ज्वेलरी को आरबीआई के अधीन शहर में लाने की मांग जोर पकड़ रही है. केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी ने दो साल पहले घोषणा की थी कि अगर राज्य सरकार बिल्डिंग और सुरक्षा की व्यवस्था कर दे तो इसे लाने में कोई दिक्कत नहीं होगी. इसकी बिल्डिंग या सालारजंग म्यूजियम में अलग से प्रदर्शनी लगाने की मांग भी उठ रही है.
आपको बता दें कि अब तक सिर्फ दो बार (2001 और 2006 में) निज़ाम के आभूषणों की हैदराबाद में प्रदर्शनी लगी है. 218 करोड़ रुपये में खरीदा गया, दुनिया के छठे सबसे अमीर शख्स रहे निज़ाम के पास अकूत संपत्ति थी. इनकी कुल कीमत 11,80,000 करोड़ रुपए आंकी गई है.
जानकारी के लिए बता दें कि सातवें निजाम उस्मान अली खान का 1967 में 80 साल की उम्र में निधन हो गया था. तब तक वे सबसे अमीर भारतीयों में से एक थे. फिलहाल निजाम ज्वेलरी केंद्र सरकार के नियंत्रण में है. 1995 में केंद्र ने इन्हें 218 करोड़ रुपए में खरीदा था, जोकि बहुत खास हैं.
हीरे के आभूषण और चांदी की 173 तरह की वस्तुएं हैं. मुकुट आभूषण, हार, झुमके, बाजूबंद, चूड़ियां, घंटियां, बटन, कफ़लिंक, पायल, घड़ी की चेन, अंगूठी, मोती, माला, मूंगा आदि. सात तार वाला बसरा मोती सतलाडा कहलाता है।.
इसमें 465 मोती जड़े हुए हैं. 184.7 कैरेट वजनी दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा जैकब हीरा सबसे कीमती वस्तुओं में से एक है. इन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच दिल्ली के राष्ट्रीय संग्रहालय में प्रदर्शित किया जा रहा है.