टोंक : जिले के समरावता गांव में एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने के बाद मचे बवाल के बीच पुलिस ने निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा सहित 60 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में बुधवार रात को हुई आगजनी सहित कई मामलों में पुलिस ने 28 टीमें बनाकर कार्रवाई की है. वहीं, नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद समर्थकों द्वारा 1-2 स्थानों पर जाम लगाया गया था, जिनको खुलवा दिया गया है. अजमेर रेंज आईजी ओमप्रकाश ने बताया कि पुलिस की 28 टीमों ने अब तक निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा समेत 60 लोगों की गिरफ्तारी की है. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि शांति व्यवस्था बनी रहे. वहीं, नरेश मीणा को वीसी के जरिए कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
देवली-उनियारा सीट पर उपचुनाव में एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने वाले नरेश मीणा इस वक्त टोंक थाने में बंद हैं. नगरफोर्ट पुलिस स्टेशन में उन पर उपखंड अधिकारी अमित चौधरी की ओर से 10 धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस आज उन्हें कोर्ट में पेश कर सकती है. इस बीच सोशल मीडिया पर नरेश मीणा की एक तस्वीर वायरल हो गई है. इस तस्वीर में कांग्रेस के बागी नेता सलाखों के पीछे फर्श पर सोते हुए नजर आ रहे हैं.
RAS एसोसिएशन का कार्य बहिष्कार : आज भी जारी रह सकता RAS एसोसिएशन का संपूर्ण कार्य बहिष्कार. कल रात 8 बजे RAS एसोसिएशन की कार्यकारिणी की बैठक हुई. बैठक में आगे की रणनीति पर गहन विचार विमर्श किया गया. आज RAS एसोसिएशन के सदस्यों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की. सुरक्षा के मुद्दे को लेकर सीएम ने उन्हें आश्वासन दिया. RAS एसोसिएशन के सहयोगी संगठनों के साथ भी आगामी रणनीति पर चर्चा की जाएगी. सरकार की ओर से मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं होने तक कार्य बहिष्कार जारी रह सकता है. घटना के विरोध में अन्य जिलों से आए अधिकारी भी जयपुर मुख्यालय में मौजूद हैं.
यह है मामलाः बुधवार को समरावता गांव में देवली-उनियारा में विधानसभा में उप चुनाव के मतदान के दौरान समरावता गांव में ग्रामीणों द्वारा समरावता गांव को उपखंड देवली से हटाकर उपखंड उनियारा मे शामिल करने की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार किया गया था. निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने उक्त मांग को लेकर ग्रामीणों को साथ लेकर धरना शुरू कर दिया. इस दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने तैश में आकर एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था. बाद में धरनास्थल से नरेश मीणा बाहर निकला, जिसे पुलिस ने हिरासत में लेकर पुलिस वाहन में बिठाया तो नरेश मीणा के समर्थकों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. इसका फायदा उठाकर नरेश मीणा फरार हो गया.
नरेश मीणा के खिलाफ गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज : टोंक जिले के नगरफोर्ट थाने में मंगलवार 13 नवम्बर को मतदान के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्दारा ड्यूटी मजिस्ट्रेट ओर एसडीएम मालपुरा अमित कुमार चौधरी को मतदान बूथ पर थप्पड़ मारने ओर जान से मारने की धमकी देने के मामले में एसडीएम ने नगरफोर्ट थाने में नरेश मीणा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 189(2),धारा 190,115(2),121(2),132,223(a),351(2),109(1) व लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950,1951 वह 1989 के अंतर्गत धारा 131 ओर धारा 132 में मामला दर्ज कराते न्याय की मांग की है.
टोंक जिले के नगरफोर्ट तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत के समरावता गांव मे निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्दारा एरिया मजिस्ट्रेट अमित कुमार चौधरी के थप्पड़ मारने के मामले में पीड़ित एसडीएम अमित कुमार चोधरी ने एफआईआर में लिखा है कि देवली-उनियारा उपचुनाव के दौरान में जिला निर्वाचन अधिकारी के आदेश संख्या 15505 की पालना में अपने एरिया में कानून व्यवस्था की पालना में तैनात था वह बूथ संख्या 183 समरावता गांव में ग्रामीणों के मतदान बहिष्कार के बीच निर्दलीय प्रत्याशी ने मतदाताओं को मतदान नही करने को उकसाया. वह मतदान कक्ष में जाकर अपनी फ़ेसबुक आईडी से लाइव वीडियो ईवीएम मशीन का बनाया. वह मतदाताओं को मतदान के बहिष्कार के लिए भड़काया वह कई बार मतदान बूथ पर आकर गालियां वह जान से मारने की धमकी दी. वह थप्पड़ मारने के साथ मुझे जान से मारने की धमकी दी वह मेरा गला दबाकर जान से मारने का प्रयास किया. एसडीएम अमित कुमार ने यह मामला नगरफोर्ट थाने में दर्ज कराया है जिसके आधार पर पुलिस नरेश मीणा के खिलाफ गुरुवार को एक्शन में नजर आई.
उपद्रवियों ने कई वाहनों को किया आग के हवालेः उपद्रवियों ने दो राजकीय वाहन व 7 प्राईवेट चौपहिया वाहनों एवं लगभग 25 मोटर साईकिलों को आग के हवाले कर दिया. साथ ही 2 प्राइवेट वाहनों में तोड़फोड़ की गई. इसके बाद उपद्रवियों द्वारा ग्राम कचरावता के पास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 148 डी को भी बाधित किया गया.
आईजी ने लिया घटनास्थल का जायजाः अजमेर रेंज आईजी ओमप्रकाश ने गुरुवार को घटनास्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया. साथ ही मौके पर कैंप करके समुचित पर्यवेक्षण किया. इस संबंध में थाना नगरफोर्ट में 4 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए. नरेश मीणा समर्थकों द्वारा किए गए तोड़-फोड़ एवं आगजनी के सभी घटनास्थल का अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, कानून एवं व्यवस्था, संभागीय आयुक्त और आईजी अजमेर ने निरीक्षण किया.
नरेश मीणा गिरफ्तार, पहले भी दर्ज हैं कई मुकदमेः आईजी के मुताबिक घटना के मुख्य आरोपी नरेश मीणा को गुरुवार की सुबह समरावता से गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी के खिलाफ पूर्व में अलग-अलग जिलों में 25 प्रकरण पंजीबद्ध हैं. साथ ही आरोपी स्टेंडिंग वारंटी है, जिसकी सभी प्रकरणों में गिरफ्तारी की जाएगी. नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद समर्थकों द्वारा 1-2 स्थानों पर जाम लगाया गया था, जिनको खुलवा दिया गया है. उन्होंने बताया कि जिला पुलिस की 28 टीमें गठित की गई है. अब तक 60 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है एवं अन्य नामजद आरोपियों की तलाश जारी है.
पुलिस की शांति बहाली की अपील : आईजी ने कहा कि उक्त घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार अफवाहें फैलाई जा रही हैं. उन्होंने अपील करते हुए कहा कि अफवाहों पर ध्यान नहीं दे, किसी भी प्रकार की सूचना को बिना सोचे समझे एवं बिना तथ्य की जानकारी के अन्यत्र फारवर्ड नहीं करें. उन्होंने कहा कि टोंक पुलिस द्वारा लगातार सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही है. अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी.