पटनाः भाजपा नेता मंगल पांडे को पार्टी ने एक बार फिर बिहार विधान परिषद भेजने का फैसला लिया है. आमतौर पर भाजपा के अंदर दो बार विधान परिषद देकर राज्यसभा भेजने की परिपाटी है लेकिन चुंकि मंगल पांडे को पश्चिम बंगाल चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है. ऐसे में मंगल पांडे को तीसरी बार विधान परिषद भेजा जाना भाजपा की रणनीति है.
पश्चिम बंगाल की भी भूमिकाः जब नीतीश कुमार गठबंधन में नहीं आए थे तब मंगल पांडे सिवान से लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे थे. पार्टी से मंगल पांडे को इशारा भी किया गया था लेकिन जब नीतीश कुमार एनडीए में आ गए तब शायद मंगल पांडे को राज्य की राजनीति में रखने का फैसला लिया गया. बंगाल चुनाव प्रभारी की भूमिका उनके साथ पहले से ही है.
पार्टी नेतृत्व का जताया अभारः ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान पश्चिम बंगाल के चुनाव के प्रभारी के तौर पर मंगल पांडे ने कहा कि मुझे तीसरी बार पार्टी ने विधान परिषद भेजने का फैसला लिया है. इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व को धन्यवाद करता हूं. पार्टी ने आज तक जो भी जिम्मेदारी मुझे दी है, उसका निर्वहन ईमानदारी से किया हूं.
बंगाल में 30 से 35 सीट जीतने का दावाः मंगल पांडे ने कहा कि पश्चिम बंगाल जैसे राज्य में संगठन विस्तार के जिम्मेदारी मेरे कंधों पर थी. इसे मैंने बखूबी से निभाया है. वहां संगठन का विस्तार भी हुआ है. ममता दीदी की बौखलाहट बता रही है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है. लोकसभा चुनाव में भाजपा को 30 से 35 सीट मिलने वाली है.
"मैं इसके लिए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं कि मुझे फिर से विधान परिषद भेजा जा रहा है. मैं विधान पार्षद और बंगाल का प्रभारी के रूप में काम करता रहूंगा. लोकसभा चुनाव में भाजपा को बंगाल में 30 से 35 सीट मिलेगी." -मंगल पांडे, एमएलसी
बंगाल की महिलाएं आक्रोशितः संदेश खाली मामले पर मंगल पांडे ने कहा कि पश्चिम बंगाल की महिलाएं आहत हैं. वह कतई बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है. महिलाओं के अपमान का बदला पश्चिम बंगाल की महिलाएं लोकसभा चुनाव में लेगी. पश्चिम बंगाल में ममता दीदी की लोकसभा चुनाव में बड़ी हार होने वाली है.
यह भी पढ़ेंः ममता का पीएम मोदी पर तीखा हमला, कहा- BJP संदेशखाली को लेकर गलत सूचना फैला रही