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कर्नाटक उपचुनाव से पहले BJP को झटका, दिग्गज नेता योगेश्वर कांग्रेस में शामिल, चन्नापटना से लड़ सकते हैं चुनाव

Karnataka Bypolll: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से पहले BJP एमएलसी सीपी योगेश्वर ने पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो गए.

Karnataka leader CP Yogeshwar officially joined Congress
भाजपा नेता सीपी योगेश्वर कांग्रेस में शामिल (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 3 hours ago

Updated : 1 hours ago

बेंगलुरु: कर्नाटक में विधानसभा उपचुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है. एमएलसी सीपी योगेश्वर ने बुधवार को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस में शामिल हो गए. कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और अन्य नेताओं ने उनका पार्टी में स्वागत किया.

डीके शिवकुमार के नेतृत्व में कांग्रेस में उनके शामिल होने से आगामी उपचुनाव पर काफी असर पड़ने की उम्मीद है. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, चन्नापटना उपचुनाव के लिए योगेश्वर गुरुवार को कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल कर सकते हैं.

सीएम सिद्धारमैया से मिलते हुए सीपी योगेश्वर
सीएम सिद्धारमैया से मिलते हुए सीपी योगेश्वर (ETV Bharat)

कांग्रेस में शामिल होने के बाद सीपी योगेश्वर ने डीके शिवकुमार के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मैं बिना किसी शर्त के कांग्रेस में शामिल हुआ हूं." उन्होंने कहा, मैंने कांग्रेस के साथ अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया और अब कांग्रेस पार्टी में वापस आ गया हूं. कभी-कभी, हम अपने बनाए घरों में नहीं रह पाते हैं. मैं स्वेच्छा से कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ."

उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन के बाद राज्य की राजनीतिक स्थिति बदल गई. मेरे क्षेत्र के विकास के लिए कोई अनुकूल माहौल नहीं था, इसलिए मैं चन्नापट्टना के विकास के लिए कांग्रेस में शामिल हुआ. मैं आम लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए कांग्रेस में शामिल हुआ हूं. आइए हम कांग्रेस को बढ़ाएं और जिले का विकास करें.

सीएम सिद्धारमैया से मिलते हुए सीपी योगेश्वर
सीएम सिद्धारमैया से मिलते हुए सीपी योगेश्वर (ETV Bharat)

योगेश्वर फिर से अपने घर में आ गए हैं...
इस अवसर पर डीके शिवकुमार ने कहा, "सीपी योगेश्वर ने आज सुबह मुझसे मुलाकात की और कई मुद्दों पर चर्चा की और कहा कि वह बिना किसी शर्त के कांग्रेस में शामिल होंगे. उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता भी ले ली है. उन्होंने कांग्रेस, भाजपा समेत सभी दलों को देखा है. हालांकि, उन्होंने राजनीति की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की थी. योगेश्वर फिर से अपने घर में आ गए हैं. मैं उनका स्वागत करता हूं."

उन्होंने कहा, ''उपचुनाव लड़ने वालों की सूची आज हाईकमान को भेज दी जाएगी. मल्लिकार्जुन खड़गे उम्मीदवारों को अंतिम रूप देंगे. डीके सुरेश को चन्नापट्टना के लिए उम्मीदवार चुनने की जिम्मेदारी दी गई थी. उन्होंने खड़गे से बात कर ली है. गुरुवार को सुबह 11 बजे होने वाले नामांकन दाखिले में सभी को भाग लेना चाहिए."

यह पूछे जाने पर कि क्या कोई उम्मीदवार न कारण योगेश्वर को पार्टी में शामिल किया गया है, डीके शिवकुमार ने कहा, "कांग्रेस पार्टी में उम्मीदवारों की कभी कमी नहीं होती. मेरे न रहने पर भी पार्टी चलती रहेगी."

बताया जा रहा है कि सीपी योगेश्वर गुरुवार को कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चन्नापटना विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल कर सकते हैं. इससे चन्नापटना उपचुनाव में भाजपा-जेडीएस गठबंधन की चिंता बढ़ सकती है.

