पटना : बिहार में विधान परिषद की तीन सीटों पर बीजेपी ने अपने कैंडिटेट के नामों का एलान कर दिया है. लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी सामाजिक ताने-बाने का भी ख्याल रखकर चल रही है. जिन तीन लोगों को विधान परिषद का टिकट थमाया गया है उसमें अगड़ा और अतिपिछड़ा शामिल है. अगड़े के रूप में पूर्व मंत्री मंगल पांडेय को परिषद भेजा जा रहा है. जबकि महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष अनामिका सिंह को भी उच्च सदन का उम्मीदवार बनाया गया है.
बीजेपी ने घोषित किये एमएलसी उम्मीदवारों के नाम : इसके अलावा लाल मोहन प्रसाद को भी विधान परिषद का टिकट दिया गया है. लाल मोहन अति पिछड़ा समुदाय से आते हैं, जबकि अनामिका सिंह 'पटेल' समाज से हैं. पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन को झटका लगा है. शाहनवाज हुसैन को विधान परिषद का टिकट नहीं दिया गया है. जाहिर है कि शाहनवाज हुसैन को बिहार की राजनीति में नहीं रखना है.
बागी विधायक बनेंगे महागठबंधन के सिरदर्द : मंगल पांडेय बंगाल के प्रभारी रहे हैं और बिहार में स्वास्थ्य मंत्री रहे हैं. मंत्रिमंडल विस्तार के बाद उनके मंत्री बनाए जाने की भी चर्चा है. बता दें कि बिहार में एनडीए गठबंधन से 6 उम्मीदवार इस बार जीतकर विधान परिषद में जा सकते हैं. महागठबंधन के 7 बागी सिरदर्द बने हुए हैं. एक सीट की जीत के लिए 22 विधायकों की संख्या चाहिए. इस हिसाब से एनडीए के पास कुल संख्या 135 ठहरती है. जबकि महागठबंधन 106 पर सिमट रही है.
11 सीटों पर होंगे 22 को मतदान : एनडीए को 6 सीट जीतने के लिए 132 विधायकों के वोटों की जरूरत पड़ेगी जबकि महागठबंधन को 5 सीट जीतने के लिए 110 विधायकों के वोटों की दरकार रहेगी. हालांकि 5वीं सीट का समीकरण मुश्किल दिख रहा है. फिर भी बीजेपी और आरजेडी को एक-एक सीट का फायदा होता दिखाई दे रहा है. आरजेडी ने भी अपने 4 उम्मीदवारों के नाम कल ही घोषित किए थे. जबकि वाम दल का भी पांचवा प्रत्याशी मैदान में है.
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