नई दिल्ली: राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुए बदसलूकी मामले में अब बीजेपी, AAP पर हमलावर हो गई है. भारतीय जनता पार्टी अंदरखाने इस मुद्दे को भुनाने में लगी हुई है. बीजेपी महिला कार्यकर्ताओं ने सीएम आवास पर धरना प्रदर्शन किया है. इन महिलाओं ने सीएम केजरीवाल के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने पद से इस्तीफा दें.
दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और बीजेपी नेता अलका गुर्जर के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. बता दे कि कल आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान स्वाति मालीवाल को लेकर कहा था कि हम इस पर संज्ञान लेंगे.
दिल्ली बीजेपी के नेताओं का कहना है 'अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास में, ये कोई पहली घटना नहीं हुई है इससे पहले भी मुख्य सचिव के साथ मारपीट हो चुकी है. लेकिन हैरानी होती है कि एक तरफ दिल्ली सरकार महिला सशक्तिकरण की बात करती है लेकिन जो महिला दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकी हैं, इसके साथ ही राज्यसभा सांसद हैं जब उनके साथ इस तरह की घटना हो रही है तो आम आदमी पार्टी को उसे पर जवाब देना चाहिए लेकिन विभव कुमार के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है जब तक विभग के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती. तब तक भारतीय जनता पार्टी ऐसे ही प्रदर्शन करती रहेगी. भारतीय जनता पार्टी मांग करती है, कि तत्काल प्रभाव से विभव कुमार के खिलाफ कार्रवाई की जाए की'.
उन्होंने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल इस पूरे मामले पर चुप बैठे हुए हैं.
बता दें आपको स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री आवास पर उनके साथ मारपिटाई की गई है. मंगलवार को AAP के सीनियर लीडर और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी इस मामले पर बयान दिया था कि इस मामले में जल्द कार्रवाई की जायेगी.
इससे पहले इस मामले में स्वाति मालीवाल के पूर्व पति नवीन जयहिंद ने सीएम केजरीवाल को घेरने की कोशिश की. उन्होंने स्वाति के साथ हुई बदसलूकी को एक साजिश का हिस्सा बताया था उन्होंने कहा था ''इस मामले में सीएम केजरीवाल के खिलाफ FIR दर्ज होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि संजय सिंह अरविंद केजरीवाल के तोते की भूमिका में काम कर रहे हैं''.
नवीन जयहिंद ने कहा ''स्वाति मालीवाल को डराया धमकाया जा रहा है उन्हें धमकी दी गई है, नहीं तो कोई भी इस तरह पुलिस को फोन नहीं करेगा या पुलिस स्टेशन से वापस नहीं आएगा और एनसीडब्ल्यू को इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए. स्वाति को सामने आना चाहिए, उसे चुप नहीं कराया जा सकता, मुझे नहीं पता कि उस पर क्या दबाव डाला गया है. दिल्ली पुलिस को मामले में संज्ञान लेना चाहिए.''
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