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बैटल ऑफ अमेठी-रायबरेली: दिन रात जुटीं प्रियंका गांधी, 2 पूर्व CM सहित दर्जन भर दिग्गज नेता भी लगे; आज पहुंच रहे कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे - Congress campaign Amethi Raebareli

अमेठी और रायबरेली में प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस ने कई दिग्गज नेताओं को लगाया है. आज कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी पहुंच रहे हैं. चलिए जानते हैं इस बारे में.

अमेठी-रायबरेली में प्रियंका गांधी कर रहीं प्रचार.
अमेठी-रायबरेली में प्रियंका गांधी कर रहीं प्रचार. (pic source: etv bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : May 15, 2024, 8:43 AM IST

Updated : May 15, 2024, 10:52 AM IST

लखनऊः उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीट रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट जीतने के लिए इस बार कांग्रेस में अपनी सबसे मजबूत फौज दोनों लोकसभा में उतार दी है. राहुल गांधी के नामांकन के दिन खुद प्रियंका गांधी ने घोषणा किया था कि वह अमेठी रायबरेली के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन 18 मई तक वह वहां पर लगातार बनी रहेगी. इसके बाद पार्टी ने उनकी मदद के लिए राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अमेठी लोकसभा का पर्यवेक्षक और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को रायबरेली लोकसभा सीट का पर्यवेक्षक बनाकर वहां भेजा जा चुका है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली और अमेठी को जीतने के लिए पार्टी सारी परिस्थितियों से निकलने के लिए नए चाणक्य और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को भी रायबरेली के रण में उतरा गया है.

अमेठी-रायबरेली में प्रियंका गांधी कर रहीं प्रचार.
अमेठी-रायबरेली में प्रियंका गांधी कर रहीं प्रचार. (pic source: etv bharat)
डीके शिवाकुमार राहुल गांधी के चुनावी कैंपेन को मजबूत करने के लिए मंगलवार को रायबरेली पहुंच गए. वहीं बुधवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी रायबरेली पहुंच रहे हैं. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन तक दिल्ली से कांग्रेस रोजाना किसी न किसी बड़े नेता को वहां भेजेगी प्रचार के लिए. इन दोनों लोकसभा सीटों पर आगामी 20 मई को वोटिंग होगी.
अमेठी-रायबरेली में प्रियंका गांधी कर रहीं प्रचार.
अमेठी-रायबरेली में प्रियंका गांधी कर रहीं प्रचार. (pic source: etv bharat)

18 मई तक कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता लगातार करेंगे प्रचार
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी सूचना के अनुसार रायबरेली और अमेठी लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए 18 मई तक रोजाना स्टार प्रचारकों को इन दोनों सीटों पर भेजा जाएगा. इसी कड़ी में 15 मई को राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चुनाव प्रचार के लिए पहुंच रहे हैं. इसके अलावा 17 मई को खुद राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की दोनों लोकसभा सीटों पर साझा रैली होनी है. वहीं विभिन्न प्रदेशों के बड़े कांग्रेस नेता पहले से ही रायबरेली और अमेठी सीट पर पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करने के लिए जुटे हुए हैं, सचिन पायलट मंगलवार को यहां प्रचार करके जा चुके हैं.


इसमें बिहार के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पप्पू यादव अपना चुनाव प्रचार समाप्त करने के बाद रायबरेली और अमेठी में कांग्रेस उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार करने के लिए पहुंच चुके हैं जबकि आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह, आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इन सीटों पर प्रचार करने के लिए पहुंच सकते हैं.


इसके अलावा राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी, राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी, पूर्व एमएलसी दीपक सिंह सहित उत्तर प्रदेश के कई वरिष्ठ नेता जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. केसी वेणूगोपाल की तरफ से जारी सूचना के अनुसार समाजवादी पार्टी ने अपने प्रभावी नेताओं को भी इन दोनों सीटों पर लगातार कांग्रेस के साथ चुनाव प्रचार में शामिल रहने के निर्देश दिए हैं.


इसके अलावा उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने रायबरेली लोकसभा सीट और अमेठी लोकसभा सीट के लिए अलग से एक पूरी मीडिया विभाग की टीम वहां पर तैनात की है. जो लगातार सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म पर कांग्रेस पार्टी के कैंपेन को और वहां आ रहे स्टार प्रचारको के भाषणों को जनता के बीच में पहुंचने में जुटी हुई है. उत्तर प्रदेश मीडिया विभाग के वाइस चेयरमैन डॉ मनीष हिंदवी अपनी प्रवक्ताओं की पूरी टीम के साथ इन दोनों लोकसभा सीट पर बीते 10 दिन से कैंप कर रहे हैं.




