आगरा : ताजमहल या तेजोमहालय का विवाद एक बार फिर तूल पकड़ रहा है. जिससे ताजमहल की सुरक्षा में सेंध लग रही है. इसको लेकर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) बेहद सख्त है. अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने ताजमहल के मुख्य मकबरे पर गंगाजल चढ़ाने का दावा किया. ओम का स्टीकर चिपकाया, हर हर महादेव के नारे लगाकर भगवा भी लहराया. एएसआई ने सोमवार से अब सैलानियों के ताजमहल के मुख्य मकबरे पर पानी बोतल लेकर जाने पर रोक लगा दी है. एएसआई के आदेश को लेकर टूरिस्ट गाइडों ने विरोध शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि, गर्मी और उमस की वजह से आए दिन मुख्य मकबरे पर पर्यटक बेहोश हो जाते हैं. एसआई का ये आदेश दुर्भाग्यपूर्ण है. जिसे वापस लेना चाहिए.
बता दें कि, तीन अगस्त 2024 को मथुरा से आए अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ता श्याम और वीनेश ने ताजमहल के मुख्य मकबरे पर ओम स्टीकर चिपकाकर वहां पर गंगाजल चढ़ाया. मुख्य मकबरे पर गंगाजल चढ़ाने का वीडियो भी बनाकर वायरल किया था. जिस पर सीआईएसएफ ने हिंदूवादी श्याम और वीनेश को हिरासत में लिया था. दोनों के खिलाफ ताजगंज थाना पुलिस ने सीआईएसएफ की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया. दोनों को जेल भेज दिया. सोमवार को हिंदूवादी महिला मीरा राठौर ने ताजहल के मुख्य मकबरे पर पहुंच कर गंगाजल चढ़ाया और भगवा लहराया. हर हर महादेव के नारे लगाए. जिस पर ताजमहल की सुरक्षा में लगे सीआईएसएफ के जवानों ने मीरा राठौर को काबू किया. उससे पूछताछ की तो पता चला कि, अखिल भारत हिंदू महासभा से जुड़ी है. 29 जुलाई को महिला कांवड़ लेकर ताज महल के पश्चिमी गेट पार्किंग पर पहुंची थी.
ताजमहल के वरिष्ठ संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी ने बताया कि, ताजमहल की सुरक्षा और आए दिन के विवाद को लेकर व्यवस्था में बदलाव किया गया है. अब पर्यटक पानी की बोतल ताजमहल के मुख्य मकबरे पर नहीं ले जा सकेंगे. मुख्य मकबरे पर ज्यादा समय नहीं लगता है. पर्यटक मुख्य मकबरे से नीचे चमेली फर्श पर आकर पानी पी सकते हैं. सोमवार शाम से ही ये व्यवस्था लागू कर दी गई है.
कर्मचारी से पर्यटक ले सकते हैं पानी की बोतल : एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ. राजकुमार पटेल ने बताया कि, ताजमहल विश्वदाय इमारत है, जो विश्व धरोहर है. जिसे देखने के लिए हर दिन हजारों की संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक आते हैं. ऐसे में ताजमहल पर जाकर अपनी बातें, विरोध और नया परंपरा शुरू करके ताजमहल को विवादित करने का प्रयास बेहद चिंताजनक है. हमारी पूरी कोशिश है कि, ताजमहल में आने वाले सैलानियों को कोई परेशानी ना हो. मुख्य मकबरे पर कर्मचारियों को पानी की छोटी बोतलें उपलब्ध कराई गई हैं. आपातकालीन स्थित में पर्यटकों को कर्मचारी फ्री पानी की बोतल देंगे.
टूरिस्ट गाइड का विरोध का ऐलान : उप्र टूरिस्ट गाइडस वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक दान का कहना है कि, ताजमहल के मुख्य मकबरे पर पानी की बोतल लेकर जाने पर रोक लगाने का निर्णय बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. एएसआई और सीआईएसएफ को सख्ती और सतर्कता बरतनी चाहिए. जिससे कोई भी ताजमहल की सुरक्षा में सेंध नहीं लगा सके. एसोसिएशन इसका विरोध करती है. क्योंकि, आए दिन गर्मी और उमस की वजह से ताजमहल परिसर और मुख्य मकबरे पर पर्यटकों की तबियत खराब होती है या बेहोश हो जाते हैं. ऐसे में पानी की बोतल पर रोक बेहद चिंताजनक है.
यूं बच निकली महिला : सीआईएसएफ ने ताजमहल पर भगवा लहराने और गंगाजल अर्पण का दावा करने वाली मीरा राठौर को हिरासत में लिया. ताजमहल के वरिष्ठ संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी ने बताया कि, सीआईएसएफ ने कंट्रोल रूम में मीरा राठौर से पूछताछ की. तभी मीरा राठौर के परिजन सीआईएसएफ कार्यालय पहुंच गए. उन्होंने कहा कि, मीरा की मानसिक हालत ठीक नहीं है. वह किसी के बहकावे में आकर ताजमहल पर आई. भगवा लहराया होगा. परिजन की मांग पर हिदायत देकर मीरा राठौर को छोड़ दिया गया.
जलाभिषेक व दुग्धाभिषेक के मामले में सुनवाई 13 अगस्त को : बता दें कि हिंदुवादी संगठनों का दावा है कि, ताजमहल मकबरा नहीं है, ये शिव मंदिर तेजोमहालय है. इसलिए, लंबे समय से ताजमहल या तेजोमहालय का विवाद बना हुआ है. बीते दिनों कोर्ट में योगी यूथ ब्रिगेड ने वाद दायर करके सावन माह में तेजोमहालय में जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक की मांग की है. ताजमहल के सर्वे और कोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति का प्रार्थना पत्र भी दिया था. जिसकी सुनवाई 13 अगस्त को होनी है.
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