हल्द्वानी: काठगोदाम थाना क्षेत्र के रहने वाले हल्द्वानी के जाने-माने लोहा व्यापारी के साथ जालसाजों ने धोखाधड़ी कर दी. उनके आधार और पैन कार्ड के साथ-साथ बैंक की सिविल लगाकर एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी से 659,251 रुपए का लोन ले लिया है. यही नहीं जालसाजों ने व्यापारी के आधार और पैन कार्ड के साथ-साथ अन्य दस्तावेज लगाकर अलग-अलग बैंकों में खाता भी खोल दिया है. इससे परेशान व्यापारी ने काठगोदाम पुलिस में मामला दर्ज कराया है. पुलिस ने मामले को साइबर सेल को हस्तांतरित किया है.
पुलिस के मुताबिक काठगोदाम थाना क्षेत्र के रानीबाग निवासी हल्द्वानी के जाने माने लोहा कारोबारी आयुष जैन ने पुलिस में तहरीर देते हुए कहा कि जालसाजों ने उनके पैन कार्ड और आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज का गलत उपयोग कर दिया है. जालसाजों ने एक फाइनेंस कंपनी से 659,251 रुपए का लोन ले लिया है. उन्होंने बताया कि फाइनेंस कंपनी का दिल्ली से उनके पास फोन आया. फोन पर बताया गया कि उनके द्वारा 659,251 रुपए का लोन ले लिया गया है. कुछ महीने से किस्त जमा नहीं हो पा रही है.
व्यापारी ने फाइनेंस कंपनी से कहा कि उसने किसी तरह की कोई लोन नहीं लिया है. अपने नाम पर लोन लिए जाने की बात सुनकर व्यापारी के होश उड़ गए. व्यापारी ने जब अपने आधार कार्ड और पैन कार्ड को अपने इनकम टैक्स वकील के माध्यम से चेक करवाया, तो उसके आधार और पैन कार्ड के साथ-साथ बैंक की सिविल का दुरुपयोग करते हुए तीन बैंकों में अलग-अलग राज्यों में खाता भी खुला हुआ मिला है.
पूरे मामले में व्यापारी ने पुलिस में तहरीर देते हुए जालसाजों के खिलाफ कार्रवाई करने और बैंक लोन और उसके दस्तावेज से खुले बैंक खातों को बंद करने की मांग की है. काठगोदाम थाना प्रभारी विमल मिश्रा का कहना है कि व्यापारी की तहरीर पर मामला दर्ज कर साइबर सेल को दिया गया है. आगे की कार्रवाई साइबर सेल द्वारा की जा रही है.
ये भी पढ़ें:
- साइबर ठगी का नया तरीका 'डिजिटल अरेस्ट', हल्द्वानी का सॉफ्टवेयर इंजीनियर आया झांसे में, लगा एक लाख का चूना
- आयरलैंड की महिला के खाते से साइबर ठग ने उड़ाए 1700 यूरो, CBI की जांच में पता चला उत्तराखंड में है शातिर, तलाश शुरू
- भूल कर भी न दबाएं ये बटन, वरना हो जाएगा बैंक अकाउंट हो जाएगा खाली, अब तक लगा कई लोगों को चूना
- ''मैं मुंबई क्राइम ब्रांच से बोल रहा हूं, आपके पार्सल में ड्रग्स मिली है'', ये बोलकर साइबर ठगों ने ठग लिए चार लाख