गुवाहाटी : भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू कर दी है. असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी और असम तृणमूल कांग्रेस ने सत्तारूढ़ दल और भाजपा पर असम में आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है. असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन बोरा और असम तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने सोमवार को मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र भेजकर आरोप लगाया कि भाजपा और सरकार ने असम में चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है.
कांग्रेस, टीएमसी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य की भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने प्रधान मंत्री और मुख्यमंत्री की विशेषता वाले आधिकारिक विज्ञापनों को हटाने में विफल होकर चुनाव आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन किया है. बोरा ने सीईसी को लिखे पत्र में कहा इस बात पर जोर दिया कि पीएम, सीएम और अन्य की तस्वीरों वाले विज्ञापनों की मौजूदगी एमसीसी का घोर उल्लंघन है, आपसे तुरंत इस मामले में उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया जाता है. 16 मार्च को लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद एमसीसी को देशभर में लागू कर दिया गया था.
बता दें, चुनाव आयोग द्वारा मतदान की तारीख की घोषणा होते ही चुनाव आचार संहिता लागू हो जाती है. आचार संहिता उन गतिविधियों पर रोक लगाती है जो किसी भी तरह से वोटों को प्रभावित कर सकती हैं. उदाहरण के लिए, इस अवधि के दौरान सार्वजनिक उद्घाटन या शिलान्यास, नए कार्यों की मान्यता निलंबित रहेगी और सरकारी योजनाओं के होर्डिंग्स नहीं लगाए जाएंगे. इसके अलावा, इस अवधि के दौरान संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में सरकारी रैलियां आयोजित नहीं की जाएंगी और सरकारी वाहनों को सायरन बजाने की अनुमति नहीं होगी.
वहीं, सरकारी योजनाओं के होर्डिंग्स हटा दिए जाएंगे और सरकारी भवनों में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्रियों और राजनीतिक हस्तियों की तस्वीरें लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा.
असम में पहले तीन चरणों में 14 सीटों पर चुनाव होंगे. पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को असम के पांच निर्वाचन क्षेत्रों: काजीरंगा, सोनितपुर, डिब्रूगढ़, लखीमपुर और जोरहाट में होगा. दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को दरांग-ओडालगुरी, दीफू (एसटी), करीमगंज, शिलांग (एससी) और नगांव में होगा. तीसरे चरण का मतदान मई में बारपेटा, कोकराझार (एसटी), धुबरी और गुवाहाटी में होगा.