अमेठी रायबरेली सीट पर कांग्रेस ने बदली रणनीति
कांग्रेस पार्टी के जानकारी का कहना है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने रायबरेली और अमेठी सीट पर चुनाव लड़ने के लिए बाहरी लोगों पर अत्यधिक निर्भरता दिखाई थी. इसका खामियाजा यह हुआ की पार्टी को रायबरेली सीट पर जीत का मार्जिन डेढ़ लाख के आसपास पहुंच गया, तो वहीं अमेठी लोकसभा सीट पर राहुल गांधी को हार का सामना करना पड़ा था.


कांग्रेस पार्टी ने 2019 के चुनावी रणनीति से सबक लेते हुए उसमें सुधार कर किया है. पार्टी एक बार फिर से अपने चुनाव लड़ने के पुराने पैटर्न पर वापस गई है. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सीपी राय ने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने रायबरेली अमेठी लोकसभा सीट पर अपने पुराने पैटर्न को ही फिर से अपनाया है. इसी कड़ी में 8 मई को प्रियंका गांधी जब रायबरेली और अमेठी चुनाव प्रचार के लिए पहुंची तो सबसे पहले उन्होंने दोनों लोकसभा सीट पर पार्टी के करीब 3 हज़ार से अधिक जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात की और उनसे चुनाव किस तरह लड़ा जाए इस पर विचार विमर्श किया था. मीटिंग में उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया था कि रायबरेली और अमेठी का लोकसभा चुनाव इन्हीं कार्यकर्ताओं के निगरानी में और दिशा निर्देश में लड़ा जाएगा. ज्ञात होगी 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रियंका गांधी के साथ दिल्ली की टीम ने पूरा चुनाव मैनेज किया था. जिस पार्टी का जमीनी कार्यकर्ता काफी आहत हुआ था और इसका खामियाजा उन्हें चुनाव में उठाना पड़ा था.

बाहर से आए नेता को निर्देश देने पर पार्टी ने पूरी तरह से लगाई रोक
रायबरेली और अमेठी लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान जमीनी कार्यकर्ता को केवल प्रियंका गांधी के निर्देशों को पालन करने के आदेश हैं. दोनों लोकसभा सीट पर कार्यकर्ताओं को क्या करना है और जनता के बीच में जाकर क्या बात रखनी है. इसके लिए जो भी निर्देश दिए जा रहे वह सिर्फ प्रियंका गांधी दे रही हैं. रायबरेली और अमेठी सीट के पर्यवेक्षक बनाकर भेजे गए भूपेश बघेल और अशोक गहलोत भी प्रियंका गांधी को ही रिपोर्ट कर रहे हैं और काडर को जो भी निर्देश या संदेश उन्हें देना होता है. वह प्रियंका गांधी के माध्यम से ही दिलवाया जा रहा है, ताकि काडर को यह संदेश दिया जा सके कि प्रियंका गांधी सब कुछ मैनेज कर रही हैं.


इसके अलावा दिल्ली या अन्य प्रदेशों से आए बड़े पदाधिकारी व नेता चुनाव को लेकर कोई भी दिशा निर्देश पार्टी वर्कर्स को नहीं दे रहे हैं. 40 साल से रायबरेली और अमेठी सीट पर पार्टी के चुनाव की जिम्मेदारी संभालने वाले किशोरी लाल शर्मा इस बार खुद अमेठी से प्रत्याशी हैं. पर प्रियंका गांधी के साथ उन्होंने अपनी लोकसभा सीट और रायबरेली सीट की प्रचार की जिम्मेदारी संभाल रखी है. यह दोनों नेता ही जमीनी कार्यकर्ताओं मंडल अध्यक्षों बूथ अध्यक्षों आदि से संवाद स्थापित कर चुनाव प्रचार को मजबूती दे रहे हैं. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रियंका गांधी के सबसे करीब समझे जाने वाले दोनों राष्ट्रीय प्रदेश महासचिव और प्रियंका गांधी के करीबी संदीप सिंह का प्रभाव इस बार इन दोनों लोकसभा सीटों पर काम देखने को मिल रहा है.

इस बार फिर जारी होगी प्रियंका गांधी की चिट्ठी
2019 के लोकसभा चुनाव के मतदान से पहले प्रियंका गांधी ने रायबरेली और अमेठी की जनता को अपील करने वाली चिट्ठी नहीं जारी की थी. आमतौर पर रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट पर मतदान से एक या दो दिन पहले प्रियंका गांधी यहाँ की जनता से गांधी परिवार को जिताने की अपील करते हुए एक चिट्ठी जारी करती थी. बीते चुनाव में यह एक बड़ी चूक के तौर पर भी उभर कर सामने आया था. इस बार पार्टी की तरफ से इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. 18 मई को चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद प्रियंका गांधी अमेठी और रायबरेली की जनता के नाम एक चिट्ठी जारी करेंगी और रायबरेली और अमेठी से गांधी परिवार के जुड़ाव और उनके सहयोग की अपील करेंगी.


