दावणगेरे: कर्नाटक के दावणगेरे जिले में SBI बैंक की एक शाखा में लूट और चोरी की घटना सामने आई है. पुलिस ने बताया कि न्यामती कस्बे में तीन दिन पहले बदमाशों ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की शाखा में घुसकर बैंक लूटपाट की. पुलिस जांच में पता चला है कि खिड़की का फ्रेम काटकर चोर बैंक के अंदर घुसे और 12.95 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण चोरी कर लिए.
न्यामती पुलिस ने बताया कि संदेह है कि यह वारदात 25 या 26 अक्टूबर की देर रात को की गई.
बैंक कर्मचारी सुनील कुमार यादव ने न्यामती थाने में शिकायत दर्ज कराई कि बदमाशों ने न्यामती के नेहरू रोड स्थित भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की शाखा की खिड़की का फ्रेम (सलाखें) तोड़कर पहले लॉकर से 12.95 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण चुरा लिए. घटना का पता सोमवार सुबह तब चला जब कर्मचारियों ने बैंक का दरवाजा खोला.
चोरों ने बैंक में घुसकर गैस कटर की मदद से सुरक्षा कक्ष का दरवाजा तोड़ा. बाद में बैंक के तीन सुरक्षित लॉकरों में से एक लॉकर को गैस कटर से काटकर उसमें रखे सोने के आभूषणों को चुरा लिया, जिसका मूल्य 12.95 करोड़ रुपये है.
एफआईआर में बताया गया है कि चोरों ने अन्य दो लॉकरों को भी तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे. उन दो लॉकरों में रखे 30 लाख रुपये नकद और सोने के आभूषण सुरक्षित हैं.
सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर भी ले गए चोर
पुलिस ने बताया कि सोने के आभूषणों के अलावा चोर बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर भी ले गए. पिछले शनिवार और रविवार को बैंक में दो दिन की छुट्टी थी, इसलिए चोरों ने वीकेंड में वारदात को अंजाम दिया. बैंक में सेंध लगाने के तुरंत बाद उन्होंने सीसीटीवी और सायरन को डिस्कनेक्ट कर दिया. उन्होंने अन्य दो लॉकरों को काटने का प्रयास किया, जिसमें करीब 30 लाख रुपये नकद और सोने के आभूषण थे. हो सकता है कि गैस खत्म हो गई हो या समय खत्म हो गया हो.
पुलिस ने बताया कि बदमाशों ने वारदात को अंजाम देने के बाद बैंक में खूब मिर्च पाउडर छिड़का. उन्होंने यह रणनीति इसलिए अपनाई, ताकि डॉग स्क्वॉड को भनक न लगे. फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट और फोरेंसिक लैब के कर्मचारियों ने जांच की और साक्ष्य जुटाने की कोशिश की. बदमाशों के फरार होने की आशंका है.
अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर चांज की
पूर्वी जोन के डीआईजी बी रमेश और एसपी उमा प्रशांत ने घटना स्थल का दौरा कर घटना की जानकारी जुटाई. एसपी उमा प्रशांत ने बताया कि "रात में बैंक में कोई सुरक्षा गार्ड नहीं लगाया गया है. पुराना सायरन सिस्टम ही अपनाया गया है. बैंक की सुरक्षा में चूक के कारण ऐसा हुआ है. मामले की जांच के लिए पांच पुलिस इंस्पेक्टर के नेतृत्व में पांच टीमें बनाई गई हैं. 10 सब-इंस्पेक्टर और कई अन्य पुलिसकर्मियों के साथ जांच शुरू कर दी गई है."
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