देहरादूनः क्या आप सोच सकते हैं कि कार में AC चलाकर लंबे समय तक बैठे रहने और उस पर शराब पीने से मौत हो सकती है. ऐसा ही कुछ देहरादून के राजपुर थाना क्षेत्र में हुआ है. पुलिस को सोमवार को सहस्त्रधारा हेलीपैड के पीछे नागल वाली रोड पर खड़ी कार में महिला और पुरुष की लाश मिली थीं. जांच में जो सामने आया उस पर यकीन करना मुश्किल था.
26 अगस्त की सुबह देहरादून की राजपुर थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि सहस्त्रधारा हेलीपैड के पीछे नागल वाली रोड पर एक कार के अंदर महिला और पुरुष अचेत अवस्था में पड़े नजर आ रहे हैं. पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में दोनों मृत पाए गए. पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और आसपास तलाशी ली. लेकिन कोई भी ऐसी वस्तु नहीं पाई गई जिससे दोनों की मौत के मामले को सुलझाने में मदद मिल सके. हालांकि, पुलिस को कार की तलाशी में शराब की बोतल मिली. पुलिस की मानें तो दोनों की उम्र 45 से 50 वर्ष के बीच है. दोनों काठ बंगला क्षेत्र के रहने वाले थे. व्यक्ति वाहन चालक था, जबकि महिला विधवा थी. प्रारंभिक जांच में दोनों की मृत्यु का कारण गाड़ी में बैठकर लंबे समय तक AC चलाना पाया गया है.
पुलिस ने जांच में पाया: पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि दोनों के द्वारा अत्यधिक शराब का सेवन किया गया था. उसके बाद गाड़ी का इग्निशन ऑन था. पुलिस ने अपनी जांच और एक्सपर्ट की राय के बाद ये समझा है कि रात में गाड़ी का लगातार AC ऑन रहने से, गैस, तापमान का प्रभाव के साथ ही बंद गाड़ी मौत का कारण बनी. शुरुआती जांच में दोनों के द्वारा अत्यधिक शराब का सेवन भी सामने आया है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट: इसको लेकर हमने देहरादून के फिजिशियन डॉ. केके त्रिपाठी से बात की. उन्होंने बताया कि कार में लंबे समय तक AC खुला रखना तो खतरनाक है ही, इसके साथ ही शराब पीकर कार में सोना और भी ज्यादा खतरनाक हो जाता है. शराब पीकर गाड़ी में नींद आने की वजह से मौत की संभावना और अधिक बढ़ जाती है. चारों तरफ से गाड़ी बंद रहती है और हमारी मांसपेशी ऑक्सीजन नहीं ले पाती. ऐसे में कार्बन मोनोऑक्साइड हमारी बॉडी के लिए खतरनाक हो जाता है और तमाम शरीर के अंदरूनी अंग धीरे-धीरे काम करना बंद कर देते हैं. क्योंकि नशे की हालत में हमें ज्यादा कुछ महसूस नहीं होता और कार्बन मोनोऑक्साइड हमारे लिए खतरनाक हो जाती है.
डॉक्टर त्रिपाठी कहते हैं कि देहरादून में जो घटना घटी, अगर उसमें कोई दूसरा क्रिमिनल एंगल अब तक नहीं आया है, तो उस में मौत का कारण यही होगा. इसलिए ऐसा करने से हमेशा बचना चाहिए. डॉक्टर ने ये भी कहा कि, ऐसा नहीं है कि मौत सिर्फ उम्रदराज लोगों की ही हो, ऐसी गलती से किसी भी उम्र के व्यक्ति की मौत हो सकती है.
क्या करें: डॉक्टर त्रिपाठी कहते हैं कि सेंट्रल लॉकिंग की गाड़ी में अत्यधिक सावधानी बरतें. कई बार मुसीबत आने पर हमसे डोर भी नहीं खुल पाता है. क्योंकि हमारे हाथ पैर काम करना बंद कर देते हैं. इसीलिए सभी संभावनाओं को ध्यान में रखकर बैठें. गाड़ी में ज्वलनशील पदार्थ ना रखें और अगर आपको नशा हो गया है तो गाड़ी में नींद को पूरा ना करें.
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