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ये भी पढ़ेंः प्रियंका गांधी बोलीं- जनता के सवालों के बजाय मेरे परिवार को गालियां दे रहे हैं पीएम मोदी

लखनऊः उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीट रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट जीतने के लिए इस बार कांग्रेस में अपनी सबसे मजबूत फौज दोनों लोकसभा में उतार दी है. राहुल गांधी के नामांकन के दिन खुद प्रियंका गांधी ने घोषणा किया था कि वह अमेठी रायबरेली के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन 18 मई तक वह वहां पर लगातार बनी रहेगी. इसके बाद पार्टी ने उनकी मदद के लिए राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अमेठी लोकसभा का पर्यवेक्षक और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को रायबरेली लोकसभा सीट का पर्यवेक्षक बनाकर वहां भेजा जा चुका है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली और अमेठी को जीतने के लिए पार्टी सारी परिस्थितियों से निकलने के लिए नए चाणक्य और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को भी रायबरेली के रण में उतरा गया है.

अमेठी-रायबरेली में प्रियंका गांधी कर रहीं प्रचार.
अमेठी-रायबरेली में प्रियंका गांधी कर रहीं प्रचार. (pic source: etv bharat)
डीके शिवाकुमार राहुल गांधी के चुनावी कैंपेन को मजबूत करने के लिए मंगलवार को रायबरेली पहुंच गए. वहीं बुधवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी रायबरेली पहुंच रहे हैं. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन तक दिल्ली से कांग्रेस रोजाना किसी न किसी बड़े नेता को वहां भेजेगी प्रचार के लिए. इन दोनों लोकसभा सीटों पर आगामी 20 मई को वोटिंग होगी.
अमेठी-रायबरेली में प्रियंका गांधी कर रहीं प्रचार.
अमेठी-रायबरेली में प्रियंका गांधी कर रहीं प्रचार. (pic source: etv bharat)

18 मई तक कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता लगातार करेंगे प्रचार
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी सूचना के अनुसार रायबरेली और अमेठी लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए 18 मई तक रोजाना स्टार प्रचारकों को इन दोनों सीटों पर भेजा जाएगा. इसी कड़ी में 15 मई को राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चुनाव प्रचार के लिए पहुंच रहे हैं. इसके अलावा 17 मई को खुद राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की दोनों लोकसभा सीटों पर साझा रैली होनी है. वहीं विभिन्न प्रदेशों के बड़े कांग्रेस नेता पहले से ही रायबरेली और अमेठी सीट पर पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करने के लिए जुटे हुए हैं, सचिन पायलट मंगलवार को यहां प्रचार करके जा चुके हैं.


इसमें बिहार के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पप्पू यादव अपना चुनाव प्रचार समाप्त करने के बाद रायबरेली और अमेठी में कांग्रेस उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार करने के लिए पहुंच चुके हैं जबकि आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह, आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इन सीटों पर प्रचार करने के लिए पहुंच सकते हैं.


इसके अलावा राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी, राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी, पूर्व एमएलसी दीपक सिंह सहित उत्तर प्रदेश के कई वरिष्ठ नेता जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. केसी वेणूगोपाल की तरफ से जारी सूचना के अनुसार समाजवादी पार्टी ने अपने प्रभावी नेताओं को भी इन दोनों सीटों पर लगातार कांग्रेस के साथ चुनाव प्रचार में शामिल रहने के निर्देश दिए हैं.


इसके अलावा उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने रायबरेली लोकसभा सीट और अमेठी लोकसभा सीट के लिए अलग से एक पूरी मीडिया विभाग की टीम वहां पर तैनात की है. जो लगातार सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म पर कांग्रेस पार्टी के कैंपेन को और वहां आ रहे स्टार प्रचारको के भाषणों को जनता के बीच में पहुंचने में जुटी हुई है. उत्तर प्रदेश मीडिया विभाग के वाइस चेयरमैन डॉ मनीष हिंदवी अपनी प्रवक्ताओं की पूरी टीम के साथ इन दोनों लोकसभा सीट पर बीते 10 दिन से कैंप कर रहे हैं.




अमेठी रायबरेली सीट पर कांग्रेस ने बदली रणनीति
कांग्रेस पार्टी के जानकारी का कहना है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने रायबरेली और अमेठी सीट पर चुनाव लड़ने के लिए बाहरी लोगों पर अत्यधिक निर्भरता दिखाई थी. इसका खामियाजा यह हुआ की पार्टी को रायबरेली सीट पर जीत का मार्जिन डेढ़ लाख के आसपास पहुंच गया, तो वहीं अमेठी लोकसभा सीट पर राहुल गांधी को हार का सामना करना पड़ा था.


