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आंध्र प्रदेश: आज से शुरू हुई एनटीआर भरोसा सामाजिक सुरक्षा पेंशन, सीएम ने खुद जाकर सौंपा चेंक - NTR Bharosa Pension

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 1, 2024, 11:45 AM IST

Updated : Jul 1, 2024, 12:53 PM IST

N Chandrababu Naidu: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने सोमवार को गुंटूर जिले के पेनुमाका में नई सरकार के पहले कल्याणकारी पेंशन वितरण कार्यक्रम में भाग लिया. सुबह 6 बजे कॉलोनी में उन्होंने लाभार्थियों को अपने हाथों से पेंशन सौंपी. पढ़ें पूरी खबर...

N Chandrababu Naidu
मुख्यमंत्री नायडू (N Chandrababu Naidu (x handle))

अमरावती: पूरे आंध्र प्रदेश में पेंशन का वितरण शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू खुद पेंशन वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए. एनटीआर भरोसा सामाजिक सुरक्षा पेंशन के वितरण के हिस्से के रूप में, उन्होंने गुंटूर जिले के पेनुमाका में एसटी कॉलोनी में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया. सुबह 6 बजे कॉलोनी में उन्होंने लाभार्थियों को अपने हाथों से पेंशन सौंपी.

बनावत पामुलु नाइक के परिवार ने चंद्रबाबू के हाथों पेंशन ली. चंद्रबाबू ने खुद पामुलु नाइक को वृद्धावस्था पेंशन, उनकी बेटी इसलावत शिवकुमारी को विधवा पेंशन और राजधानी में भूमिहीन लोगों को दी जाने वाली पेंशन अपनी पत्नी को दी. देश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने खुद लाभार्थी के घर जाकर पेंशन सौंपी है. इसे एक रिकॉर्ड बताया जा रहा है. पेंशन वितरण के बाद मुख्यमंत्री चंद्रबाबू ने गांव के मस्जिद केंद्र में आयोजित सार्वजनिक मंच में भाग लिया. ग्रामीणों और लाभार्थियों से बात की.

सीएम चंद्रबाबू ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट करते हुए कहा कि हमने जो वादा किया था, उसे पूरा किया है. मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि आज से हमारे पात्र नागरिकों को बढ़ी हुई एनटीआर भरोसा पेंशन उनके दरवाजे पर मिलेगी. कुटमी के सभी विधायकों के साथ, मैंने गुंटूर में वितरण का नेतृत्व करके अपना कर्तव्य निभाया, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि बकाया सहित बढ़ी हुई पेंशन 65.31 लाख नागरिकों के दरवाजे तक पहुंचे. बुजुर्गों, विधवाओं, एकल महिलाओं, हथकरघा श्रमिकों, ताड़ी निकालने वालों, मछुआरों, ट्रांसजेंडरों और कलाकारों को पेंशन के रूप में 4,000 रुपये प्रति माह मिलेंगे. हमारे विशेष रूप से विकलांग नागरिकों के लिए, पेंशन को 3,000 रुपये प्रति माह से संशोधित कर 6,000 रुपये कर दिया गया है. उन 24,318 बहनों और भाइयों के लिए, जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं, पेंशन को 5,000 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दिया गया है.

गठबंधन सरकार द्वारा चुनावी घोषणा पत्र में किये गये वादे के अनुरूप अप्रैल माह से बढ़ी हुई पेंशन प्रदान की जा रही है. अभी तक पेंशन 3,000 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से दिया जा रहा था. लेकिन गठबंधन सरकार ने हाल ही में इसमें 1,000 की बढ़ोंतरी की है. जिसके बाद अब लाभार्थियों के प्रति व्यक्ति के हिसा से 4,000 रुपये दिए जा रहे हैं. घोषणापत्र में किए गए वादे के मुताबिक यह बढ़ी हुई पेंशन अप्रैल से लागू होगी. अप्रैल, मई और जून महीने के लिए रु. कुल 1,000 रुपये आज 7,000 वितरित किये जा रहे हैं.

मालूम हो कि सरकार ने राज्य भर में कुल 65.18 लाख लोगों को पेंशन वितरण के लिए 4,408 करोड़ रुपये जारी किए हैं. राज्य सरकार ने पेंशन वितरण को गरिमापूर्ण ढंग से आगे बढ़ाया है. अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं कि पेंशन का वितरण पहले दिन 100 प्रतिशत पूरा हो जाए. प्रत्येक सचिवालय कर्मचारी के लिए 50 पेंशनरों का आवंटन किया गया है. इससे अधिक होने पर कुछ स्थानों पर आंगनवाड़ी और आशा स्टाफ की सेवाएं भी ली जाएंगी. यदि किसी कारणवश, जो लोग पहले दिन अपनी पेंशन प्राप्त करने में असमर्थ हैं, ग्राम और वार्ड सचिवालय कर्मचारी दूसरे दिन उनके घर के पास इसे प्रदान करेंगे.

