कोटा. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी तकनीकी शिक्षा के लिए जाने जाते हैं. इन संस्थानों में दाखिले के लिए विद्यार्थियों को काफी मेहनत करनी पड़ती है और एंट्रेंस एग्जाम से गुजरना पड़ता है, लेकिन अब नई शिक्षा नीति के तहत आईआईटी और एनआईटी में भी टीचर्स ट्रेनिंग के कोर्सेज होंगे. विद्यार्थी इनमें इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आईटीईपी) का कोर्स कर सकेंगे. यह कोर्सेज आईआईटी और एनआईटी के अलावा सेंट्रल यूनिवर्सिटीज, रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन (आरआईई) सहित 64 संस्थानों में संचालित किए जाएंगे. इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक परीक्षा आयोजित होंगे और उत्तीर्ण विद्यार्थियों को दाखिला दिया जाएगा.
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (एनईपी 2020) के तहत शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए बड़े बदलाव किए जा रहे हैं. शिक्षा व्यवस्था में अध्यापक शिक्षा (टीचर्स एजुकेशन) का भी इंपॉर्टेंट रोल है. इस दिशा में दूरगामी कदम उठाते हुए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने टीचर्स ट्रेनिंग की बागडोर आईआईटी और एनआईटी को सौंपा है. इन दोनों ही जगहों पर 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम शुरू होंगे.
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आयोजित होंगे एंट्रेंस टेस्ट : इस टीचर्स ट्रेनिंग के लिए सिलेक्शन सिस्टम और एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को बदल दिया है. टीचर्स एजुकेशन के लिए 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आईटीईपी) शुरू किया गया है. इसके तहत बीएससी, बीकॉम व बीए बीएड कोर्स शुरू किया जा रहे हैं. देव शर्मा ने बताया कि आईटीईपी कोर्स के लिए राष्ट्रीय स्तर पर नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (एनसीईटी 2024) का आयोजन किया गया है. इस प्रवेश परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) कर रही है.
सीबीटी मोड पर होगा एंट्रेंस टेस्ट : देव शर्मा ने बताया कि नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट 12 जून को 13 भाषाओं में आयोजित किया जाएगा. यह एग्जाम भी कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) मोड पर होगा. इस परीक्षा में शामिल होने के लिए ऑनलाइन आवेदन की शुरू कर दी गई है.,जिसकी अंतिम तिथि 30 अप्रैल है. इस एंट्रेंस एग्जाम को 12वीं में पढ़ रहे और पास कर चुके विद्यार्थी दे सकते हैं. देव शर्मा ने एग्जामिनेशन पैटर्न के बारे में बताया है कि 160 मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन (एमसीक्यू) पूछे जाएंगे. विद्यार्थियों को प्रश्न पत्र सॉल्व करने के लिए 3 घंटे का समय मिलेगा. इसके अलावा प्रश्नपत्र चार भाग में विभाजित है. इसमें लैंग्वेज, सब्जेक्ट, टीचर एप्टीट्यूड और जनरल टेस्ट शामिल है. इसमें लैंग्वेज पार्ट में 46 प्रश्नों में 40 सॉल्व करने हैं. इसके अलावा सब्जेक्ट में 84 में 75, जनरल टेस्ट में 28 में से 25 और टीचर एप्टीट्यूड में 23 में से 20 प्रश्न करने हैं. इस एग्जाम में 181 प्रश्न पूछे जाएंगे, जिसमें से कैंडिडेट को 160 करने है.
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आईआईटी व एनआईटी में 500 सीटों पर होगी बीए/ बीएससी बीएड : वर्तमान में 64 संस्थानों में 4400 सीट तय की गई है. इनमें 4 आईआईटी खड़गपुर, भुवनेश्वर, जोधपुर और रोपड़ में 200 सीट है, जहां पर बीएससी बीएड की पढ़ाई होगी. इसी तरह से 6 एनआईटी में 300 सीट हैं, जिनमें पांच में बीएससी बीएड है. जबकि एनआईटी तिरुचिरापल्ली में बीए बीएड कोर्स संचालित होगा. शेष एनआईटी में डॉ. बीआर अंबेडकर जालंधर, अगरतला त्रिपुरा, कालीकट कोझीकोड केरला, वारंगल, पुडुचेरी और तिरुचिरापल्ली शामिल है.
इसके अलावा छह सेंट्रल यूनिवर्सिटी में भी यह कोर्स संचालित किए जाएंगे. इनमें सेंट्रल यूनिवर्सिटी हरियाणा महेंद्रगढ़, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ कश्मीर तुलमुल्ला गांदरबल जम्मू कश्मीर, सेंट्रल यूनिवर्सिटी राजस्थान किशनगढ़ अजमेर, सेंट्रल यूनिवर्सिटी केरला कासरगोड, सेंट्रल यूनिवर्सिटी तमिलनाडु तिरुवरूर, सेंट्रल यूनिवर्सिटी पंजाब बठिंडा है. इनकी 6 सीटों पर 250 विद्यार्थियों की इनटेक है.