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फुलाते समय सांस की नली में जाकर फंस गया गुब्बारा, दो साल के बच्चे की मौत

लखीमपुर खीरी में खेलते समय एक बच्चा गुब्बारे को फुलाने (Balloon stuck trachea child Death) की कोशिश कर रहा था. इस दौरान गुब्बारा उसकी सांस की नली में जाकर फंस गया.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 24, 2024, 10:34 AM IST

लखीमपुर खीरी : जिले के खीरी थाना इलाके में सांस की नली में गुब्बारा फंसने से दो साल के बच्चे की मौत हो गई. हादसा उस वक्त हुआ जब बच्चा गुब्बारे से खेल रहा था. गुब्बारे को फुलाने की कोशिश में वह गले में जाकर अटक गया. इससे बच्चे की मौत हो गई. घटना के बाद से परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है.

खीरी कस्बे के मोहल्ला बाजार निवासी रविंद्र का दो साल का बेटा युग मंगलवार को गुब्बारे से खेल रहा था. कुछ देर में गुब्बारा फट गया. इसके बाद युग ने गुब्बारे को जेब में रख लिया. थोड़ी देर बाद उसने गुब्बारे को जेब से निकाल लिया. इसके बाद उसे फुलाने की कोशिश करने लगा. इस दौरान गुब्बारा उसके मुंह में चला गया. इसके बाद सांस की नली में जाकर अटक गया.

सांस लेने में दिक्कत होने वह हांफने लगा. आसपास कुछ लोग मौजूद थे, लेकिन कोई नहीं जान पाया कि उसे क्या हुआ है. परिजन उसे लेकर आनन फानन में निजी अस्पताल पहुंचे. इस दौरान डॉक्टरों ने युग को मृत घोषित कर दिया. जिला अस्पताल में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ आरए खान ने बताया कि रबड़ का होने की वजह से गुब्बारा बच्चे की सांस नली में जाकर चिपक जाता है. इससे सांस अवरोधित हो जाती है. डॉक्टर खान के मुताबिक गले में अगर कुछ भी फंस जाए तो पीठ पर मुक्का मारने या थपकी देने पर बच्चे को खांसी आ जाएगी. इससे झटके में गुब्बारा निकल जाएगा. परिजनों को चहिए कि बिना देर किए नजदीकी डॉक्टर के पास ले जाएं. जहां तक हो सकें बच्चों को गुब्बारा खेलने के लिए न दें.

यह भी पढ़ें : स्वामी प्रसाद मौर्य बोले- यदि प्राण प्रतिष्ठा करने से पत्थर सजीव हो जाता है तो मुर्दा क्यों नहीं चल सकता?

लखीमपुर खीरी : जिले के खीरी थाना इलाके में सांस की नली में गुब्बारा फंसने से दो साल के बच्चे की मौत हो गई. हादसा उस वक्त हुआ जब बच्चा गुब्बारे से खेल रहा था. गुब्बारे को फुलाने की कोशिश में वह गले में जाकर अटक गया. इससे बच्चे की मौत हो गई. घटना के बाद से परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है.

खीरी कस्बे के मोहल्ला बाजार निवासी रविंद्र का दो साल का बेटा युग मंगलवार को गुब्बारे से खेल रहा था. कुछ देर में गुब्बारा फट गया. इसके बाद युग ने गुब्बारे को जेब में रख लिया. थोड़ी देर बाद उसने गुब्बारे को जेब से निकाल लिया. इसके बाद उसे फुलाने की कोशिश करने लगा. इस दौरान गुब्बारा उसके मुंह में चला गया. इसके बाद सांस की नली में जाकर अटक गया.

सांस लेने में दिक्कत होने वह हांफने लगा. आसपास कुछ लोग मौजूद थे, लेकिन कोई नहीं जान पाया कि उसे क्या हुआ है. परिजन उसे लेकर आनन फानन में निजी अस्पताल पहुंचे. इस दौरान डॉक्टरों ने युग को मृत घोषित कर दिया. जिला अस्पताल में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ आरए खान ने बताया कि रबड़ का होने की वजह से गुब्बारा बच्चे की सांस नली में जाकर चिपक जाता है. इससे सांस अवरोधित हो जाती है. डॉक्टर खान के मुताबिक गले में अगर कुछ भी फंस जाए तो पीठ पर मुक्का मारने या थपकी देने पर बच्चे को खांसी आ जाएगी. इससे झटके में गुब्बारा निकल जाएगा. परिजनों को चहिए कि बिना देर किए नजदीकी डॉक्टर के पास ले जाएं. जहां तक हो सकें बच्चों को गुब्बारा खेलने के लिए न दें.

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