हल्द्वानी: उत्तराखंड में प्री मॉनसून की दस्तक के साथ ही बारिश ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है. बुधवार 19 जून को हुई बारिश ने कुमाऊं ने जमकर कहर बरपाया है. मूसलाधार बारिश के कारण चंपावत-पिथौरागढ़ नेशनल हाईवे पर करीब 15 जगह मलबा आया है, जिस कारण हाईवे पूरी तरह के अवरुद्ध हो चुका है.
बुधवार को हुई बारिश ने जहां मैदानी इलाकों में लोगों को गर्मी से राहत दिलाई तो वहीं पहाड़ में मुश्किलें बढ़ा दी है. बताया जा रहा कि भारी बारिश के कारण चंपावत-पिथौरागढ़ हाईवे पर मरोड़ाखान से लेकर घाट तक तक करीब 15 जगह पहाड़ी से मलबा गिरा है. पहाड़ी से मलबा गिरने से कारण हाईवे अवरुद्ध हो गया है, जिस वजह से सड़क के दोनों और लंबा जाम लगा हुआ है. ऐसे में बड़ी संख्या में यात्री बीच रास्ते में ही फंसे हुए है.
बुधवार शाम चार बजे से हाईवे बंद हो रखा है. बाराकोट पुलिस चौकी प्रभारी एसआई अरविंद गुप्ता ने बताया कि मरोड़ाखान से आगे बापरु के पास, बाराकोट लिंक मोटर मार्ग, भारतोली से घाट एनएच तक और पनार मोटर मोटर मार्ग करीब 15 से अधिक स्थानों में भारी मलबा आने से बंद है. सड़क को खोलने के लिए एनएच के अलावा निजी जेसीबी भी लगी हुई हैं. एनएच में मलबा आने से कई वाहन फंसे हुए हैं. हाईवे के जल्द से जल्द खोलने का प्रयास किया जा रहा है.
मौसम विभाग की माने तो अभीतक उत्तराखंड में मॉनसून से दस्तक नहीं दी है. फिलहाल प्रदेश में जो बारिश हो रही है, वो प्री मॉनसून की है. मौसम विभाग के अनुसार आगामी दो से तीन दिनों में उत्तराखंड में मॉनसून दस्तक देगा. सरकार पहले से ही मॉनसून की तैयारियों में जुटी है. ताकी इस मॉनसून सीजन में जान माल का कम से कम नुकसान हो. बता दें कि उत्तराखंड मॉनसून हर साल अपने साथ तबाही लेकर आता है.
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