पटना: बिहार में एनडीए की नई सरकार बनने के बाद आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली कैबिनेट की बैठक की. कैबिनेट की बैठक में चार एजेंडों पर मोहर लगी है. जिसमें संसदीय कार्य विभाग से दो और वित्त विभाग से दो एजेंडा शामिल है. वहीं विधान मंडल के बजट सत्र की तारीख तय कर सहमति के लिए राज्यपाल के पास भेजा गया है.
बजट सत्र की तारीख बदली: बता दें कि बिहार विधानमंडल के बजट सत्र को लेकर पहले 5 फरवरी की तारीख तय थी. लेकिन महागठबंधन की सरकार गिरने और एनडीए की सरकार बनने के कारण, अब इसकी तिथि बढ़ाई गई है. इस बार का बजट सत्र 17 दिनों का होगा, जिसकी शुरुआत 12 फरवरी से होगी और समापन 29 फरवरी को.
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने दी जानकारी: इसको लेकर बिहार के नए उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि ''कैबिनेट की बैठक में आगामी बजट सत्र को लेकर चर्चा हुई. बैठक में फैसला हुआ कि अब बजट सत्र 5 फरवरी से नहीं बल्कि 12 फरवरी से शुरू होगा और 29 फरवरी तक चलेगा.''
नीतीश कैबिनेट की बैठक खत्म: कहा जा रहा था कि बैठक के दौरान नवचयनित मंत्रियों को विभाग बांटा जाएगा. लेकिन ऐसी कोई बात नहीं हुई. बैठक से बाहर निकलने के बाद जब मंत्री सुमित कुमार सिंह से बातचीत हुई तो उन्होंने कहा कि 'पहली बैठक में कोई ऐसा फैसला नहीं हुआ है. हम लोग सिर्फ बैठक में चर्चा किए हैं. जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. बिहार के विकास को लेकर बातचीत हुई है.'
सरकार बदलने के बाद पहली कैबिनेट मीटिंग: बिहार में नीतीश कुमार एक बार फिर पलट गए. मुख्यमंत्री भले ही नीतीश कुमार ही हों, लेकिन मंत्रियों में फेरबदल हुआ है. रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत उपमुख्यमंत्री व मंत्रियों ने शपथ ग्रहण किया. जिसके अगले ही दिन सोमवार को एनडीए की नयी सरकार में नीतीश कैबिनेट की पहली बैठक की गयी. जिसमें सारे फैसले लिए गए.
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