रतलाम(दिव्यराज सिंह): कांटों की खूबसूरती के लिए मशहूर कैक्टस नगरी सैलाना में दो-दो कैक्टस गार्डन बन कर तैयार हो चुके हैं. वन विभाग ने सैलाना पैलेस में स्थित विश्व प्रसिद्ध कैक्टस गार्डन की ही तर्ज पर 10 हेक्टेयर क्षेत्र में कैक्टस ईको गार्डन तैयार किया है. वर्तमान में 6 हेक्टेयर क्षेत्र में कैक्टस का गार्डन तैयार भी हो चुका है. यहां आने वाले सैलानी अब कांटो से भरे खूबसूरत कैक्टस की सुंदरता निहारने का दोहरा आनंद ले सकते हैं.
बनेगा एशिया का सबसे बड़ा कैक्टस गार्डन
रतलाम के सैलाना पैलेस स्थित निजी कैक्टस गार्डन एशिया का दूसरा सबसे बड़ा कैक्टस गार्डन है. इसके बाद अब वन विभाग द्वारा 10 हेक्टेयर क्षेत्र में नया कैक्टस गार्डन तैयार किया जा रहा है. पहले चरण में कैक्टस गार्डन में 6 हेक्टेयर क्षेत्र में कैक्टस के पेड़ और पौधे लगाने का काम पूरा हो चुका है. दूसरे चरण में इसे 10 हेक्टेयर क्षेत्र में तैयार किया जाएगा. इसके बाद यह एशिया का सबसे बड़ा कैक्टस गार्डन होने का गौरव हासिल कर सकता है.
कैक्टस की 100 से अधिक वैरायटी मौजूद
वन विभाग की परिक्षेत्र अधिकारी सीमा सिंह ने बताया कि "सैलाना में वन विभाग द्वारा विकसित किए जा रहे कैक्टस ईको पार्क में वर्तमान में 500 कैक्टस के पौधे लगाए गए हैं. 100 से अधिक वैरायटी यहां लगाई गई है. कई कैक्टस के पेड़ तो 20-20 फीट तक ऊंचे हैं. यहां विशेष आकृति और फल-फूल वाले कैक्टस के पेड़ भी यहां लगाए गए हैं. इसके साथ ही यहां पर इको पार्क और तितली पार्क भी तैयार किया जा रहा है."
कैक्टस गार्डन में हो चुकी है फिल्मों की शूटिंग
सैलाना पैलेस में स्थित कैक्टस गार्डन की सुंदरता फिल्म इंडस्ट्री को भी खूब पसंद आई थी. इस गार्डन को 1960 में महाराज दिग्विजय सिंह राठौर ने बनवाया था. 80 के दशक में यहां धर्मेंद्र और शत्रुघ्न सिन्हा द्वारा अभिनीत फिल्म 'जीने नहीं दूंगा' की शूटिंग भी हो चुकी है. 80 के दशक में ही कुछ अन्य हिंदी एवं राजस्थानी फिल्मों की शूटिंग भी इसी प्रसिद्ध कैक्टस गार्डन में हुई है.
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कैसे पहुंचे सैलाना
रतलाम-बांसवाड़ा मार्ग पर स्थित सैलाना के कैक्टस गार्डन को देखने के लिए सैलानी सड़क मार्ग से यहां पहुंच सकते हैं. सैलाना की दूरी रतलाम रेलवे स्टेशन से 25 किलोमीटर है. मध्य प्रदेश और राजस्थान को जोड़ने वाले बांसवाड़ा रतलाम मार्ग से भी पर्यटक यहां पहुंच सकते हैं और दो-दो कैक्टस गार्डन की सुंदरता निहार सकते हैं.