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कांग्रेस ने कतर से आठ पूर्व नौसैनिकों की रिहाई पर खुशी जताई

Qatar releasing ex Navy personnel: कतर ने जासूसी के आरोप में अगस्त 2022 में भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों को जेल में बंद कर दिया था और फांसी की सजा सुनाई थी.

Qatar releasing ex Navy personnel
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश
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By PTI

Published : Feb 12, 2024, 11:02 AM IST

नई दिल्ली: कांग्रेस ने सोमवार को कहा की वह कतर से नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों की रिहाई पर देशवासियों के साथ खुशी में खुद को शामिल करती है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कतर से रिहा होने वाले आठ पूर्व नौसैनिकों में से सात स्वदेश लौट आए हैं और देश अपने नागरिकों की रिहाई तथा उनकी घर वापसी को संभव बनाने के लिए कतर के अमीर के फैसले की सराहना करता है. नौसेना के पूर्व कर्मियों को 26 अक्टूबर को कतर की एक अदालत ने जासूसी के एक संदिग्ध मामले में मौत की सजा सुनाई थी.

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, 'सभी देशवासियों के साथ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भी खुद को इस खुशी में शामिल करती है कि कतर में अदालत से फांसी की सजा पाने वाले भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारी रिहा होकर घर वापस आ गए हैं.' उन्होंने कहा, 'हम उन्हें और उनके परिवारजनों को बधाई और शुभकामनाएं देते हैं.' खाड़ी देश की अपीलीय अदालत ने 28 दिसंबर को मृत्युदंड को कम कर दिया था और पूर्व नौसैन्य कर्मियों को अलग-अलग अवधि के लिए जेल की सजा सुनाई थी.

निजी कंपनी अल दहरा के साथ काम करने वाले भारतीय नागरिकों को जासूसी के एक कथित मामले में अगस्त 2022 में गिरफ्तार किया गया था. बता दें, कतर से भारत लौटने वाले पूर्व नौसेना के अधिकारियों ने सबसे पहले भारत माता के नारे लगाए. उसके बाद उन्होंने कबा कि यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चलते हुआ है. पूर्व नौसेना अधिकारियों ने कहा कि यदि पीए मोदी ऐसा नहीं करते तो आज हम लोग यहां नहीं होते.

पढ़ें: कतर ने जासूसी के आरोप में जेल में बंद 8 पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को रिहा किया

पढ़ें: कतर से लौटे पूर्व नौसेना कर्मी बोले- पीएम मोदी ऐसा नहीं करते तो शायद वो यहां लौट नहीं पाते

नई दिल्ली: कांग्रेस ने सोमवार को कहा की वह कतर से नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों की रिहाई पर देशवासियों के साथ खुशी में खुद को शामिल करती है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कतर से रिहा होने वाले आठ पूर्व नौसैनिकों में से सात स्वदेश लौट आए हैं और देश अपने नागरिकों की रिहाई तथा उनकी घर वापसी को संभव बनाने के लिए कतर के अमीर के फैसले की सराहना करता है. नौसेना के पूर्व कर्मियों को 26 अक्टूबर को कतर की एक अदालत ने जासूसी के एक संदिग्ध मामले में मौत की सजा सुनाई थी.

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, 'सभी देशवासियों के साथ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भी खुद को इस खुशी में शामिल करती है कि कतर में अदालत से फांसी की सजा पाने वाले भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारी रिहा होकर घर वापस आ गए हैं.' उन्होंने कहा, 'हम उन्हें और उनके परिवारजनों को बधाई और शुभकामनाएं देते हैं.' खाड़ी देश की अपीलीय अदालत ने 28 दिसंबर को मृत्युदंड को कम कर दिया था और पूर्व नौसैन्य कर्मियों को अलग-अलग अवधि के लिए जेल की सजा सुनाई थी.

निजी कंपनी अल दहरा के साथ काम करने वाले भारतीय नागरिकों को जासूसी के एक कथित मामले में अगस्त 2022 में गिरफ्तार किया गया था. बता दें, कतर से भारत लौटने वाले पूर्व नौसेना के अधिकारियों ने सबसे पहले भारत माता के नारे लगाए. उसके बाद उन्होंने कबा कि यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चलते हुआ है. पूर्व नौसेना अधिकारियों ने कहा कि यदि पीए मोदी ऐसा नहीं करते तो आज हम लोग यहां नहीं होते.

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