पटना: बिहार में जब से बाहुबली अनंत सिंह को पैरोल मिली हैं, तब से इस बात की चर्चा है कि वह सत्ताधारी दल (जेडीयू) से किसी डील के तहत जेल से बाहर आए हैं. जिस मोकामा और बाढ़ इलाके में उनका मजबूत जनाधार है, वह मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में आते हैं. यही वजह है कि बाहर निकलते ही उन्होंने 5 लाख वोटों के बड़े मार्जिन से ललन सिंह की जीत का दावा कर दिया. अब उनके लिए वह परोक्ष रूप से प्रचार भी करने लगे हैं.
क्षेत्र भ्रमण पर अनंत सिंह: पूर्व विधायक अनंत सिंह ने मुंगेर लोकसभा क्षेत्र का दौरा शुरू कर दिया है. वह लगातार लोगों के बीच जा रहे हैं और उनसे हाल-समाचार ले रहे हैं. साथ ही उनकी समस्या से लेकर चुनाव और सरकार के क्रियाकलाप को लेकर भी उनसे बात कर रहे हैं. लोग भी अपने बीच 'छोटे सरकार' को देखकर खुश हो रहे हैं. महिला-पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग उनसे दुख-सुख बतिया रहे हैं.
'9 साल बाद लोगों से मिलने आया हूं': अनंत सिंह ने ईटीवी भारत संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि अपने लोगों से मिलकर अच्छा लग रहा है. उन्होंने कहा कि करीब 9 साल बाद इस इलाके में लोगों से मिलने आया हूं. उनके मुताबिक 5 साल से जेल में था और उससे पहले भी 2-2 साल बीच-बीच में जेल जाना पड़ा था, जिस वजह से मोकामा के बाहर के लोगों के बीच नहीं जा रहा था.
40 में 2-3 सीट ही हार सकता है एनडीए: मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए दावा किया कि लोकसभा चुनाव में एनडीए बेहतर परिणाम लाएगा और केंद्र में तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनेगी. उन्होंने कहा कि 40 में केवल 2-3 सीट ही गड़बड़ा सकती है, बाकी सभी पर एनडीए उम्मीदवारों की जीत होगी.
जमानत भी नहीं बचा पाएगा अशोक महतो: अनंत सिंह ने मुंगेर लोकसभा सीट पर बाहुबली अशोक महतो की पत्नी अनिता महतो की उम्मीदवारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस सीट पर ललन सिंह बड़े अंतर से जीत हासिल करेंगे. उन्होंने कहा कि विरोधी कैंडिडेट की तो जमानत भी नहीं बचेगी.
नौकरी पर तेजस्वी को घेरा: डिप्टी सीएम रहते बिहार में 5 लाख देने के तेजस्वी यादव के दावे पर अनंत सिंह ने निशाना साधते हुए कहा कि अगर नौकरी दे सकते हैं तो 15 साल मुख्यमंत्री रहते हुए उनके माता-पिता (लालू-राबड़ी) ने क्यों नहीं दिया. अनंत ने कहा कि असल में ये नौकरी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की देन है. उनके कारण ही बिहार में विकास कार्य हो रहे हैं.
क्या ललन सिंह और नीतीश सरकार ने फंसाया?: पूर्व विधायक अनंत सिंह ने इस सवाल को टालते हुए कहा कि इस बारे में मुझे कुछ नहीं कहना है. उन्होंने चिर-परिचित अंदाज में कहा, 'सरकार से हमको कोई लेना-देना नहीं है. हम बस मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार को देखना चाहते हैं. किसी से हमको कोई मतलब नहीं है.'
कितने दिन में हमेशा के लिए जेल से निकलेंगे?: ईटीवी भारत संवाददाता ने जब उनसे पूछा कि इस बार तो आप पैरोल पर बाहर आए हैं लेकिन कब तक हमेशा के लिए सलाखों से बाहर निकलेंगे? इस सवाल पर पूर्व विधायक अनंत सिंह ने ईटीवी भारत संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा, 'पैरोल को तीन दिन हो गया है. अगले डेढ़ महीने में वह हमेशा के लिए जेल से बाहर आ जाएंगे.'
अनंत सिंह को मिली है 10 साल की सजा?: अनंत सिंह भले ही डेढ़ महीने बाद जेल से बाहर आने का दावा कर रहे हैं लेकिन ये फिलहाल संभव नहीं दिख रहा है, क्योंकि आर्म्स एक्ट के तहत पटना एमपी-एमएलए कोर्ट ने उनको 10 साल की सजा सुनाई है. सजायाफ्ता होने के कारण ही उनकी विधायकी गई थी, जिसके बाद उपचुनाव में उनकी पत्नी नीलम देवी ने आरजेडी के टिकट पर जीत हासिल की थी.
जेडीयू से अनंत सिंह की डील?: हालांकि इसी साल जनवरी-फरवरी में नीतीश कुमार के पाला-बदल के बाद विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान नीलम देवी ने भी पाला बदल लिया था. उसके बाद से वह जेडीयू खेमे में हैं. ललन सिंह के लिए लगातार चुनाव प्रचार कर रही हैं. अनंत सिंह की पैरोल को भी सत्तापक्ष से फेवर के रूप में ही देखा जा रहा है. ऐसे में अनंत सिंह के डेढ़ महीने बाद हमेशा के लिए रिहाई के दावे में कितना दम है, ये लोकसभा चुनाव के बाद पता चल जाएगा.
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