देहरादून: बीते दिनों इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला दिया. जिसके बाद एसबीआई ने तमाम राजनीतिक दलों को मिले इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी चुनाव आयोग के साथ साझा की. इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ी इस जानकारी को चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अपलोड किया गया. जिससे मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि बीजेपी को देश के सभी पार्टियों से ज्यादा इलेक्टोरल बॉन्ड मिले हैं. इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिये भाजपा को 6,000 करोड़ से अधिक का चंदा मिला है. करोड़ों के इलेक्टोरल बॉन्ड मिलने के बाद भी भाजपा चुनाव लड़ने के लिए कार्यकर्ताओं से चंदा मांग रही है.
देश में इन दिनों चुनावी माहौल है. सभी राजनीतिक दल जोर-शोर से चुनावी महासमर की तैयारियों में जुटे हैं. इस बीच रोड शो, चुनावी रैलियां भी जमकर हो रही हैं. चुनावी कैंपेन में बीजेपी जोर-शोर से लगी है. वहीं, मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस चुनावी तैयारियों में रेंग-रेंग कर आगे बढ़ रहा है. चुनाव में आर्थिक प्रबंधन को कांग्रेस इसका कारण बता रही है. कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर उनके खाते फ्रीज करने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही ईडी की कार्रवाई ने भी कांग्रेस की कमर तोड़ दी है. जिसके कारण कांग्रेस का चुनावी प्रबंधन गड़बड़ा गया है. वहीं, इस बीच आज यानि 6 अप्रैल को कुछ ऐसा हुआ जिसने सबको हैरान कर दिया.
बीजेपी का माइक्रो डोनेशन कैंपेन: आज यानि 6 अप्रैल को बीजेपी देशभर में धूमधाम से अपना स्थापना दिवस मना रही है. इसके साथ ही बीजेपी ने आज से माइक्रो डोनेशन कैंपेन की शुरुआत की है. ये माइक्रो डोनेशन कैंपेन चुनावी प्रबंधन के लिए किया जा रहा है. इसके साथ ही उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पार्टी को मजबूती देने के लिए माइक्रो डोनेशन कैंपेन को जोर-शोर से चलाने की बात कही. महेंद्र भट्ट ने कहा कि बूथ स्तर पर मीटिंग की जाएगी, जिसके बाद माइक्रो डोनेशन अभियान को रफ्तार दी जाएगी. उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं के पार्टी के समर्थन के लिए इक्रो डोनेशन करने की बात कही. इसके जरिये पांच रुपये से लेकर दो हजार रुपये डोनेट कर सकता है. इसके साथ ही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने जनता से भी जनसमर्थन के साथ ही अर्थ समर्थन की मांग की है.
नरेश बंसल ने बताई डोनेशन की वजह: भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने बताया पार्टी स्थापना दिवस के मौके पर इस माइक्रो डोनेशन कैंप को शुरू किया गया है, जो की चुनाव तक जारी रहेगा. वहीं, जब उनसे पूछा गया कि भारतीय जनता पार्टी पूरे देश भर में सबसे ज्यादा इलेक्टोरल बॉन्ड भुनाने वाली पार्टी है, उसके बावजूद भी बीजेपी को इस माइक्रो डोनेशन की क्या जरूरत पड़ रही है? साथ ही कांग्रेस के डोनेशन पर सवाल खड़े करने वाली पार्टी आज खुद क्यों डोनेशन मांग रही है? इस पर नरेश बंसल ने कहा पार्टी साफ तौर से कार्यकर्ताओं में संदेश देना चाहती है कि उनमें समर्पण का भाव होना चाहिए. हम लोग राजनीतिक दल हैं. इसमें सभी का सहयोग बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा इलेक्टोरल बॉन्ड एक अलग विषय है, लेकिन पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी के लिए क्या कुछ समर्पण भाव रखा जा रहा है. इसको चरितार्थ करने के लिए यह माइक्रो डोनेशन कैंपेन शुरू किया गया है.
इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिये बीजेपी को मिला सबसे अधिक चंदा: बता दें कि, इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए सबसे ज्यादा चंदा बीजेपी को मिला. बीजेपी को 6,060 करोड़ रुपए इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिये मिले. इसके बाद ममता बनर्जी की टीएमसी को 1,609 करोड़ का चंदा मिला. इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिये चंदा लेने वालों में तीसरे नंबर पर कांग्रेस है. कांग्रेस को 1,421 करोड़ का चंदा मिला. इसके अलावा आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, AIADMK, बीआरएस, शिवसेना, TDP, YSR कांग्रेस, डीएमके, JDS, एनसीपी, जेडीयू और राजद ने भी इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिये चंदा लिया है. चुनावी सीजन में कांग्रेस ने सबसे पहले डोनेट फॉर देश अभियान चलाया, जिसके जरिये कांग्रेस ने देशवासियों से चुनाव लड़ने के लिए चंदा मांगा. अब बीजेपी भी माइक्रो डोनेशन कैंपेन चला रहा है. जिसमें बीजेपी कार्यकर्ताओं से सहयोग मांग रही हैं.