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बांग्लादेश में दंगा-तख्तापलट से टेंशन में UP के निर्यातक, 2000 करोड़ रुपये फंसे, अब वियतनाम से हैं उम्मीदें - Bangladesh riots - BANGLADESH RIOTS

बांग्लादेश के दंगों ने यूपी के निर्यातकों की भी टेंशन बढ़ा दी है. बांग्लादेश से अब ऑर्डर नहीं मिल रहे हैं. पेमेंट भी फंस गई है. ऐसे में अब सूबे के निर्यातकों को नोएडा में होने वाले इंटरनेशनल ट्रेड शो से काफी उम्मीदें हैं.

यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो से निर्यातकों को काफी उम्मीदें.
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो से निर्यातकों को काफी उम्मीदें. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 8, 2024, 8:12 AM IST

बांग्लादेश में निर्यातकों के करोड़ों रुपये फंसे. (Video Credit; ETV Bharat)

कानपुर : पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था के खिलाफ शुरू हुए आंदोलन ने दंगों का रूप ले लिया. कई हिंदू परिवारों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा. कई मंदिर आगजनी की भेंट चढ़ गए. इन सबके बीच 5 अगस्त को वहां की पीएम शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने देश भी छोड़ दिया. वहां के दंगों के कारण यूपी के सैकड़ों निर्यातकों के करोड़ों रुपये के आर्डर फंस गए. मुश्किल हालात में निर्यातक वहां किसी से बात तक नहीं कर पा रहे हैं. न तो वहां माल जा पा रहा है, और न ही वहां से से पेमेंट आ पा रहा है. ऐसे में निर्यातकों को अगले माह होने वाले यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो से काफी उम्मीदे हैं.

बांग्लादेश में चावल, लेदर उत्पाद, इंजीनियरिंग गुड्स, कृषि उत्पाद समेत करीब 140 से ज्यादा आइटम यूपी से भेजे जाते हैं. यहां से करीब 2500 करोड़ रुपये का सालाना कारोबार होता है. दंगों के कारण सूबे के निर्यातकों के करीब 2000 करोड़ से ज्यादा फंस गए हैं. अकेले कानपुर के ही 400 से 500 करोड़ से ज्यादा का ऑर्डर प्रभावित हुआ है. इससे निर्यातकों की स्थिति चिंताजनक है. हालात कब तक पूरी तरह सामान्य होंगे. इसे लेकर कोई संभावना भी नहीं जताई जा रही है. इस मुश्किल हालात में निर्याकतों की निगाहें अब वियतनाम पर हैं.

वियतनाम के कारोबारी मुश्किलों को करेंगे आसान : साल 2023 में पहली बार आयोजित यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में वियतनाम के निर्यातकों ने बतौर प्रतिभागी हिस्सा लिया था. वहीं, इस साल वियतनाम के निर्यातक व कारोबारी यूपी के कंट्री पार्टनर के तौर पर इस शो में शामिल होंगे. इससे यूपी के कारोबारियों व निर्यातकों को वियतनाम के कारोबारियों संग जुड़ने व उनके साथ बिजनेस करने का मौका मिल सकेगा. उद्योग जगत के विशेषज्ञों का मानना है कि इससे यूपी के निर्यातकों की मुश्किलें काफी हद तक कम होंगी. यूपी से कई उत्पाद वियतनाम में भेजे जाते हैं.

यूपी में अगले महीने होगा इंटरनेशनल ट्रेड शो.
यूपी में अगले महीने होगा इंटरनेशनल ट्रेड शो. (Photo Credit; ETV Bharat)

वियतनाम से 1000-1200 करोड़ रुपये का सालाना कारोबार : फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशन (फियो) के सहायक निदेशक आलोक श्रीवास्तव ने बांग्लादेश के दंगों से निराश निर्यातकों के लिए नई संभावनाओं पर ईटीवी भारत से विशेष बातचीत की. उन्होंने बताया कि वियतनाम के साथ कई माह पहले भारत आसियान इंडिया फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एआईएफटीए) कर चुका है. इस एग्रीमेंट की वजह से यूपी के निर्यातकों के लिए उत्पादों पर ड्यूटी टैक्स फ्री है. इससे ऑर्डर पर कारोबारियों को सीधा मुनाफा मिलेगा. यूपी से हर साल औसतन 1000-1200 करोड़ रुपये के उत्पाद वियतनाम भेजे जाते हैं.

अब पांच सालों तक लगातार इंटरनेशनल ट्रेड शो होगा : फियो के सहायक निदेशक आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि अब आगामी पांच सालों तक लगातार यूपी सरकार की ओर से निर्यातकों का कारोबार बढ़ाने के लिए इंटरनेशनल ट्रेड शो आयोजित होगा. इसकी तिथि 25 से 29 सितंबर तय की गई है. इस ट्रेड शो में यूपी से सैकड़ों निर्यातकों को प्रतिभाग करने का मौका मिलेगा।

इन उत्पादों का यूपी से वियतनाम के लिए होता निर्यात : कच्चा चमड़ा, चमड़े के उत्पाद, हर्ब्स एंड स्पाइसेस, टेक्सटाइल, कच्चा मीट, प्लास्टिक व इंजीनियरिंग गुड्स आदि निर्यात किए जाते हैं. सहायक निदेशक ने बताया कि जिन देशों को भी बांग्लादेश के निर्यात होता था वे अब भारत से उन्मीद लगाए बैठे हैं. यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो नए उद्यमियों के लिए उम्मीद के लिए आएगा. 400 से ज्यादा विदेश ग्राहकों के इस शो में आने की उम्मीद है.

