अमरावती : आंध्र प्रदेश सीएस जवाहर रेड्डी और डीजीपी हरीश कुमार गुप्ता केंद्रीय चुनाव आयोग के सामने पेश हुए. इन दोनों ने चुनाव और मतदान के बाद राज्य में कई जगहों पर हुई हिंसक घटनाओं के बारे में चुनाव आयोग को स्पष्टीकरण दिया. उनके साथ खुफिया विभाग के प्रमुख कुमार विश्वजीत भी मौजूद थे. ईसीआई ने आंध्र प्रदेश में चुनाव के बाद हुई हिंसा पर जिला कलेक्टर पलनाडु, एसपी तिरुपति का ट्रांसफर करने और विभागीय जांच शुरू करने के आंध्र प्रदेश के प्रस्तावों को मंजूरी दे दी.
चुनाव आयोग ने मचर्ला, नरसारापेटा, चंद्रगिरि और ताड़ीपत्री में हिंसा भड़कने पर गहरा गुस्सा व्यक्त किया. चुनाव आयोग ने कहा कि वे राज्य में छिटपुट हमलों और वाहनों को जलाने जैसी घटनाओं को नियंत्रित क्यों नहीं कर सके. EC ने पूछा कि स्थिति को नियंत्रित किए बिना वे क्या कर रहे हैं और पूछा कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है.
कल जारी किए गए आदेश के बाद गुरुवार को सीएस और डीजीपी दिल्ली में चुनाव आयोग के अधिकारियों के सामने पेश हुए और बताया कि हिंसा की घटनाओं के बाद क्या कदम उठाए गए. सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उनसे करीब 20 से 25 मिनट तक स्पष्टीकरण लिया. खबर है कि चुनाव आयोग ने पालनाडु और ताड़ीपत्री में हुए हमले, चंद्रगिरि में टीडीपी उम्मीदवार पर एक साथ हमले और श्रीकाकुलम से कुरनूल तक लगातार घटनाओं पर अपना गुस्सा जाहिर किया है.
चुनाव आयोग ने राज्य में मतदान के दिन और उसके बाद हुई हिंसा की घटनाओं की जानकारी ली. चुनाव आयोग के अधिकारियों ने इस बात पर नाराजगी जताई है कि पर्याप्त इंतजाम क्यों नहीं किए गए.
पहले से चेतावनी दिए जाने के बावजूद वे कार्रवाई करने में विफल क्यों रहे? बताया गया है कि स्पष्टीकरण मांगा गया है कि उम्मीदवार पर हुए हमले के मामले में उचित कार्रवाई क्यों नहीं की गई.