रायपुर: छत्तीसगढ़ के कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा और साउथ फिल्मों के कलाकार अल्लू अर्जुन को लीगल नोटिस भेजा है. विकास तिवारी इसके अलावा एक और मामले को लेकर बेहद चर्चा में बने हुए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर दावा किया था कि पुलिस उसका एनकाउंटर करने वाली थी.
आईए जानते हैं इन दोनों मामलों के बारे में...
ये है पहला मामला: पहला मामला रायपुर के चैतन्य टेक्नो स्कूल से जुड़ा हुआ है. इस मामले में कांग्रेस प्रवक्ता ने क्रिकेटर रोहित शर्मा और साउथ के एक्टर अल्लू अर्जुन को नोटिस दिया है. कांग्रेस नेता के नोटिस में उनके वकील ने कहा है कि स्कूल का विज्ञापन ये दोनों सेलिब्रिटी करते हैं. इसको देखकर ही कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने रायपुर के चैतन्य टेक्नो स्कूल के ब्रांच में अपने बच्चों का एडमिशन करवाया था. बाद में पता चला कि स्कूल की सीबीएसई की मान्यता नहीं है, जबकि विज्ञापन में सीबीएसई स्कूल होना बताया गया है. लीगल नोटिस में यह लिखा गया है कि भ्रमित करने वाले विज्ञापन की वजह से स्टूडेंट के भविष्य से खिलवाड़ हुआ है. इसके लिए जिम्मेदार क्रिकेटर रोहित शर्मा और एक्टर अल्लू अर्जुन भी हैं. ऐसे में इसकी भरपाई के लिए 2 करोड़ रुपए की डिमांड कांग्रेस नेता ने इन दोनों सेलिब्रिटी से की है.
ये है दूसरा मामला: इसके साथ ही दूसरा मामला कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी का रायपुर कृष्णा किड्स एकेडमी स्कूल से जुड़ा हुआ है. स्कूल में बवाल करने और गाली गलौज करने के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. हालांकि एक रात जेल में रहने के बाद विकास तिवारी छूट गए थे. 2 दिन पहले कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा है कि इस मामले में राजेंद्र नगर थाने के थाना प्रभारी जितेंद्र ताम्रकार मेरे घर में कोकीन चरस एनडीपीएस एक्ट के तहत लगने वाली धाराए लगाने की तैयारी में थे. पिस्टल मेरे घर से बरामदगी दिखाकर मेरा एनकाउंटर कर देते.
बता दें कि उन्होंने अपने सोशल मीडिया फेसबुक पोस्ट पर यह भी लिखा है कि मैं मौत से किंचित भी भयभीत नहीं हूं और ना ही शिक्षा माफिया, केपीएस त्रिपाठी से ना स्कूल वाले, राजीव गुप्ता से और ना षड्यंत्रकारियो से ना वर्मा जी से और ना ही डॉक्टर राजेश भिलाई वाले से.