मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में मुंबई पुलिस ने चौथे आरोपी की भी पहचान कर ली है, जिसका नाम मोहम्मद जीशान अख्तर बताया गया है. पुलिस के मुताबिक जीशान पंजाब के जालंधर का रहने वाला है. वह इसी साल जून में पटियाला जेल से रिहा हुआ था. पटियाला जेल में कैद के दौरान वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के अपराधियों के संपर्क में आया था.
शनिवार रात को मुंबई के बांद्रा में बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया था. रविवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया. अभियोजन पक्ष और बचाव पक्ष की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने दो आरोपियों में से एक को 21 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया.
#WATCH | Baba Siddique Murder case | Mumbai: The accused, identified as Gurmail Singh and Dharamraj Kashyap taken from Esplanade Court.
— ANI (@ANI) October 13, 2024
The Court sent accused Gurmail Singh to Mumbai Crime Branch custody till 21 October. Police custody of Dharamraj Kashyap was not given. The… pic.twitter.com/Ib1uctH1wI
वहीं, दूसरे आरोपी धर्मराज कश्यप को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है, क्योंकि उसने खुद को नाबालिग बताया है. धर्मराज कश्यप की वास्तविक उम्र का पता लगाने के लिए बोन ऑसिफिकेशन टेस्ट कराया जाएगा. अदालत ने इसकी मंजूरी दे दी है.
पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मुंबई पुलिस ने अब तक हत्या में शामिल चार आरोपियों की पहचान की है. पुलिस ने जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप हैं. दो अन्य आरोपी शिवा कुमार और मोहम्मद जीशान अख्तरफरार हैं. मुंबई पुलिस ने दोनों को पकड़ने के लिए 10 टीमें गठित की हैं.
बाबा सिद्दीकी को वाई कैटेगरी सुरक्षा नहीं मिली थी...
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि एनसीपी नेता को वाई कैटेगरी सुरक्षा नहीं मिली हुई थी. मुंबई पुलिस ने इस दावे का खंडन किया और कहा कि बाबा सिद्दीकी को वाई लेवल की सुरक्षा नहीं मिली थी.
पुलिस ने कहा कि फिलहाल क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है. गिरफ्तार दो आरोपियों के पास से दो पिस्तौल और 28 कारतूस बरामद किए गए हैं. पुलिस जांच कर रही है कि लॉरेंस बिश्नोई इस गिरोह में शामिल है या नहीं. पुलिस ने कहा कि बाबा सिद्दीकी की सुरक्षा में तीन पुलिसकर्मियों को लगाया गया था. बाबा के पास किसी कैटेगरी की सुरक्षा नहीं थी. घटना के समय एक पुलिसकर्मी वहां मौजूद था.
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