एमएलसी सीपी योगेश्वर बुधवार सुबह डीके शिवकुमार के मिलने बेंगलुरु के सदाशिवनगर स्थित उनके आवास पर पहुंचे. कुछ देर की बातचीत के बाद दोनों नेता एक ही कार में सीएम आवास पर पहुंचे. यहां सीपी योगेश्वर ने सीएम सिद्धारमैया से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया. इसके बाद सिद्धारमैया ने योगेश्वर की पीठ थपथपाई और उनका स्वागत किया.

इस दौरान उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, मंत्री शिवराज तंगागी, जमीर अहमद खान, विधायक डॉ. यतींद्र सिद्धारमैया, पूर्व सांसद डीके सुरेश मौजूद रहे.

भाजपा नेता आर. अशोक की प्रतिक्रिया
वहीं, इस राजनीतिक घटनाक्रम पर विपक्ष के नेता आर अशोक ने कहा कि सीपी योगेश्वर को भाजपा में प्रमुख स्थान मिला था. कांग्रेस में वह पिछली श्रेणी के नेता बन जाएंगे. डीके शिवकुमार उन्हें वहां बढ़ने नहीं देंगे. योगेश्वर ने कांग्रेस में शामिल होकर अपना राजनीतिक भविष्य बर्बाद कर लिया है. उन्होंने कहा कि योगेश्वर के पार्टी छोड़ने से भाजपा को कोई लाभ या क्षति नहीं है.

पूर्व सीएम और हावेरी से भाजपा सांसद बसवराज बोम्मई ने कहा कि सीपी योगेश्वर (सीपीवाई) का कांग्रेस में शामिल होना दुर्भाग्यपूर्ण है. हावेरी के शिग्गांव में बोलते हुए उन्होंने कहा, "सीपीवाई को भाजपा में बने रहने के लिए बहुत प्रयास किए गए. लेकिन यह काम नहीं आया. कांग्रेस के पास वहां कोई उम्मीदवार नहीं था. हम वहां आसानी से जीत सकते थे. हालांकि, एचडी कुमारस्वामी का चन्नापटना में बड़ा प्रभाव है. पिछली बार त्रिकोणीय मुकाबला था, कुमारस्वामी ने जीत हासिल की थी. निश्चित रूप से जेडीएस उम्मीदवार वहां जीतेगा.

यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर विधानसभा का पहला सत्र 4 नवंबर को, स्पीकर का होगा चुनाव, रहीम राथर रेस में आगे

बेंगलुरु: कर्नाटक में विधानसभा उपचुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है. एमएलसी सीपी योगेश्वर ने बुधवार को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस में शामिल हो गए. कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और अन्य नेताओं ने उनका पार्टी में स्वागत किया.

डीके शिवकुमार के नेतृत्व में कांग्रेस में उनके शामिल होने से आगामी उपचुनाव पर काफी असर पड़ने की उम्मीद है. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, चन्नापटना उपचुनाव के लिए योगेश्वर गुरुवार को कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल कर सकते हैं.

सीएम सिद्धारमैया से मिलते हुए सीपी योगेश्वर
सीएम सिद्धारमैया से मिलते हुए सीपी योगेश्वर (ETV Bharat)

कांग्रेस में शामिल होने के बाद सीपी योगेश्वर ने डीके शिवकुमार के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मैं बिना किसी शर्त के कांग्रेस में शामिल हुआ हूं." उन्होंने कहा, मैंने कांग्रेस के साथ अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया और अब कांग्रेस पार्टी में वापस आ गया हूं. कभी-कभी, हम अपने बनाए घरों में नहीं रह पाते हैं. मैं स्वेच्छा से कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ."

उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन के बाद राज्य की राजनीतिक स्थिति बदल गई. मेरे क्षेत्र के विकास के लिए कोई अनुकूल माहौल नहीं था, इसलिए मैं चन्नापट्टना के विकास के लिए कांग्रेस में शामिल हुआ. मैं आम लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए कांग्रेस में शामिल हुआ हूं. आइए हम कांग्रेस को बढ़ाएं और जिले का विकास करें.

