नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान संघर्ष करेगी, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) 2024 के लोकसभा चुनाव में अपने दम पर बहुमत हासिल करने में विफल रही है. लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद राहुल गांधी ने एन न्यूज पेपर को बताया कि 4 जून के फैसले के बाद भारतीय राजनीतिक परिदृश्य में एक बदलाव आया है.
लोकसभा चुनाव के नतीजों में विपक्षी इंडिया ब्लॉक ने एग्जिट पोल की भविष्यवाणी से काफी बेहतर प्रदर्शन किया है और संसद के निचले सदन में 543 में से 234 सीटें हासिल की, जबकि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 293 सीटें मिली. इस परिणाम ने राहुल गांधी को भी भारतीय राजनीति में फिर से अग्रणी स्थान पर ला दिया है. ऐसा माना जा रहा है कि उन्हें लोकसभा में विपक्ष का नया नेता बनाया जाएगा.
छोटी सी गड़बड़ी से गिर सकती है सरकार
राहुल गांधी ने कहा, ' एनडीए के पास संख्या इतनी कम है कि वे बहुत कमजोर हैं और छोटी सी गड़बड़ी से भी सरकार को गिर सकती है. जैसे ही एक सहयोगी दूसरी तरफ मुड़ेगा सरकार बचाना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा, 'यह विचार कि आप नफरत फैला सकते हैं, आप गुस्सा फैला सकते हैं और आप इसका लाभ उठा सकते हैं - भारतीय लोगों ने इस सोच को चुनाव में खारिज कर दिया. जिस चीज ने 2014 और 2019 में नरेंद्र मोदी के लिए जो काम किया वह अब काम नहीं कर रहा है.'
सहयोगी पर निर्भर है सरकार
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले सप्ताह सरकार बना ली, लेकिन अपने पिछले दो कार्यकालों के विपरीत उन्हें 543 सदस्यीय सदन में 272 के आधे अंक को पार करने के लिए अपने सहयोगियों पर निर्भर रहना पड़ा. इन सहयोगी दलों में से कुछ को अस्थिर माना जाता है.
इस बीच सोमवार को राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश में रायबरेली लोकसभा क्षेत्र को बरकरार रखने केरल में वायनाड सीट खाली का फैसला किया है. इस मुद्दे पर अटकलों को खत्म करते हुए कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने आवास पर पार्टी आलाकमान के साथ विचार-विमर्श के बाद दोनों सीटों पर निर्णय की घोषणा की. बैठक में खड़गे और राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद थे.