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असम: बाढ़ के हालात जस के तस, 2 लाख से ज्यादा प्रभावित, मरने वालों का आंकड़ा पहुंचा 34 - Assam Flood Situation

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 1, 2024, 9:40 AM IST

Assam Flood Situation: असम में बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई, जिसमें दो और लोगों की मौत हो गई और 12 जिलों में 262,000 से अधिक लोग बाढ़ की चपेट में हैं. वहीं, दो स्थानों पर ब्रह्मपुत्र समेत पांच प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. पढ़ें पूरी खबर...

Assam Flood Situation
असम में बाढ़ (ETV Bharat)

गुवाहाटी: असम में हाल ही में बाढ़ की स्थिति ने भयावह रूप ले लिया है. ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. इस साल अब तक बाढ़ में 34 लोगों की मौत हो चुकी है. कई गांव अभी भी जलमग्न हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के ताजा आंकड़ों के अनुसार राज्य के 12 जिले अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं. आंकड़ों के अनुसार राज्य के 12 जिलों के 671 गांवों का बड़ा इलाका बाढ़ में डूबा हुआ है. बाढ़ से अब तक कई लोग प्रभावित हुए हैं.

दो और मौतें, मृतकों की संख्या 34 हुई
रविवार को इस बाढ़ में एक बच्चे समेत दो लोगों की मौत हो गई है. इसके साथ ही राज्य में इस साल बाढ़ में अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है.

12 जिलों के 36 राजस्व क्षेत्र प्रभावित
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के ताजा आंकड़ों के अनुसार, मौजूदा बाढ़ में 671 गांवों के 2,62,186 लोग प्रभावित हुए हैं. बाढ़ प्रभावित जिले हैं- कामरूप, करीमगंज, तिनसुकिया, गोलाघाट, धेमाजी, माजुली, कछार, लखीमपुर, डिब्रूगढ़, शिवसागर, कोकराझार और जोरहाट. आंकड़ों के अनुसार, कामरूप जिले के 148 गांव बाढ़ में डूबे हुए हैं.

बाढ़ में 6546 हेक्टेयर कृषि भूमि क्षतिग्रस्त
बाढ़ में 6546 हेक्टेयर कृषि भूमि क्षतिग्रस्त हुई है.

धेमाजी और कामरूप जिले में बाढ़ का कहर
राज्य में बाढ़ प्रभावित लोग अभी भी कई आश्रय शिविरों में शरण लिए हुए हैं. बाढ़ प्रभावित लोग करीमगंज जिले में 38 आश्रय शिविरों में शरण लिए हुए हैं. शेष 1 आश्रय शिविर कछार में, 7 आश्रय शिविर धेमाजी में, 2 आश्रय शिविर तिनसुकिया जिले में हैं. गौरतलब है कि बाढ़ के बाद विभिन्न संक्रामक रोगों का प्रकोप हुआ है. कई स्थानों पर बाढ़ से क्षतिग्रस्त खराब सड़कों, पुलों आदि के कारण यातायात बाधित हुआ है.

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गुवाहाटी: असम में हाल ही में बाढ़ की स्थिति ने भयावह रूप ले लिया है. ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. इस साल अब तक बाढ़ में 34 लोगों की मौत हो चुकी है. कई गांव अभी भी जलमग्न हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के ताजा आंकड़ों के अनुसार राज्य के 12 जिले अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं. आंकड़ों के अनुसार राज्य के 12 जिलों के 671 गांवों का बड़ा इलाका बाढ़ में डूबा हुआ है. बाढ़ से अब तक कई लोग प्रभावित हुए हैं.

दो और मौतें, मृतकों की संख्या 34 हुई
रविवार को इस बाढ़ में एक बच्चे समेत दो लोगों की मौत हो गई है. इसके साथ ही राज्य में इस साल बाढ़ में अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है.

12 जिलों के 36 राजस्व क्षेत्र प्रभावित
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के ताजा आंकड़ों के अनुसार, मौजूदा बाढ़ में 671 गांवों के 2,62,186 लोग प्रभावित हुए हैं. बाढ़ प्रभावित जिले हैं- कामरूप, करीमगंज, तिनसुकिया, गोलाघाट, धेमाजी, माजुली, कछार, लखीमपुर, डिब्रूगढ़, शिवसागर, कोकराझार और जोरहाट. आंकड़ों के अनुसार, कामरूप जिले के 148 गांव बाढ़ में डूबे हुए हैं.

बाढ़ में 6546 हेक्टेयर कृषि भूमि क्षतिग्रस्त
बाढ़ में 6546 हेक्टेयर कृषि भूमि क्षतिग्रस्त हुई है.

धेमाजी और कामरूप जिले में बाढ़ का कहर
राज्य में बाढ़ प्रभावित लोग अभी भी कई आश्रय शिविरों में शरण लिए हुए हैं. बाढ़ प्रभावित लोग करीमगंज जिले में 38 आश्रय शिविरों में शरण लिए हुए हैं. शेष 1 आश्रय शिविर कछार में, 7 आश्रय शिविर धेमाजी में, 2 आश्रय शिविर तिनसुकिया जिले में हैं. गौरतलब है कि बाढ़ के बाद विभिन्न संक्रामक रोगों का प्रकोप हुआ है. कई स्थानों पर बाढ़ से क्षतिग्रस्त खराब सड़कों, पुलों आदि के कारण यातायात बाधित हुआ है.

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