यह भी पढ़ें : विनेश फोगाट ने छोड़ी कुश्ती, बोली-मां मैं हार गई...समर्थन में उतरे नेता और सोशल मीडिया, उठाई गई ये मांग

बांग्लादेश में निर्यातकों के करोड़ों रुपये फंसे. (Video Credit; ETV Bharat)

कानपुर : पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था के खिलाफ शुरू हुए आंदोलन ने दंगों का रूप ले लिया. कई हिंदू परिवारों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा. कई मंदिर आगजनी की भेंट चढ़ गए. इन सबके बीच 5 अगस्त को वहां की पीएम शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने देश भी छोड़ दिया. वहां के दंगों के कारण यूपी के सैकड़ों निर्यातकों के करोड़ों रुपये के आर्डर फंस गए. मुश्किल हालात में निर्यातक वहां किसी से बात तक नहीं कर पा रहे हैं. न तो वहां माल जा पा रहा है, और न ही वहां से से पेमेंट आ पा रहा है. ऐसे में निर्यातकों को अगले माह होने वाले यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो से काफी उम्मीदे हैं.

बांग्लादेश में चावल, लेदर उत्पाद, इंजीनियरिंग गुड्स, कृषि उत्पाद समेत करीब 140 से ज्यादा आइटम यूपी से भेजे जाते हैं. यहां से करीब 2500 करोड़ रुपये का सालाना कारोबार होता है. दंगों के कारण सूबे के निर्यातकों के करीब 2000 करोड़ से ज्यादा फंस गए हैं. अकेले कानपुर के ही 400 से 500 करोड़ से ज्यादा का ऑर्डर प्रभावित हुआ है. इससे निर्यातकों की स्थिति चिंताजनक है. हालात कब तक पूरी तरह सामान्य होंगे. इसे लेकर कोई संभावना भी नहीं जताई जा रही है. इस मुश्किल हालात में निर्याकतों की निगाहें अब वियतनाम पर हैं.

वियतनाम के कारोबारी मुश्किलों को करेंगे आसान : साल 2023 में पहली बार आयोजित यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में वियतनाम के निर्यातकों ने बतौर प्रतिभागी हिस्सा लिया था. वहीं, इस साल वियतनाम के निर्यातक व कारोबारी यूपी के कंट्री पार्टनर के तौर पर इस शो में शामिल होंगे. इससे यूपी के कारोबारियों व निर्यातकों को वियतनाम के कारोबारियों संग जुड़ने व उनके साथ बिजनेस करने का मौका मिल सकेगा. उद्योग जगत के विशेषज्ञों का मानना है कि इससे यूपी के निर्यातकों की मुश्किलें काफी हद तक कम होंगी. यूपी से कई उत्पाद वियतनाम में भेजे जाते हैं.

यूपी में अगले महीने होगा इंटरनेशनल ट्रेड शो.
यूपी में अगले महीने होगा इंटरनेशनल ट्रेड शो. (Photo Credit; ETV Bharat)

वियतनाम से 1000-1200 करोड़ रुपये का सालाना कारोबार : फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशन (फियो) के सहायक निदेशक आलोक श्रीवास्तव ने बांग्लादेश के दंगों से निराश निर्यातकों के लिए नई संभावनाओं पर ईटीवी भारत से विशेष बातचीत की. उन्होंने बताया कि वियतनाम के साथ कई माह पहले भारत आसियान इंडिया फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एआईएफटीए) कर चुका है. इस एग्रीमेंट की वजह से यूपी के निर्यातकों के लिए उत्पादों पर ड्यूटी टैक्स फ्री है. इससे ऑर्डर पर कारोबारियों को सीधा मुनाफा मिलेगा. यूपी से हर साल औसतन 1000-1200 करोड़ रुपये के उत्पाद वियतनाम भेजे जाते हैं.

अब पांच सालों तक लगातार इंटरनेशनल ट्रेड शो होगा : फियो के सहायक निदेशक आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि अब आगामी पांच सालों तक लगातार यूपी सरकार की ओर से निर्यातकों का कारोबार बढ़ाने के लिए इंटरनेशनल ट्रेड शो आयोजित होगा. इसकी तिथि 25 से 29 सितंबर तय की गई है. इस ट्रेड शो में यूपी से सैकड़ों निर्यातकों को प्रतिभाग करने का मौका मिलेगा।

इन उत्पादों का यूपी से वियतनाम के लिए होता निर्यात : कच्चा चमड़ा, चमड़े के उत्पाद, हर्ब्स एंड स्पाइसेस, टेक्सटाइल, कच्चा मीट, प्लास्टिक व इंजीनियरिंग गुड्स आदि निर्यात किए जाते हैं. सहायक निदेशक ने बताया कि जिन देशों को भी बांग्लादेश के निर्यात होता था वे अब भारत से उन्मीद लगाए बैठे हैं. यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो नए उद्यमियों के लिए उम्मीद के लिए आएगा. 400 से ज्यादा विदेश ग्राहकों के इस शो में आने की उम्मीद है.

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