डिब्रूगढ़: खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह ने पंजाब के खडूर साहिब निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा और लोकसभा चुनाव जीता, जबकि वह इस समय डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में बंद हैं. हाल ही में संपन्न आम चुनाव में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में उसकी प्रचंड जीत के बाद, अमृतपाल सिंह के माता-पिता जेल में बंद अपने बेटे को बधाई देने के लिए हाथों में मिठाई लेकर शनिवार को डिब्रूगढ़ की सेंट्रल जेल पहुंचे.
अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह और मां बलविंदर कौर ने जेल में बंद अपने बेटे के लोकसभा सांसद बनने की खुशी में पत्रकारों, जेल प्रहरियों, पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय जेल में बंद कैदियों को मिठाइयां भी बांटीं. अमृतपाल सिंह के पिता ने संवाददाताओं से कहा कि अमृपाल के 1,90,000 से अधिक मतों के अंतर से चुनाव जीतने के बाद पंजाब के लोगों में जश्न का माहौल है.
माता-पिता को उम्मीद है कि अमृतपाल सिंह जल्द ही जेल से रिहा हो जाएंगे. तरसेम सिंह ने मीडियाकर्मियों को बताया कि परिवार ने अमृतपाल को संसद में शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने की सुविधा देने के लिए अमृतसर के जिला मजिस्ट्रेट से भी अपील की है. गौरतलब है कि खालिस्तानी समर्थक और 'वारिस पंजाब दे' नेता अमृतपाल सिंह पंजाब में गिरफ्तारी के बाद 23 अप्रैल, 2023 से डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में बंद हैं.
वारिस पंजाब डे के प्रमुख अमृतपाल सिंह सहित दस खालिस्तानी कैदी कड़ी सुरक्षा घेरे के बीच डिब्रूगढ़ की सेंट्रल जेल में अपने दिन बिता रहे हैं. अब जब अमृतपाल सिंह सांसद बनकर खुले आसमान के नीचे आएंगे तो देखने लायक होगा.
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