नई दिल्ली: कांग्रेस ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) की आलोचना की और सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा लोकतांत्रिक संवाद के पतन पर चिंता भी जताई. इससे पहले बीजेपी नेता तरविंदर सिंह मारवाह ने सार्वजनिक रूप से धमकी दी थी.
मारवाह ने कहा था कि उनका भी वही हश्र होगा, जो उनकी दादी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का हुआ था. कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि वे इस मुद्दे को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन करेंगे और भगवा पार्टी के नेता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे.
देश भर में विरोध प्रदर्शन करेगी कांग्रेस
इस संबंध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने ईटीवी भारत से कहा, "यह बहुत गंभीर मुद्दा है. बीजेपी का एक सदस्य देश के विपक्ष के नेता को सीधी धमकी दे रहा है. केंद्र सरकार इस पर चुप है. प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए. यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है. यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की नकारात्मक छवि पेश करता है. यह दर्शाता है कि अगर वे बहस से नहीं जीतेंगे, तो वे हमारे नेताओं को धमकाएंगे. हम देश भर में विरोध प्रदर्शन करेंगे और सत्तारूढ़ पार्टी के नेता के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराएंगे."
इंदिरा और राजीव गांधी की हत्या
बता दें कि पंजाब के अमृतसर में सिखों के धार्मिक स्थल हरमंदिर साहिब में छिपे आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए सेना द्वारा किए गए अभियान के प्रतिशोध में 31 अक्टूबर 1984 को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके ही दो सुरक्षा गार्डों ने हत्या कर दी थी. वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में श्रीलंकाई आतंकवादी समूह LTTE की एक महिला आत्मघाती हमलावर ने कर दी थी.
अमेरिका की यात्रा पर गए राहुल को यह धमकी 11 सितंबर को देश में सिखों द्वारा धार्मिक रीति-रिवाजों के पालन से संबंधित उनकी हालिया टिप्पणी को लेकर दी गई थी. इससे पहले नेता विपक्ष की टिप्पणी को कांग्रेस और भाजपा के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया था. भाजपा ने कांग्रेस नेता पर विदेशी धरती पर भारत विरोधी बयान देने का आरोप लगाया था.
'बीजेपी 10 साल नफरत फैला रही है'
वहीं, पूर्व कांग्रेस सांसद संदीप दीक्षित ने भाजपा पर पिछले 10 वर्षों से नफरत का माहौल बनाने और विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया. दीक्षित ने ईटीवी भारत से कहा, "विपक्ष का कर्तव्य है कि वह लोगों को देश की राजनीतिक खतरों के बारे में आगाह करे. भाजपा राहुल गांधी को निशाना बना रही है, लेकिन वह पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के परिवार में शादी समारोह में शामिल होने गए थे और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ झूले का आनंद ले रहे थे. पाकिस्तान भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देता है और चीन ने जबरन सीमा पर कब्जा कर लिया है."
उन्होंने कहा, "हमारे पूर्व प्रधानमंत्रियों ने राष्ट्रीय एकता के लिए अपनी जान दी. अब राहुल गांधी को धमकी देना नकारात्मक राजनीति है. इसकी निंदा की जानी चाहिए. भाजपा 400 सीटों के अपने दावे के बजाय लोकसभा में 240 सीटों पर सिमट गई और अब वे हताशा में राहुल गांधी को निशाना बना रहे हैं."
कांग्रेस नेता ने कहा, "बाजवा ने कहा कि कांग्रेस पंजाब में उग्रवाद के काले दिनों के संभावित उदय पर चिंता व्यक्त कर रही है और आश्चर्य व्यक्त किया कि क्या भाजपा वास्तव में सिखों की शुभचिंतक है." उन्होंने कहा कि वे तीन किसान विरोधी कानून लाए और फिर उन्हें वापस ले लिया. हजारों किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने विरोध करने वाले किसानों को आतंकवादी और अलगाववादी कहा और आज तक कानूनी एमएसपी के वादे को लागू नहीं किया.
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