ETV Bharat / bharat

दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज के 100 छात्रों पर निलंबन का खतरा, परीक्षा देने पर भी सस्पेंश

दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. सेंट स्टीफंस कॉलेज ने फर्स्ट ईयर के छात्रों पर कड़ी कार्रवाई की है. कॉलेज ने 100 से अधिक छात्रों को निलंबित कर दिया है. प्रोफेसर ने दावा किया है कि सेंट स्टीफंस कॉलेज ने कथित तौर पर सुबह की सभा में शामिल नहीं होने पर छात्रों पर कार्रवाई की है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Feb 20, 2024, 11:53 AM IST

Updated : Feb 20, 2024, 2:14 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के सेंट स्टीफन कालेज में प्रशासन द्वारा 129 छात्र-छात्राओं को निलंबित करने की चेतावनी देने का मामला सामने आया है. ये सभी छात्र-छात्राएं स्नातक प्रथम वर्ष के हैं. इनको निलंबित करने की चेतावनी जारी करने के पीछे सुबह की प्रार्थना सभा में शामिल न होने को कारण बताया गया है. साथ ही अपने अभिभावकों को कॉलेज में आकर प्राचार्य से मिलने के लिए कहा गया है. अगर छात्र अभिभावकों को लेकर नहीं आते हैं तो उन्हें निलंबित करके परीक्षा से रोक दिया जाएगा.

delhi news
कॉलेज के प्राचार्य का मेल

एक छात्रा से मिली जानकारी के अनुसार 17 फरवरी को 129 छात्र-छात्राओं को कॉलेज के प्राचार्य जॉन वर्गीज की ओर से एक ई मेल मिला, जिसमें बताया गया कि सुबह की प्रार्थना सभा में आपकी उपस्थिति कम होने के कारण आपको अपने माता पिता को कॉलेज लेकर आना है. अगर माता-पिता को कॉलेज लेकर नहीं आते हैं तो आपको दूसरे सेमेस्टर की परीक्षाओं में नहीं बैठने दिया जाएगा. इस ईमेल के बाद सभी छात्राएं परेशान हो गए. सेंट स्टीफन कॉलेज की एक प्रोफेसर ने बताया कि प्राचार्य की ओर से संबंधित कक्षाओं के शिक्षकों से सलाह मशविरा किए बिना ही यह कदम उठाया गया है. इससे पहले भी प्राचार्य ने दो बार मेल के माध्यम से चेतावनी दी थी.

delhi news
कॉलेज के प्राचार्य का मेल

अब छात्रों को कक्षा में प्रवेश देना है या नहीं देना है इसको लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने कहा कि वैसे प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए प्राचार्य की ओर से किसी छात्र के साथ जबरदस्ती नहीं की जा सकती. इसके साथ ही प्रार्थना सभा की कम उपस्थिति के आधार पर बच्चों को परीक्षा में बैठने से रोकना भी गलत है. प्राचार्य के ई मेल के बाद छात्रों और शिक्षकों ने प्राचार्य को पत्र लिखकर निलंबन को वापस लेने की मांग की है.

ये भी पढ़ें : दिल्ली में बोगस जीएसटी चालान बनाकर कर चोरी, LG ने केजरीवाल को लिखा पत्र

हालांकि, कॉलेज प्रशासन का इसको लेकर अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. एक छात्रा ने बताया कि निलंबित कई छात्रों के माता-पिता इस संबंध में प्राचार्य से बातचीत करने के लिए आज कॉलेज पहुंचे हुए हैं. इस मामले को लेकर कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर जॉन वर्गीज को फोन करके और मैसेज के माध्यम से उनका पक्ष जानने जा प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. बता दें कि सेंट स्टीफन कॉलेज में सुबह की प्रार्थना सभा में बाइबिल के चैप्टर और वर्सेज पढ़ाए जाते हैं, जिसके बाद जीसस के गीत होते हैं. यह एक धार्मिक आयोजन होता है, जिसमें शामिल होने के लिए कॉलेज प्रशासन छात्रों पर दबाव नहीं बना सकता है.

