नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20-21 जून को दो दिवसीय यात्रा पर कश्मीर जाएंगे. पीएम मोदी 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर कश्मीर की जनता के साथ सुबह 6.30 बजे योग करेंगे. पीएम मोदी यात्रा के पहले दिन यानी 20 जून को शाम 6 बजे युवाओं के एक कार्यक्रम में शामिल होंगे. यह कार्यक्रम श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल सेंटर में होगा. इसके बाद वह 21 जून की सुबह 6:30 बजे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर श्रीनगर में योग कार्यक्रम में शामिल होंगे.
केंद्रीय आयुष मंत्री प्रतापराव गणपतराव जाधव ने बताया कि 2014 में एनडीए की सरकार बनने के बाद से ही पीएम मोदी की कोशिश की वजह से योग को अंतराष्ट्रीय पहचान मिली है और आज कई देशों में भी भारत से ट्रेनिंग लेकर योग के गुरु वहां जाकर ट्रेनिंग दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं योग का मतलब है रोग का जीरो प्रीमियम और आज पीएम की कोशिश से ही देश-विदेश में लोकप्रिय हो रहा है. उन्होंने कहा कि 21 जून को पीएम मोदी जब कश्मीर के लगभग 5,000 स्थानीय निवासियों के साथ योग करेंगे तो वहां से कश्मीर में अमन-शांति को लेकर भी एक अलग संदेश जाएगा.
हाल ही में जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी घटनाएं हुई हैं, ऐसे में पीएम मोदी की यात्रा को लेकर क्या खास इंतजाम किए जा रहे हैं. इस संबंध में उन्होंने कहा कि पहले के कश्मीर को देखें और आज के हालत देखें तो कश्मीर में काफी बदलाव आए हैं. जहां तक कुछ आतंकी घटनाओं की बात है तो सीमा पार से कश्मीर में अशांति फैलाने की हरसंभव कोशिश की जाती है, मगर हमारी सरकार और सैन्य बल उसका मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि पीएम के कार्यक्रम के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं.
क्या आयुष मंत्रालय इसके बाद कश्मीर में योग से संबंधित सेंटर खोलने और इसे रोजगार के रूप में वहां के युवाओं को जोड़ने के लिए भी कोई कार्यक्रम बना रहा है. इस सवाल पर केंद्रीय आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने कहा कि उनका मंत्रालय पूरे देश में योग सेंटर खोल रहा है और ट्रेनिंग कार्यक्रम चला रहा है. यहां से ट्रेनिंग लेकर युवा देश-विदेश में जाकर योग की ट्रेनिंग दे रहे हैं और रोजगार कमा रहे हैं. ऐसे में पूरे देश में योग पर काफी युवा निर्भर हैं.
क्या आयुष मंत्रालय देश के सभी स्कूलों में योग को अनिवार्य करने की कोई योजना बना रहा है. इस पर उन्होंने कहा कि योग से अब हर धर्म और संप्रदाय के लोग जुड़े हैं और ज्यादातर स्कूलों में भी इसकी शिक्षा दी जा रही है. अब योग सर्वसुलभ कार्यक्रम के रूप में लोगों के लिए उपलब्ध है.
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