मुंबई: महाराष्ट्र के मुंबई शहर में बहुचर्चित तटीय सड़क का उद्घाटन सोमवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने किया. इससे अब वर्ली से मरीन ड्राइव की दूरी महज 10 मिनट में तय की जा सकेगी. मुंबई नगर निगम की एक महत्वाकांक्षी परियोजना और मुंबईकरों के साथ-साथ देश के लिए रुचि का केंद्र, मुंबई के वर्ली से मरीन ड्राइव कोस्टल रोड तक के मार्ग का सोमवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में उद्घाटन किया गया.
इस मौके पर राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़वानीस और अजित पवार भी मौजूद रहे. उद्घाटन समारोह में वर्ली लोकसभा क्षेत्र के विधायक आदित्य ठाकरे और सांसद अरविंद सावंत भी मौजूद रहे. यह रूट मुंबई से कांदिवली तक 29 किमी का होगा. बता दें कि मुंबई शहर में प्रतिदिन सैकड़ों वाहन प्रवेश करते हैं. इससे ट्रैफिक जाम तो होता ही है, वाहन चालकों और यात्रियों को भी परेशानी होती है.
इस समस्या को मुंबई शहर के दक्षिणी भाग में बड़ी मात्रा में देखा जा सकता है. कोस्टल रोड का कॉन्सेप्ट इसलिए सामने आया ताकि जनता मुंबई के दक्षिणी छोर यानी नरीमन पॉइंट से दहिसर विरार तक जल्दी यात्रा कर सकें. पहले चरण में प्रिंसेस स्ट्रीट से वर्ली सीलिंग तक 10.58 किलोमीटर की तटीय सड़क बनाने का निर्णय मुंबई नगर निगम की ओर से लिया गया था.
प्रोजेक्ट के आसपास 300 एकड़ जमीन पर सेंट्रल पार्क बनाया जाएगा. इस तटीय सड़क के कारण दक्षिण मुंबई उत्तरी मुंबई से जुड़ जाएगा. साल 2018 में शुरू हुई इस परियोजना के नवंबर 2023 में पूरा होने की उम्मीद थी. हालांकि, स्थानीय मछुआरे भाइयों ने दोनों स्तंभों के बीच की दूरी का विरोध किया. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उस मांग को पूरा किया और तटीय सड़क के काम में तेजी आई.
चूंकि तटीय सड़क परियोजना का 86 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, फिलहाल यात्रा के लिए केवल एक मार्ग खोला जाएगा. धर्मवीर स्वराज्य रक्षक छत्रपति संभाजी महाराज मार्ग यानी कोस्टल रोड पर मुंबईवासी सोमवार से एक रूट पर यात्रा कर सकेंगे. दक्षिणी दिशा में बिंदु माधव ठाकरे जंक्शन से मरीन ड्राइव यानी प्रिंसेस ट्रीट ब्रिज तक का काम शुरू किया जाएगा.
तटीय सड़क का उपयोग सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक किया जा सकता है. साथ ही, तटीय मार्ग सोमवार से शुक्रवार तक यात्रा के लिए खुला रहेगा. हालांकि, परियोजना कार्य के लिए यह शनिवार और रविवार को बंद रहेगा. इस पर भारी वाहन, ट्रेलर, मिक्सर, ट्रैक्टर और अन्य सभी वाहनों को अनुमति नहीं है. हालांकि, एसटी और बेस्ट बसों सहित यात्री वाहनों को अनुमति दी जाएगी.
साथ ही, दोपहिया, तिपहिया, ठेले और पैदल यात्रियों को अनुमति होगी. तटीय सड़क पर यात्रा के दौरान अधिकतम गति 80 किमी प्रति घंटा की होगी. सुरंग में गति सीमा 60 किमी प्रति घंटा है. मुड़ते समय, प्रवेश और निकास बिंदु पर 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार होगी. इसके अलावा सड़क पर वाहन रोककर फोटो या वीडियो लेना सख्त वर्जित होगा.
ईंधन और समय की बचत: यह तटीय सड़क यात्रा के समय में 70 प्रतिशत की बचत करेगी और ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण को कम करने में भी मदद करेगी. वर्ली से मरीन ड्राइव तक का सफर तय करने में अभी 40 से 50 मिनट का समय लगता है. हालांकि, तटीय सड़क होने के कारण यह यात्रा दस मिनट में पूरी की जा सकती है.
इस प्रोजेक्ट पर 12,721 करोड़ रुपये की लागत आई है. तटीय सड़क के समानांतर 7.5 किमी लंबा फुटपाथ बनाया जाएगा. इस पर एक साइकिल ट्रक भी होगा. इसके अलावा तितली उद्यान एवं मैदान विकसित किये जायेंगे तथा बच्चों के लिए खेल सामग्री उपलब्ध करायी जायेगी.