ये भी पढ़ें : IRDAI ने बढ़ती अनक्लेम्ड अमाउंट की समस्या के समाधान के लिए नियमों में किया संशोधन

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के सेंट स्टीफन कालेज में प्रशासन द्वारा 129 छात्र-छात्राओं को निलंबित करने की चेतावनी देने का मामला सामने आया है. ये सभी छात्र-छात्राएं स्नातक प्रथम वर्ष के हैं. इनको निलंबित करने की चेतावनी जारी करने के पीछे सुबह की प्रार्थना सभा में शामिल न होने को कारण बताया गया है. साथ ही अपने अभिभावकों को कॉलेज में आकर प्राचार्य से मिलने के लिए कहा गया है. अगर छात्र अभिभावकों को लेकर नहीं आते हैं तो उन्हें निलंबित करके परीक्षा से रोक दिया जाएगा.

delhi news
कॉलेज के प्राचार्य का मेल

एक छात्रा से मिली जानकारी के अनुसार 17 फरवरी को 129 छात्र-छात्राओं को कॉलेज के प्राचार्य जॉन वर्गीज की ओर से एक ई मेल मिला, जिसमें बताया गया कि सुबह की प्रार्थना सभा में आपकी उपस्थिति कम होने के कारण आपको अपने माता पिता को कॉलेज लेकर आना है. अगर माता-पिता को कॉलेज लेकर नहीं आते हैं तो आपको दूसरे सेमेस्टर की परीक्षाओं में नहीं बैठने दिया जाएगा. इस ईमेल के बाद सभी छात्राएं परेशान हो गए. सेंट स्टीफन कॉलेज की एक प्रोफेसर ने बताया कि प्राचार्य की ओर से संबंधित कक्षाओं के शिक्षकों से सलाह मशविरा किए बिना ही यह कदम उठाया गया है. इससे पहले भी प्राचार्य ने दो बार मेल के माध्यम से चेतावनी दी थी.

delhi news
कॉलेज के प्राचार्य का मेल

अब छात्रों को कक्षा में प्रवेश देना है या नहीं देना है इसको लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने कहा कि वैसे प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए प्राचार्य की ओर से किसी छात्र के साथ जबरदस्ती नहीं की जा सकती. इसके साथ ही प्रार्थना सभा की कम उपस्थिति के आधार पर बच्चों को परीक्षा में बैठने से रोकना भी गलत है. प्राचार्य के ई मेल के बाद छात्रों और शिक्षकों ने प्राचार्य को पत्र लिखकर निलंबन को वापस लेने की मांग की है.

ये भी पढ़ें : दिल्ली में बोगस जीएसटी चालान बनाकर कर चोरी, LG ने केजरीवाल को लिखा पत्र

हालांकि, कॉलेज प्रशासन का इसको लेकर अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. एक छात्रा ने बताया कि निलंबित कई छात्रों के माता-पिता इस संबंध में प्राचार्य से बातचीत करने के लिए आज कॉलेज पहुंचे हुए हैं. इस मामले को लेकर कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर जॉन वर्गीज को फोन करके और मैसेज के माध्यम से उनका पक्ष जानने जा प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. बता दें कि सेंट स्टीफन कॉलेज में सुबह की प्रार्थना सभा में बाइबिल के चैप्टर और वर्सेज पढ़ाए जाते हैं, जिसके बाद जीसस के गीत होते हैं. यह एक धार्मिक आयोजन होता है, जिसमें शामिल होने के लिए कॉलेज प्रशासन छात्रों पर दबाव नहीं बना सकता है.

ये भी पढ़ें : IRDAI ने बढ़ती अनक्लेम्ड अमाउंट की समस्या के समाधान के लिए नियमों में किया संशोधन

Last Updated : Feb 20, 2024, 2:14 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.