पटना: बिहार लोकसभा चुनाव के समर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एंट्री हो चुकी है, लेकिन बिहार में दो चरण के बाद बिहार में तमाम बड़े नेताओं के पहले डिमांड बन गये हैं. यहां तक की कई कार्यक्रम हो रहे हैं. सबसे अधिक डिमांड नरेंद्र मोदी की है तो प्रत्याशी योगी आदित्यनाथ को भी चाहते हैं.
बिहार के 11 सीट पर योगी का ज्यादा प्रभाव: बिहार के 11 लोकसभा सीट ऐसे हैं जहां योगी आदित्यनाथ को प्रभावी माना जा रहा है. तमाम लोकसभा क्षेत्र पूर्वांचल की सीमा से लगते हैं और उन इलाकों में योगी आदित्यनाथ का अच्छा खासा प्रभाव है. उसी का असर है कि बिहार में भी लोकसभा चुनाव के दौरान योगी मॉडल की चर्चा होने लगी है.
"सीएम योगी आदित्यनाथ देश के बड़े नेताओं में शुमार हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद प्रत्याशी योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम चाहते हैं. योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में सुशासन स्थापित किया है. उसका असर बिहार के इलाकों में भी हैं. बिहार के लोग उन्हें सुनना चाहते हैं. खासकर शिवहर, दरभंगा, बक्सर और सासाराम में खासा प्रभाव है."- संतोष पाठक, प्रदेश उपाध्यक्ष, बीजेपी
भगवा पताका फहराने के लिए करेंगे सभा: पार्टी की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार योगी आदित्यनाथ पूर्वांचल और यूपी से सटे करीब 11 लोकसभा सीट में भी भगवा पताका फहराने के लिए प्रचार कर सकते हैं. ऐसे में यहां मोदी के बाद योगी की डिमांड कैंडिडेट की पहली पसंद बन गई है.
"योगी मॉडल की चर्चा देश और दुनिया में है. बिहार में योगी का काफी प्रभाव है. लोग योगी को सुनना चाहते हैं. योगी आदित्यनाथ देश के चर्चित नेताओं में गिने जाते हैं. बिहार चुनाव में भी उनकी भूमिका अहम है. पूर्वांचल और सीमांचल के इलाकों में योगी आदित्यनाथ की ज्यादा से ज्यादा सभाएं होगी ताकि वहां एनडीए और मजबूत हो."- प्रेम रंजन पटेल,प्रवक्ता, बीजेपी
यूपी सीएम के बिहार में होंगे 10 कार्यक्रम: बिहार के पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, बक्सर, सारण, रोहतास, कैमूर, आरी, सिवान, लोकसभा क्षेत्र से योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम के लिए डिमांड लगातार प्रदेश नेतृत्व के पास पहुंच रही है. अपने लोकसभा क्षेत्र में तीन कार्यक्रम प्रत्याशी चाहते हैं, लेकिन तमाम लोकसभा क्षेत्र में एक या दो कार्यक्रम योगी आदित्यनाथ की लगाने की तैयारी है. इन इलाकों में कम से कम 10 कार्यक्रम योगी आदित्यनाथ के लगेंगे.
"अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में चुनाव हो चुके हैं. अब बीजेपी हिंदू कार्ड खेलना चाहेगी. योगी आदित्यनाथ के जरिए पार्टी हिंदू वोटरों को एकजुट करने की कोशिश में है. ऐसे में योगी आदित्यनाथ पूर्वांचल और यूपी से सटे इलाकों में प्रभावी हो सकते हैं. योगी मॉडल के जरिए भी भाजपा वोटरों को एकजुट करने की कोशिश करेगी." -डॉक्टर संजय कुमार, राजनीतिक विश्लेषक
औरंगाबाद और नवादा में योगी दहाड़े लोकसभा चुनाव के मद्देनजर योगी आदित्यनाथ अब तक महाराष्ट्र, जम्मू, उत्तराखंड, राजस्थान, बिहार और छत्तीसगढ़ में भी रैली कर चुके हैं. बिहार के दो चरण के चुनाव समाप्त होने के बाद योगी की दस सभी बिहार में होने का संभावना जताई जा रही है. योगी आदित्यनाथ ने पहले चरण में औरंगाबाद और नवादा में सभा कर चुके हैं. यहां योगी ने राजद पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि राजद बिहार के लालटेन युग में ले जाना चाहते हैं.
लालू के परिवार को यूपी में नकार दिया है: बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने औरंगाबाद में एनडीए प्रत्याशी सुशील सिंह के पक्ष में चुनाव प्रचार किया. इस दौरान उन्होंने आरजेडी पर हमला करते हुए कहा कि बिहार के अंदर लालू जी के परिवार को ही सीटें कम पड़ गयी हैं. लालू यादव सिर्फ परिवार के लिए सोचते हैं. टिकट भी परिवार के लोगों को ही देते हैं. लालू का एक परिवार यूपी में भी लेकिन जनता ने उनलोगों को नकार दिया है.
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