रांची: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक की तीन दिवसीय वार्षिक बैठक रविवार को रांची में संपन्न हो गई. बैठक में संघ के आगे के कार्यक्रमों की जानकारी देने के लिए रविवार को रांची में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. इस दौरान आरएसएस के राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक की बैठक में संगठन दृष्टि से विस्तार से विचार-विमर्श किया गया है. उन्होंने कहा कि संघ का मूल उद्देश्य व्यक्तित्व निर्माण का रहा है.
"बीजेपी को संघ की जरूरत नहीं" सवाल पर प्रांत प्रचारक सुनील आंबेकर का जवाब
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा लोकसभा चुनाव के दौरान दिए गए इस बयान पर कि अब भारतीय जनता पार्टी को आरएसएस की जरूरत नहीं है से संबंधित पूछे गए सवाल पर सुनील आंबेकर ने कहा कि संघ चुनाव के समय लोकमत परिष्कार का काम करता है. उन्होंने लोकसभा चुनाव के नतीजों पर कहा कि लोकतंत्र में सबसे ऊपर जनता है और जनता का फैसला सबको स्वीकार करना चाहिए.
डेमोग्राफिक चेंज पर सुनील आंबेकर ने दी प्रतिक्रिया
वहीं डेमोग्राफिक चेंज को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में सुनील आंबेकर ने कहा कि आरएसएस का स्पष्ट मत है कि गलत तरीके से धर्मांतरण नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि कानून में भी इसकी व्याख्या की गई है और यह जबरदस्ती या गैर कानूनी नहीं होना चाहिए.जनसंख्या असंतुलन को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि संघ प्रमुख ने इस मामले में अपनी बात कह दी है और पूरे समाज को इस पर चिंता करनी चाहिए.
संविधान हत्या दिवस मनाने के निर्णय पर बोले संघ के प्रांत प्रचारक
25 जून को संविधान हत्या दिवस मनाने के केंद्र सरकार के फैसले को आरएसएस किस रूप में देखता है ?इस सवाल के जवाब में सुनील आंबेकर ने कहा कि संविधान में आपातकाल लगाना गलत था. लोकतंत्र में यह नहीं होना चाहिए .संघ ने समय-समय पर आपातकाल का विरोध भी किया है, लेकिन बाद के दिनों में लोकतंत्र की स्थापना देश में हुई है और देश आगे बढ़ रहा है.
आरएसएस किसी धर्म या धर्मावलंबियों के खिलाफ नहींःसुनील आंबेकर
सुनील आंबेकर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आरएसएस किसी खास धर्म या धर्मावलंबियों के खिलाफ है ऐसा परसेप्शन सार्वजनिक नहीं है.कुछ लोग कट्टर होते हैं तो कुछ लोग मानवतावादी होते हैं और हमारा मानना है कि देश के सभी लोगों के पूर्वजों का साझा इतिहास रहा है. उन्होंने कहा कि मणिपुर हिंसा को कम करने और वहां के लोगों को सहायता पहुंचाने के लिए संघ अपने तरीके से लगातार प्रयास कर रहा है.
युवाओं का संघ की ओर बढ़ रहा झुकावः सुनील आंबेकर
संघ शिक्षा पाठ्यक्रम में बदलाव की जानकारी देते हुए सुनील आंबेकर ने कहा कि बड़ी संख्या में युवा संघ से जुड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में 01 लाख से अधिक युवा संघ से जुड़े हैं, वहीं पिछले छह महीने में वेबसाइट के माध्यम से 66529 युवा संघ से जुड़े हैं.इनके लिए नए-नए दैनिक प्रशिक्षण और साप्ताहिक शाखा की व्यवस्था की जा रही है.
उन्होंने बताया कि अयोध्या अक्षत कार्यक्रम के दौरान महज 15 दिन में 5.75 लाख गांव तक हम पहुंचे थे. वहीं जहां-जहां हम नहीं पहुंच सके हैं वहां जागरण पत्रिका के माध्यम से पूरे समाज को साथ लेकर राष्ट्र निर्माण के संकल्प को पूरा किया जा रहा है.
सभी मंडल और बस्तियों में शाखा के कार्य को पहुंचाने का लक्ष्य
आरएसएस के राष्ट्रीय प्रचारक सुनील आंबेकर ने कहा कि देशभर में 73117 दैनिक शाखा और 27717 साप्ताहिक मिलन कार्यक्रम चल रहे हैं .आरएसएस के शताब्दी वर्ष में देश के सभी मंडल और बस्तियों में पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है.
अहिल्या देवी होल्कर के संदेश को घर-घर पहुंचाएगा आरएसएस
सुनील आंबेकर ने कहा कि अहिल्या देवी होल्कर के जन्म की तीसरी शताब्दी हम मना रहे हैं.विधवा होने का बाद पिछड़ा समाज से आनेवाली वीरांगना ने राजकाज संभाला और अपनी न्यायप्रियता और नुकसान पहुंचाये गए धार्मिक स्थलों का पुनःस्थापना किया. काशी से लेकर सोमनाथ तक उनके किए काम को देखा जा सकता है. इसलिए वीरांगना के संदेश को गांव-गांव तक ले जाने का कार्य 31 मई से शुरू है और इसमें तेजी लाई जाएगी.
गौ सेवा के साथ अब ग्राम विकास भी
आरएसएस के राष्ट्रीय प्रचारक सुनील आंबेकर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में गौ सेवा के साथ-साथ ग्राम विकास भी हो इसके लिए विशेष योजना बनाई जा रही है. गांव की स्थिति बेहतर बनाने के लिए शहर और कस्बों के युवा कम से कम 24 घंटे गांव में चलें इसका आह्वान किया जा रहा है.उन्होंने कहा कि आरएसएस का जोर सेवा के साथ-साथ स्वावलंबन पर भी है और वह पांच परिवर्तन के तत्वों को धरातल पर उतरना चाहता है. उन्होंने कहा कि चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए आरएसएस ने अपनी रुचि लोकसभा चुनाव में दिखाई थी. वैसे सीधे तौर पर राजनीति से संघ का कोई सरोकार नहीं है.
31 अगस्त से 02 सितंबर तक केरल में होगी बैठक
सुनील आंबेकर ने बताया कि आगामी 31 अगस्त से 2 सितंबर तक संघ के विभिन्न संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी की समन्वय बैठक केरल के पलक कर में आयोजित की जाएगी, जबकि अक्टूबर महीने में कार्यकारी मंडल की बैठक होगी.
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