वाराणसी : एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और अपना दल कमेरावादी के जिला अध्यक्ष दिलीप पटेल के खिलाफ वाराणसी में चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया है. यह नोटिस 25 अप्रैल को वाराणसी में हुई महारैली में ओवैसी की तरफ से दिए गए भाषण के बाद जारी किया गया है. इस संदर्भ में पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ की तरफ से चुनाव आयोग से डिजिटल तरीके से शिकायत की गई थी. ओवैसी पर भड़काऊ भाषण देकर लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया था.
25 अप्रैल को वाराणसी के नाटीइमली में एक जनसभा आयोजित की गई थी. इसमें ओवैसी और अपना दल कमेरावादी के नेताओं ने मंच साझा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी से लेकर अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी समेत अन्य पार्टियों पर जमकर हमला बोला था. भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ के पदाधिकारी शशांक शेखर त्रिपाठी ने इस संदर्भ में शिकायत करते हुए कहा था कि जनसभा में ओवैसी ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी सिर्फ मुसलमान से नफरत किए जाने की है. हमारे लोगों को जेल में जहर देकर मारा जा रहा है. मोदी मुसलमान को घुसपैठिया बोलते हैं.
शशांक शेखर का कहना था कि पीएम मोदी ने ऐसी बातें कभी नहीं कही. यह मुस्लिम मतों को बरगलाने और बदलने के लिए किया गया कुचक्र है. ओवैसी ने पीएम के भाषण को गलत तरीके से पेश किया. यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. इसके बाद उन्होंने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की थी. शहर उत्तरी विधानसभा क्षेत्र के डिप्टी कलेक्टर नीरज प्रसाद ने बताया कि ओवैसी के भाषण का वीडियो आदि देखने के बाद दोनों नेताओं को नोटिस जारी किया गया है.
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