इसके अलावा, बुजुर्गों और विधवाओं को 4 हजार रुपये की पेंशन देने वाला आंध्र प्रदेश देश का पहला राज्य है. अभी तक केवल हरियाणा सरकार ही वृद्धावस्था, विकलांग और विधवाओं को 3000 रुपये पेंशन दे रही है. जून 2024 तक आंध्र प्रदेश ने भी 3 हजार रुपये की पेंशन दी है.

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अमरावती: पूरे आंध्र प्रदेश में पेंशन का वितरण शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू खुद पेंशन वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए. एनटीआर भरोसा सामाजिक सुरक्षा पेंशन के वितरण के हिस्से के रूप में, उन्होंने गुंटूर जिले के पेनुमाका में एसटी कॉलोनी में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया. सुबह 6 बजे कॉलोनी में उन्होंने लाभार्थियों को अपने हाथों से पेंशन सौंपी.

बनावत पामुलु नाइक के परिवार ने चंद्रबाबू के हाथों पेंशन ली. चंद्रबाबू ने खुद पामुलु नाइक को वृद्धावस्था पेंशन, उनकी बेटी इसलावत शिवकुमारी को विधवा पेंशन और राजधानी में भूमिहीन लोगों को दी जाने वाली पेंशन अपनी पत्नी को दी. देश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने खुद लाभार्थी के घर जाकर पेंशन सौंपी है. इसे एक रिकॉर्ड बताया जा रहा है. पेंशन वितरण के बाद मुख्यमंत्री चंद्रबाबू ने गांव के मस्जिद केंद्र में आयोजित सार्वजनिक मंच में भाग लिया. ग्रामीणों और लाभार्थियों से बात की.

सीएम चंद्रबाबू ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट करते हुए कहा कि हमने जो वादा किया था, उसे पूरा किया है. मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि आज से हमारे पात्र नागरिकों को बढ़ी हुई एनटीआर भरोसा पेंशन उनके दरवाजे पर मिलेगी. कुटमी के सभी विधायकों के साथ, मैंने गुंटूर में वितरण का नेतृत्व करके अपना कर्तव्य निभाया, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि बकाया सहित बढ़ी हुई पेंशन 65.31 लाख नागरिकों के दरवाजे तक पहुंचे. बुजुर्गों, विधवाओं, एकल महिलाओं, हथकरघा श्रमिकों, ताड़ी निकालने वालों, मछुआरों, ट्रांसजेंडरों और कलाकारों को पेंशन के रूप में 4,000 रुपये प्रति माह मिलेंगे. हमारे विशेष रूप से विकलांग नागरिकों के लिए, पेंशन को 3,000 रुपये प्रति माह से संशोधित कर 6,000 रुपये कर दिया गया है. उन 24,318 बहनों और भाइयों के लिए, जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं, पेंशन को 5,000 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दिया गया है.

गठबंधन सरकार द्वारा चुनावी घोषणा पत्र में किये गये वादे के अनुरूप अप्रैल माह से बढ़ी हुई पेंशन प्रदान की जा रही है. अभी तक पेंशन 3,000 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से दिया जा रहा था. लेकिन गठबंधन सरकार ने हाल ही में इसमें 1,000 की बढ़ोंतरी की है. जिसके बाद अब लाभार्थियों के प्रति व्यक्ति के हिसा से 4,000 रुपये दिए जा रहे हैं. घोषणापत्र में किए गए वादे के मुताबिक यह बढ़ी हुई पेंशन अप्रैल से लागू होगी. अप्रैल, मई और जून महीने के लिए रु. कुल 1,000 रुपये आज 7,000 वितरित किये जा रहे हैं.

मालूम हो कि सरकार ने राज्य भर में कुल 65.18 लाख लोगों को पेंशन वितरण के लिए 4,408 करोड़ रुपये जारी किए हैं. राज्य सरकार ने पेंशन वितरण को गरिमापूर्ण ढंग से आगे बढ़ाया है. अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं कि पेंशन का वितरण पहले दिन 100 प्रतिशत पूरा हो जाए. प्रत्येक सचिवालय कर्मचारी के लिए 50 पेंशनरों का आवंटन किया गया है. इससे अधिक होने पर कुछ स्थानों पर आंगनवाड़ी और आशा स्टाफ की सेवाएं भी ली जाएंगी. यदि किसी कारणवश, जो लोग पहले दिन अपनी पेंशन प्राप्त करने में असमर्थ हैं, ग्राम और वार्ड सचिवालय कर्मचारी दूसरे दिन उनके घर के पास इसे प्रदान करेंगे.

इसके अलावा, बुजुर्गों और विधवाओं को 4 हजार रुपये की पेंशन देने वाला आंध्र प्रदेश देश का पहला राज्य है. अभी तक केवल हरियाणा सरकार ही वृद्धावस्था, विकलांग और विधवाओं को 3000 रुपये पेंशन दे रही है. जून 2024 तक आंध्र प्रदेश ने भी 3 हजार रुपये की पेंशन दी है.

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Last Updated : Jul 1, 2024, 12:53 PM IST
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