बेमेतरा: 25 मई 2024 को बेमेतरा के बेरला में बारूद फैक्ट्री में जोरदार धमाका हुआ जिसमें एक कर्मचारी की मौत हो गई. हादसे में सात लोगों को इलाज के लिए रायपुर भेजा गया. धमाके के बाद से बोरसी के पिरदा में स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड बारूद फैक्ट्री में हुए लापरवाही पर लगातार FIR दर्ज किए जाने की मांग की जा रही थी. गुरुवार को कंडरका थाना पुलिस ने संबंधित लोगों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरु कर दी है.
पुलिस ने दर्ज की FIR: बोरसी के पिरदा में स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड बारूद फैक्ट्री में हुए धमाके में एक की मौत हो गई थी जबकी पीईटीएन सेक्शन में काम कर रहे आठ मजदूर लापता हो गए थे. हादसे में एक कर्मचारी जिसका नाम सेवक राम साहू था उसकी मौत हो गई थी. हादसे को लेकर लगातार कांग्रेस पार्टी और पीड़ित परिवार के लोग लापरवाह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे थे.
कंडरका पुलिस ने शुरु की जांच,प्रबंधन की लापरवाही उजागर: विस्फोट निरीक्षक, पेट्रोलियम पदार्थ और एक्सप्लोसिव सुरक्षा संगठन की रिपोर्ट में ये तथ्य साफ सामने आए हैं कि बड़े पैमाने पर लापरवाही बरती गई. स्पेशल ब्लास्ट कंपनी पिरदा के अधिकारी अवधेश जैन और अन्य लोगों की लापरवाही विस्फोटकों का सही तरीके से रख रखाव नहीं किया गया. एक्सप्लोसिव नियमों को ताक पर रखकर काम किया गया. लापरवाही के चलते ये हादसा होना प्रतीत हो रहा है. हालाकि पूरी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हादसे का मूल कारण सामने आएगा.
प्रोडक्शन और दूसरी गतिविधियों को बंद करने के आदेश: पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन(PESO) नवा रायपुर के अधिकारियों की रिपोर्ट और घटना के संबंध में हुई जांच के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई. बुधवार को बेमेतरा जिला प्रशासन ने बारूद फैक्ट्री में उत्पादन और बाकी दूसरी गतिविधियों को बंद करने का आदेश जारी किया है. इसके साथ ही बेमेतरा के अनुविभागीय मजिस्ट्रेट पिंकी मनहर की अध्यक्षता में एक मजिस्ट्रियल जांच भी चल रही है.
फैक्ट्री ने पीड़ितों को दिया मुआवजा: बारूद फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट पीड़ितों के परिवार वालों के बीच मुआवजे का भी वितरण कर दिया गया. पीड़ित सात परिवारों के बीच 29 - 29 लाख का चेक और एक एक लाख की नकद राशि का वितरण किया गया. फैक्ट्री प्रबंधन ने प्रशासन की मौजूदगी में चेक का वितरण किया. दो पीड़ित परिवार ने चेक लेने से इनकार भी कर दिया. पीड़ित परिवार का कहना था कि उनको 50 लाख की मुआवजा राशि दी जाए. चेक नहीं लेने वालों में लापता लोकनाथ यादव और शंकर यादव के परिवार शामिल हैं. फैक्ट्री प्रबंधन ने पीड़ित परिवार के बच्चों की पढाई का जिम्मा भी उठाने का बात कही है. कंपनी ने कहा है कि पीड़ित परिवार के खाते में हर महीने पीएम का पैसा जमा किया जाएगा.