कांग्रेस पार्टी ने 2019 के चुनावी रणनीति से सबक लेते हुए उसमें सुधार कर किया है. पार्टी एक बार फिर से अपने चुनाव लड़ने के पुराने पैटर्न पर वापस गई है. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सीपी राय ने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने रायबरेली अमेठी लोकसभा सीट पर अपने पुराने पैटर्न को ही फिर से अपनाया है. इसी कड़ी में 8 मई को प्रियंका गांधी जब रायबरेली और अमेठी चुनाव प्रचार के लिए पहुंची तो सबसे पहले उन्होंने दोनों लोकसभा सीट पर पार्टी के करीब 3 हज़ार से अधिक जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात की और उनसे चुनाव किस तरह लड़ा जाए इस पर विचार विमर्श किया था. मीटिंग में उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया था कि रायबरेली और अमेठी का लोकसभा चुनाव इन्हीं कार्यकर्ताओं के निगरानी में और दिशा निर्देश में लड़ा जाएगा. ज्ञात होगी 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रियंका गांधी के साथ दिल्ली की टीम ने पूरा चुनाव मैनेज किया था. जिस पार्टी का जमीनी कार्यकर्ता काफी आहत हुआ था और इसका खामियाजा उन्हें चुनाव में उठाना पड़ा था.

बाहर से आए नेता को निर्देश देने पर पार्टी ने पूरी तरह से लगाई रोक
रायबरेली और अमेठी लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान जमीनी कार्यकर्ता को केवल प्रियंका गांधी के निर्देशों को पालन करने के आदेश हैं. दोनों लोकसभा सीट पर कार्यकर्ताओं को क्या करना है और जनता के बीच में जाकर क्या बात रखनी है. इसके लिए जो भी निर्देश दिए जा रहे वह सिर्फ प्रियंका गांधी दे रही हैं. रायबरेली और अमेठी सीट के पर्यवेक्षक बनाकर भेजे गए भूपेश बघेल और अशोक गहलोत भी प्रियंका गांधी को ही रिपोर्ट कर रहे हैं और काडर को जो भी निर्देश या संदेश उन्हें देना होता है. वह प्रियंका गांधी के माध्यम से ही दिलवाया जा रहा है, ताकि काडर को यह संदेश दिया जा सके कि प्रियंका गांधी सब कुछ मैनेज कर रही हैं.


इसके अलावा दिल्ली या अन्य प्रदेशों से आए बड़े पदाधिकारी व नेता चुनाव को लेकर कोई भी दिशा निर्देश पार्टी वर्कर्स को नहीं दे रहे हैं. 40 साल से रायबरेली और अमेठी सीट पर पार्टी के चुनाव की जिम्मेदारी संभालने वाले किशोरी लाल शर्मा इस बार खुद अमेठी से प्रत्याशी हैं. पर प्रियंका गांधी के साथ उन्होंने अपनी लोकसभा सीट और रायबरेली सीट की प्रचार की जिम्मेदारी संभाल रखी है. यह दोनों नेता ही जमीनी कार्यकर्ताओं मंडल अध्यक्षों बूथ अध्यक्षों आदि से संवाद स्थापित कर चुनाव प्रचार को मजबूती दे रहे हैं. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रियंका गांधी के सबसे करीब समझे जाने वाले दोनों राष्ट्रीय प्रदेश महासचिव और प्रियंका गांधी के करीबी संदीप सिंह का प्रभाव इस बार इन दोनों लोकसभा सीटों पर काम देखने को मिल रहा है.

इस बार फिर जारी होगी प्रियंका गांधी की चिट्ठी
2019 के लोकसभा चुनाव के मतदान से पहले प्रियंका गांधी ने रायबरेली और अमेठी की जनता को अपील करने वाली चिट्ठी नहीं जारी की थी. आमतौर पर रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट पर मतदान से एक या दो दिन पहले प्रियंका गांधी यहाँ की जनता से गांधी परिवार को जिताने की अपील करते हुए एक चिट्ठी जारी करती थी. बीते चुनाव में यह एक बड़ी चूक के तौर पर भी उभर कर सामने आया था. इस बार पार्टी की तरफ से इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. 18 मई को चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद प्रियंका गांधी अमेठी और रायबरेली की जनता के नाम एक चिट्ठी जारी करेंगी और रायबरेली और अमेठी से गांधी परिवार के जुड़ाव और उनके सहयोग की अपील करेंगी.


ये भी पढ़ेंः पीएम मोदी के पास न कोई घर-कार न शेयर, 2.67 लाख की सोने की अंगूठी पहनते, जमीन कर चुके दान; तनख्वाह-बैंक ब्याज आय के स्त्रोत

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Last Updated : May 15, 2024, 10:52 AM IST
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