गाजीपुर : कानपुर में 8 सितंबर की रात कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश के बाद बीते मंगलवार गाजीपुर में बलिया पैसेंजर को बेपटरी करने की कोशिश की गई. गाजीपुर सिटी व गाजीपुर घाट स्टेशन के मध्य रेलवे लाइन पर गिट्टी रखकर 05170 बलिया पैसेंजर को डीरेल करने की कोशिश की गई. पटरी पर लगभग 03 मीटर तक गिट्टियां बिछा दी गई थीं. ट्रेन पर पथराव भी किया गया. इस मामले में आरपीएफ ने तीन लोगों की गिरफ्तारी की गई है.
बताते हैं कि जब रात में प्रयागराज-बलिया पैसेंजर रात करीब 9.15 बजे वहां से गुजरी तो ड्राइवर को गिटियां रखे जाने का अहसास हुआ. इसी दौरान ट्रेन के इंजन पर पत्थर भी मारा गया. घटना के चालक ने स्टेशन पर इसकी जानकारी दी. इसके बाद स्टेशन मास्टर पवन कुमार ने आरपीएफ थाना गाजीपुर सिटी में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. आरपीएफ टीम को सूचना मिली कि तीन युवक घटनास्थल वाली जगह पर ही नशा करने आते हैं. इस पर आरपीएफ टीम ने जाल बिछाया और तीन युवकों को गिरफ्तार किया.
आरपीएफ की पूछताछ में तीनों ने स्वीकर किया कि उन्होंने ही घटना को अंजाम देने की कोशिश की. कहा कि नशे में होने के कारण ऐसा उन्होंने मजा लेने के लिए किया. तीनों की पहचान दानिश अंसारी पुत्र मुमताज अंसारी (18) निवासी चक फैज छतरी, गाजीपुर, सोनू कुमार (20) पुत्र शिव मूरत पता उपरोक्त, आकाश (22) पुत्र श्याम सुन्दर पता उपरोक्त के रूप में की गई. तीनों को शुक्रवार को रेलवे मजिस्ट्रेट वाराणसी के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.
आरोपियों की गिरफ्तारी में प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार, सहायक उप निरीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल राजेंद्र प्रसाद मौर्य, कृष्ण गोपाल शुक्ला, अजीत सिंह, दुष्यंत सिंह, रामजी यादव व सहायक उप निरीक्षक सीआईबी गुलाम वारिस सिद्दीकी ने सहयोग किया.
चौथी बड़ी साजिश: कानपुर शहर में पिछले एक माह के अंदर विभिन्न रेल रूटों पर ट्रेन को पलटाने की साजिश की तीन घटनाएं हो चुकी हैं. गाजीपुर की घटना चौथी है. ने 17 अगस्त को कानपुर में गुजैनी से भीमसेन के बीच झांसी अपलाइन रुट पर साबरमती एक्सप्रेस डिरेल हुई थी, जिसमें ट्रेन के 20 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. इसके बाद 5 सितंबर को गुजैनी पुल से ही ट्रैक पर एक ट्रक गिरता है, जिसके चलते आठ ट्रेनों का संचालन प्रभावित होता है. फिर कालिंदी को पलटाने की साजिश हुई.