सीएम सिद्धारमैया से मिलते हुए सीपी योगेश्वर
सीएम सिद्धारमैया से मिलते हुए सीपी योगेश्वर (ETV Bharat)

योगेश्वर फिर से अपने घर में आ गए हैं...
इस अवसर पर डीके शिवकुमार ने कहा, "सीपी योगेश्वर ने आज सुबह मुझसे मुलाकात की और कई मुद्दों पर चर्चा की और कहा कि वह बिना किसी शर्त के कांग्रेस में शामिल होंगे. उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता भी ले ली है. उन्होंने कांग्रेस, भाजपा समेत सभी दलों को देखा है. हालांकि, उन्होंने राजनीति की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की थी. योगेश्वर फिर से अपने घर में आ गए हैं. मैं उनका स्वागत करता हूं."

उन्होंने कहा, ''उपचुनाव लड़ने वालों की सूची आज हाईकमान को भेज दी जाएगी. मल्लिकार्जुन खड़गे उम्मीदवारों को अंतिम रूप देंगे. डीके सुरेश को चन्नापट्टना के लिए उम्मीदवार चुनने की जिम्मेदारी दी गई थी. उन्होंने खड़गे से बात कर ली है. गुरुवार को सुबह 11 बजे होने वाले नामांकन दाखिले में सभी को भाग लेना चाहिए."

यह पूछे जाने पर कि क्या कोई उम्मीदवार न कारण योगेश्वर को पार्टी में शामिल किया गया है, डीके शिवकुमार ने कहा, "कांग्रेस पार्टी में उम्मीदवारों की कभी कमी नहीं होती. मेरे न रहने पर भी पार्टी चलती रहेगी."

बताया जा रहा है कि सीपी योगेश्वर गुरुवार को कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चन्नापटना विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल कर सकते हैं. इससे चन्नापटना उपचुनाव में भाजपा-जेडीएस गठबंधन की चिंता बढ़ सकती है.

एमएलसी सीपी योगेश्वर बुधवार सुबह डीके शिवकुमार के मिलने बेंगलुरु के सदाशिवनगर स्थित उनके आवास पर पहुंचे. कुछ देर की बातचीत के बाद दोनों नेता एक ही कार में सीएम आवास पर पहुंचे. यहां सीपी योगेश्वर ने सीएम सिद्धारमैया से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया. इसके बाद सिद्धारमैया ने योगेश्वर की पीठ थपथपाई और उनका स्वागत किया.

इस दौरान उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, मंत्री शिवराज तंगागी, जमीर अहमद खान, विधायक डॉ. यतींद्र सिद्धारमैया, पूर्व सांसद डीके सुरेश मौजूद रहे.

भाजपा नेता आर. अशोक की प्रतिक्रिया
वहीं, इस राजनीतिक घटनाक्रम पर विपक्ष के नेता आर अशोक ने कहा कि सीपी योगेश्वर को भाजपा में प्रमुख स्थान मिला था. कांग्रेस में वह पिछली श्रेणी के नेता बन जाएंगे. डीके शिवकुमार उन्हें वहां बढ़ने नहीं देंगे. योगेश्वर ने कांग्रेस में शामिल होकर अपना राजनीतिक भविष्य बर्बाद कर लिया है. उन्होंने कहा कि योगेश्वर के पार्टी छोड़ने से भाजपा को कोई लाभ या क्षति नहीं है.

पूर्व सीएम और हावेरी से भाजपा सांसद बसवराज बोम्मई ने कहा कि सीपी योगेश्वर (सीपीवाई) का कांग्रेस में शामिल होना दुर्भाग्यपूर्ण है. हावेरी के शिग्गांव में बोलते हुए उन्होंने कहा, "सीपीवाई को भाजपा में बने रहने के लिए बहुत प्रयास किए गए. लेकिन यह काम नहीं आया. कांग्रेस के पास वहां कोई उम्मीदवार नहीं था. हम वहां आसानी से जीत सकते थे. हालांकि, एचडी कुमारस्वामी का चन्नापटना में बड़ा प्रभाव है. पिछली बार त्रिकोणीय मुकाबला था, कुमारस्वामी ने जीत हासिल की थी. निश्चित रूप से जेडीएस उम्मीदवार वहां जीतेगा.

यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर विधानसभा का पहला सत्र 4 नवंबर को, स्पीकर का होगा चुनाव, रहीम राथर रेस में आगे

Last Updated : 1 hours ago
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