लखनऊ: यूपी में 100 करोड़ के खनन घोटाले के मामले में सीबीआई ने पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को कल यानी गुरुवार को दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय में तलब किया है. सीबीआई ने अखिलेश को बतौर गवाह तलब किया है. बता दें कि खनन घोटाले के मुख्य आरोपी पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति जेल में बंद हैं. इसके अलावा सीबीआई की रडार में कई आईएएस अधिकारी भी हैं.
दरअसल, अखिलेश सरकार के दौरान हमीरपुर में हो रहे अवैध खनन को लेकर विजय द्विवेदी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. कोर्ट ने खदानों पर रोक लगा दी. बावजूद इसके अवैध खनन होता रहा. 28 जुलाई 2016 को कई शिकायतों व याचिका पर सुनवाई करते हुये हाईकोर्ट ने अवैध खनन की जांच सीबीआई को सौंप दी. इसके बाद 30 जून 2017 को सीबीआई ने इस मामले में पहली एफआईआर दर्ज कराई थी. जिस वक्त यह घोटाला हुआ, उस दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास खनन मंत्रालय था. जिसके बाद यह मंत्रालय गायत्री प्रसाद प्रजापति को भी दे दिया गया था.
इतना ही नहीं, अवैध खनन होने के दौरान हमीरपुर में डीएम रहें तीन आईएएस अफसरों बी चंद्रकला, संध्या तिवारी, भवनाथ से भी सीबीआई ने पूछताछ की थी. सीबीआई ने अपनी जांच के दौरान पाया कि न सिर्फ हमीरपुर बल्कि खनन घोटाला फतेहपुर, सहारनपुर, कौशांबी, शामली, देवरिया और सिद्धार्थनगर में भी हुआ था. ऐसे में इन जिलों में भी तैनात रहे जिलाधिकारियों के ठिकानों में सीबीआई ने छापेमारी की थी, जिसमें एजंसी को करोड़ों रुपए बरामद हुए थे. वहीं सीबीआई के अलावा प्रवर्तन निदेशालय भी इस मामले में अपनी जांच कर रही है और पूर्व खनन मंत्री व घोटाले के आरोपी गायत्री प्रसाद प्रजापति की करोड़ों की संपत्ति जब्त कर चुकी है.