जामताड़ा: भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज बागी नेताओं को मनाने में भाजपा जुटी हुई है. भाजपा के झारखंड में चुनाव प्रभारी असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा भी इस डैमेज को कंट्रोल करने में लगे हुए हैं.
कुंडहीत के बाद शुक्रवार को दूसरे दिन जामताड़ा में हिमंता बिस्वा सरमा ने बागी नेता से उनके आवास पर मिले और उनको मनाने का भरपूर प्रयास किया. लगे हाथ उन्होंने झारखंड सरकार पर हमला बोला और झामुमो में बंटी-बबली की सरकार बताया. उन्होंने कहा कि दोबारा ये सरकार आई तो कोई सुरक्षित नहीं रह सकता. साथ ही आलमगीर और इरफान अंसारी पर भी जमकर हमला बोला.
'बबली-बंटी की सरकार'
इस दौरान असम के सीएम हेमंत बिस्वा सरमा ने वर्तमान हेमंत सरकार और झारखंड मुक्ति मोर्चा पर जमकर हमला बोला. उन्होंने झामुमो में बंटी बबली की सरकार बताया. उन्होंने कहा कि अगर यह सरकार दोबारा आई तो राज्य में कोई सुरक्षित नहीं रह सकता. झमुमो सरकार को घुसपैठियों को संरक्षण देने वाली सरकार बताया. असम के मुख्यमंत्री ने झामुमो के पूरे सिस्टम को ढोंगी बताया.
असम से भी बदतर झारखंड की स्थिति: हिमंता बिस्वा सरमा
असम के मुख्यमंत्री ने बताया कि झारखंड की स्थिति असम से भी बदतर है. उन्होंने कहा कि 3 महीने के अंदर झारखंड घूमने से पता चला कि असम से भी खराब हालत झारखंड की है. इसलिए यहां की सरकार को बदलना जरूरी है और यह सब की जिम्मेदारी है. यह सरकार घुसपैठियों की सरकार है. अगर यह सरकार फिर आती है तो हमारी सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी. उन्होंने कहा कि मेहनत आप कर रहे है मगर पैसा आपको नहीं बल्कि आलमगीर को मिल रहा है. इरफान अंसारी पर बात करते हुए हिमंता ने कहा कि आदिवासियों के खिलाफ उन्होंने अनाप शनाप बोला मगर अभी तक उनके विरुद्ध कुछ नहीं हुआ है.
झारखण्ड में जनता का पैसा मिया आलमगीर आलम के घर पहुँचता है। मिया इरफ़ान अंसारी, मुख्यमंत्री की भाभी और एक आदिवासी नेता के बारे में अनाप-शनाप कहते हैं, और उन्हें कुछ नहीं होता। JMM-Cong की सरकार किसकी है? क्या यह सिर्फ एक ही समुदाय के लिए है? pic.twitter.com/Xf8JYemZ2b
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) November 1, 2024
टिकट न मिलने से नाराज पार्टी नेता
जामताड़ा में नाला और जामताड़ा दो विधानसभा क्षेत्र के चुनाव होने हैं. दोनों विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट नहीं मिलने से दो बागी नेता नाराज चल रहे हैं. नाराज बागी नेताओं ने पार्टी से बगावत कर, नाला विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर केा चुनाव मैदान में ताल ठोक दी है. ऐसे में पार्टी डैमेज कंट्रोल करने के लिए जुटी हुई है और जिसका बीड़ा जामताड़ा में असम के मुख्यमंत्री उठाया है.
आपको बता दें की जामताड़ा विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन हैं. सीता सोरेन को प्रत्याशी बनाए जाने पर यहां पर एक गुट नाराज चल रहा है. वहीं दूसरी ओर नाला विधानसभा में पूर्व कृषि मंत्री भाजपा नेता सत्यनारायण झा को टिकट नहीं मिलने पर वह नाराज हैं, और माधव चंद्र महतो को टिकट दिये जाने से वहां विरोध कर रहे हैं. अब आने वाला समय ही बताएगा कि कौन पार्टी में वापस आएगा और कौन दूरी बनाएगा.
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