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बांग्लादेश की सीमा से हजारों किमी दूर रोहिंग्या दिल्ली कैसे पहुँचे?, ...CM आतिशी ने अमित शाह को लिखा पत्र - ILLEGAL BANGLADESHI IMMIGRANTS

-'केंद्र सरकार ने बांग्लादेशी प्रवासियों को दिल्ली में बसाया': सीएम आतिशी

CM आतिशी ने अमित शाह को लिखा पत्र
CM आतिशी ने अमित शाह को लिखा पत्र (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : 3 hours ago

नई दिल्ली/गाजियाबाद: आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राजधानी दिल्ली में अवैध घुसपैठियों को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच जुबानी जंग जारी है. अब दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिख कई सवाल पूछे हैं. सीएम आतिशी ने गृहमंत्री से सवाल करते हुए पत्र में लिखा;''केंद्र सरकार ने बिना किसी जानकारी के दिल्ली में बड़ी संख्या में अवैध रोहिंग्या शरणार्थियों को बसाया, जबकि दिल्ली सरकार और जनता को इस मामले से पूरी तरह अंजान रखा गया.

सीएम आतिशी ने कहा; ''केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी का ट्वीट भी इस बात को साफ़ करते है कि, कैसे जानबूझकर भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा रोहिंग्याओं को दिल्ली में बसाया गया और बक्करवाला के EWS फ्लैट्स, जो दिल्ली के गरीबों के लिए थे, उसमें रोहिंग्या शरणार्थियों को बसाकर दिल्ली के लोगों से उनका हक छीना गया." सीएम ने पत्र में कहा है कि केंद्र सरकार के इस कदम से न केवल दिल्ली की कानून-व्यवस्था प्रभावित होगी, बल्कि शहर के सीमित संसाधनों पर भी दबाव बढ़ेगा.

गृहमंत्री को लिखे गए पत्र में मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा है कि दिल्ली किसी भी अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक नहीं है और बांग्लादेश सीमा से हजारों किलोमीटर दूर है. इसलिए यह हैरान करने वाली बात है कि हमारी सीमाओं को पार करने के बाद, ये अप्रवासी बिना पकड़े कई राज्यों को पार करके दिल्ली कैसे पहुँच गए? इसलिए यह स्वाभाविक है कि इस स्थिति के बारे में कई सवाल उठ रहे हैं. साथ ही सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बसाए गए सभी रोहिंग्या शरणार्थियों की लिस्ट और पते की जानकारी दिल्ली सरकार, उपराज्यपाल और दिल्ली पुलिस को दी जाए. बिना दिल्ली सरकार और जनता की अनुमति के किसी भी अवैध शरणार्थी को दिल्ली में न बसाया जाए.

सीएम आतिशी ने गृह मंत्री से पूछे सवाल:

  1. क्या इन अवैध अप्रवासियों को भाजपा सरकार ने ही भारत के लोगों को अंधेरे में रखकर एक व्यवस्थित तरीके से भारत के विभिन्न हिस्सों में पहुँचाया?
  2. आपने कितने रोहिंग्याओं को दिल्ली पहुँचाया और बसाया?
  3. आपने उन्हें दिल्ली में कहाँ बसाया?
  4. भाजपा सरकार ने दिल्ली सरकार और दिल्ली के लोगों को अंधेरे में क्यों रखा?

''सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि केंद्र सरकार ने इन रोहिंग्याओं को दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में बसाया और फिर भाजपा द्वारा नियुक्त एलजी ने रोहिंग्याओं की पहचान के लिए दिल्ली पुलिस को घर-घर जाकर सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया.''-सीएम आतिशी

बता दें कि दिल्ली में कानून व्यवस्था के मुद्दे को लेकर शनिवार को पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी थी. केजरीवाल ने कानून व्यवस्था पर चर्चा के लिए अमित शाह से मिलने का समय मांगा है. चिट्ठी में केजरीवाल ने दिल्ली की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की. केजरीवाल ने चिट्ठी में लिखा कि दिल्ली की कानून व्यवस्था केंद्र सरकार के अधीन है. दिल्ली को अब अपराध की राजधानी के नाम से जाना जा रहा है. भारत के 19 मेट्रो शहरों में दिल्ली महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध में नंबर वन पर, साथ ही हत्या के मामलों में दिल्ली नंबर वन पर है. केजरीवाल ने लिखा कि दिल्ली में जबरन वसूली वाले गैंग सक्रिय हुए. एयरपोर्ट और स्कूल को धमकी मिल रहीं हैं. ड्रग्स से जुड़े अपराधों में 350 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. वे पूरी दिल्ली में लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं.

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नई दिल्ली/गाजियाबाद: आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राजधानी दिल्ली में अवैध घुसपैठियों को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच जुबानी जंग जारी है. अब दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिख कई सवाल पूछे हैं. सीएम आतिशी ने गृहमंत्री से सवाल करते हुए पत्र में लिखा;''केंद्र सरकार ने बिना किसी जानकारी के दिल्ली में बड़ी संख्या में अवैध रोहिंग्या शरणार्थियों को बसाया, जबकि दिल्ली सरकार और जनता को इस मामले से पूरी तरह अंजान रखा गया.

सीएम आतिशी ने कहा; ''केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी का ट्वीट भी इस बात को साफ़ करते है कि, कैसे जानबूझकर भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा रोहिंग्याओं को दिल्ली में बसाया गया और बक्करवाला के EWS फ्लैट्स, जो दिल्ली के गरीबों के लिए थे, उसमें रोहिंग्या शरणार्थियों को बसाकर दिल्ली के लोगों से उनका हक छीना गया." सीएम ने पत्र में कहा है कि केंद्र सरकार के इस कदम से न केवल दिल्ली की कानून-व्यवस्था प्रभावित होगी, बल्कि शहर के सीमित संसाधनों पर भी दबाव बढ़ेगा.

गृहमंत्री को लिखे गए पत्र में मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा है कि दिल्ली किसी भी अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक नहीं है और बांग्लादेश सीमा से हजारों किलोमीटर दूर है. इसलिए यह हैरान करने वाली बात है कि हमारी सीमाओं को पार करने के बाद, ये अप्रवासी बिना पकड़े कई राज्यों को पार करके दिल्ली कैसे पहुँच गए? इसलिए यह स्वाभाविक है कि इस स्थिति के बारे में कई सवाल उठ रहे हैं. साथ ही सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बसाए गए सभी रोहिंग्या शरणार्थियों की लिस्ट और पते की जानकारी दिल्ली सरकार, उपराज्यपाल और दिल्ली पुलिस को दी जाए. बिना दिल्ली सरकार और जनता की अनुमति के किसी भी अवैध शरणार्थी को दिल्ली में न बसाया जाए.

सीएम आतिशी ने गृह मंत्री से पूछे सवाल:

  1. क्या इन अवैध अप्रवासियों को भाजपा सरकार ने ही भारत के लोगों को अंधेरे में रखकर एक व्यवस्थित तरीके से भारत के विभिन्न हिस्सों में पहुँचाया?
  2. आपने कितने रोहिंग्याओं को दिल्ली पहुँचाया और बसाया?
  3. आपने उन्हें दिल्ली में कहाँ बसाया?
  4. भाजपा सरकार ने दिल्ली सरकार और दिल्ली के लोगों को अंधेरे में क्यों रखा?

''सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि केंद्र सरकार ने इन रोहिंग्याओं को दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में बसाया और फिर भाजपा द्वारा नियुक्त एलजी ने रोहिंग्याओं की पहचान के लिए दिल्ली पुलिस को घर-घर जाकर सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया.''-सीएम आतिशी

बता दें कि दिल्ली में कानून व्यवस्था के मुद्दे को लेकर शनिवार को पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी थी. केजरीवाल ने कानून व्यवस्था पर चर्चा के लिए अमित शाह से मिलने का समय मांगा है. चिट्ठी में केजरीवाल ने दिल्ली की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की. केजरीवाल ने चिट्ठी में लिखा कि दिल्ली की कानून व्यवस्था केंद्र सरकार के अधीन है. दिल्ली को अब अपराध की राजधानी के नाम से जाना जा रहा है. भारत के 19 मेट्रो शहरों में दिल्ली महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध में नंबर वन पर, साथ ही हत्या के मामलों में दिल्ली नंबर वन पर है. केजरीवाल ने लिखा कि दिल्ली में जबरन वसूली वाले गैंग सक्रिय हुए. एयरपोर्ट और स्कूल को धमकी मिल रहीं हैं. ड्रग्स से जुड़े अपराधों में 350 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. वे पूरी दिल्ली में लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं.

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