कोलकाता: कलकत्ता हाई कोर्ट ने मंगलवार को पूर्व भाजपा सांसद अर्जुन सिंह की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को बड़ा टास्क दिया है. अदालत ने यह पता लगाने का निर्देश दिया कि क्या पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा उनके घर के सामने लगाए गए सीसीटीवी कैमरे उनकी निजता का उल्लंघन तो नहीं कर रहे हैं.
बता दें, बैरकपुर लोकसभा सीट से दोबारा चुनाव लड़ने वाले अर्जुन सिंह को इस बार हार का सामना करना पड़ा. उन्होंने अपनी याचिका में आरोप लगाया कि राज्य पुलिस द्वारा उनके घर के बाहर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे उनकी निजता का उल्लंघन कर रहे हैं. अदालत ने सीआईएसएफ को इस शिकायत का पता लगाने के लिए राज्य पुलिस से संपर्क करने का निर्देश दिया है. न्यायमूर्ति अमृता सिन्हा ने सीआईएसएफ को अर्जुन सिंह के घर के सामने लगे सीसीटीवी कैमरों तक पहुंच बनाने का निर्देश दिया है.
हाईकोर्ट ने पुलिस से इस संबंध में 3 जुलाई को अगली सुनवाई पर अदालत के समक्ष एक रिपोर्ट दाखिल करने को भी कहा है. अदालत ने कहा कि सीआईएसएफ द्वारा दाखिल एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सिंह के घर के सामने सड़क के खंभों पर लगाए गए कुछ कैमरे 360 डिग्री घूमने वाले हैं. हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि इनका फोकस किस दिशा में है. वहीं, राज्य पुलिस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अपराध, कानून और व्यवस्था के मुद्दों को रोकने, अपराधियों को ट्रैक करने और अजनबियों पर निगरानी रखने के लिए 2021 में कैमरे लगाए गए थे.
रिपोर्ट में कहा गया है कि बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र में 76 बिंदुओं पर उनके रणनीतिक महत्व के आधार पर 214 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. हाल ही में कोई नया सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाया गया है. पुलिस रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि एक निगरानी परियोजना चल रही है जिसमें कमिश्नरेट क्षेत्र में 166 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिसके दायरे में अर्जुन सिंह का आवास जगद्दल में स्थित है.
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