छिंदवाड़ा। अमरवाड़ा विधानसभा के लिए 10 जुलाई को उपचुनाव होने हैं. हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने मोदी के नाम पर चुनाव लड़कर जीता. अब कांग्रेस मोदी को ही टारगेट करते हुए चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस का प्रचार करने छिंदवाड़ा पहुंचे पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर अमरवाड़ा विधानसभा कांग्रेस पार्टी जीतती है तो पीएम नरेंद्र मोदी की पत्नी जशोदाबेन का मंदिर बनवाएंगे और उस मंदिर का नाम होगा त्याग की मूर्ति.
जशोदाबेन को बताया त्याग की मूर्ति
लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों पर कांग्रेस को करारी हार मिली थी लेकिन अब कांग्रेस को अपनी साख बचाने का एक और मौका मिला है. दरअसल छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा विधानसभा में उपचुनाव हो रहे हैं, इसके लिए 10 जुलाई को वोट डाले जाएंगे. इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा प्रचार करने पहुंचे थे. मंच पर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सहित कई और लोग मौजूद थे. सज्जन सिंह वर्मा ने भाषण देते हुए कहा कि मोदी भारत के हर नागरिक को अपना परिवार बताते हैं लेकिन सबसे बड़ा त्याग तो उनकी पत्नी जशोदाबेन ने किया है. उन्होंने भारतीय नारी के चरित्र को साकार किया है अगर अमरवाड़ा में कांग्रेस पार्टी चुनाव जीतती है तो कांग्रेस जशोदाबेन का मंदिर बनवाएगी जिसका नाम त्याग की मूर्ति होगा.
'निजी जिंदगी पर टिप्पणी उचित नहीं'
कांग्रेस नेता के बयान को लेकर भाजपा के जिला अध्यक्ष शीशराव यादव ने कहा कि "चुनाव को मुद्दे और नीतियों पर लड़ना चाहिए लेकिन अब कांग्रेस के पास कुछ बचा नहीं है. ऐसे में कांग्रेस के नेता बौखला रहे हैं. सज्जन सिंह वर्मा और जीतू पटवारी जैसे नेता ही अब कांग्रेस को पूरी तरीके से खत्म कर देंगे क्योंकि मुद्दे पर चुनाव होना चाहिए किसी की व्यक्तिगत जिंदगी पर टिप्पणी करने से बचना चाहिए".
कांग्रेस विधायक ने ज्वाइन की थी बीजेपी
दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में छिंदवाड़ा जिले की सभी 7 सीट पर कमलनाथ समेत कांग्रेस के विधायक जीते थे लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान अमरवाड़ा विधानसभा के विधायक कमलेश प्रताप शाह ने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद ही मध्य प्रदेश की इकलौती विधानसभा अमरवाड़ा है जहां पर 10 जुलाई को उपचुनाव होने हैं. कांग्रेस का विधायक बीजेपी में चला गया और बीजेपी ने अब इस विधायक को फिर से मैदान में चुनाव लड़ने के लिए उतारा है. ऐसे में कांग्रेस भी अब भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टारगेट कर रही है.
मोदी को टारगेट करने के मायने
राजनीतिक विश्लेषक और वरिष्ठ पत्रकार मनीष तिवारी का मानना है कि "उपचुनाव में अधिकतर जीत उसी पार्टी की होती है जिसकी सरकार होती है लेकिन कांग्रेस के लिए यह चुनाव काफी मायने रखता है. इसलिए कांग्रेस के बड़े नेता चाहते हैं कि सीधा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टारगेट किया जाए और उनकी कमियां जनता के बीच लाई जाए ताकि किसी भी तरीके से चुनाव में जीत हासिल की जा सके."
अमरवाड़ा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला
अमरवाड़ा सीट पर 10 जुलाई को विधानसभा का उपचुनाव है. बीजेपी ने जहां कांग्रेस से आए कमलेश शाह को प्रत्याशी बनाया है, तो वहीं कांग्रेस ने आस्था का सहारा लेते हुए आंचल कुंड दादा दरबार के उत्तारधिकारी धीरन शाह इनवाती को टिकट दिया है. वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से जिला अध्यक्ष और युवा नेता देवरावेन भलावी ने भी नामांकन दाखिल किया है. जिसके बाद इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय देखने मिल रहा है. आपको बता दें कमलेश शाह कांग्रेस से लगातार तीन बार विधायक रह चुके हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव के वक्त उन्होंने हाथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. वहीं अमरवाड़ा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों की फौज उतारी है, तो वहीं बीजेपी भी इस मुकाबले को हलके में नहीं ले रही है.