देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा रफ्तार पकड़ रही है. मौजूदा स्थिति ये है कि पिछले साल की तुलना में दोगुना श्रद्धालु चारधाम की यात्रा पर पहुंच रहे हैं. जिससे चलते व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं. ऐसे में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने को लेकर जहां एक ओर शासन के आला अधिकारी खुद धरातल पर उतरकर व्यवस्थाओं को बेहतर करने की कवायद में जुटे हुए हैं. वहीं, सीएम धामी ने बैठक लेकर अहम निर्देश दिए हैं.
चुनावी रैली छोड़ देहरादून पहुंचे सीएम धामी: वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी चुनावी रैली छोड़कर देहरादून पहुंचे. जहां उन्होंने शासन स्तर के उच्चाधिकारियों के साथ चारधाम की व्यवस्थाओं को लेकर बैठक ली. इस बैठक निर्णय लिया गया कि जब तक चारधाम की यात्रा सामान्य रूप से संचालित होनी शुरू नहीं हो जाती, तब तक वीआईपी दर्शनों पर रोक रहेगी.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अभी महत्वपूर्ण यात्रा चल रही है. ऐसे में उच्च अधिकारियों के साथ यात्रा की समीक्षा की गई है. जब से चारधाम की यात्रा शुरू हुई है, उसके बाद से ही लगातार यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है. पिछले साल की तुलना में इस साल धामों में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं. जिसके चलते श्रद्धालुओं से अपील किया था कि अपना रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद ही चारधाम यात्रा पर आए.
उत्तराखंड की आर्थिकी का बड़ा आधार है चारधाम यात्रा: चारधाम यात्रा उत्तराखंड की आर्थिकी का एक बड़ा आधार है. क्योंकि, इससे लाखों लोगों की रोजी-रोटी चलती है. चारधाम की यात्रा पर तमाम राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को अगर दिक्कत होती है तो सरकार भी परेशान होती है. लिहाजा, बैठक के दौरान तमाम पहलुओं पर चर्चा किया गया है.
ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन, लोगों का आना-जाना, श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा होने के चलते धामों में देर से पहुंचने की समस्या समेत तमाम बिंदुओं पर चर्चा किया गया है. ऐसे में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाओं को बेहतर करना है, इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.
31 मई तक वीआईपी दर्शन पर रोक: सीएम धामी ने कहा कि राज्य सरकार की पूरी कोशिश है कि जल्द से जल्द चारधाम की यात्रा स्मूथ हो जाए. ताकि, आने वाले लोगों को किसी भी परेशानी का सामना ना करना पड़े. हालांकि, इस संबंध में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने भी आदेश जारी कर दिए हैं, जिसके तहत 31 मई तक वीआईपी दर्शन पर रोक लगा दी गई है.
सीएम धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा शुरू होने के दौरान अन्य राज्य से इस बाबत निवेदन किया गया था कि शुरुआती दिनों में अत्यधिक भीड़ होती है. ऐसे में वीआईपी दर्शन करने के चलते यात्रा में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो, इसके लिए 15 दिन तक के लिए वीआईपी दर्शन पर रोक लगाई गई थी.
वीआईपी अपनी यात्रा को करें पोस्टपोन: अब निर्णय लिया गया है कि जब तक चारधाम की यात्रा सामान्य स्थिति में नहीं आ जाती है और यात्रा प्रॉपर चलने नहीं लग जाती है, तब तक वीआईपी अपनी यात्रा को पोस्टपोन करेंगे तो अच्छा रहेगा. उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील किया कि बाबा केदार और बदरी विशाल के दर्शन करने आ रहे हैं, लेकिन चारधाम यात्रा के कुछ नियम है उन नियमों का सभी को पालन करना चाहिए.
चारधाम यात्रा में अबतक 12 श्रद्धालुओं की मौत, हेल्थ स्क्रीनिंग कर ही आगे बढ़ें यात्री: चारधाम की यात्रा कोई सामान यात्रा नहीं, बल्कि बहुत कठिन यात्रा होती है. क्योंकि, विषम भौगोलिक परिस्थितियों के चलते मौसम करवट बदलता रहता है. लिहाजा, श्रद्धालुओं को चाहिए कि वो अपना हेल्थ स्क्रीनिंग करने के बाद ही यात्रा के लिए आगे बढ़े. क्योंकि, उन्हें भी अच्छा नहीं लगता कि लोग देवभूमि में आए और उन्हें कोई परेशानी हो. वहीं, अभी तक चारधाम में 12 मौतें हो चुकी है.
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