लखनऊः डिलीवरी ब्वाय हत्या मामले में नया खुलासा हुआ है. महंगे मोबाइल फोन डिलीवरी से पहले का आडियो सामने आया है. जिसमें आरोपी डिलीवरी ब्याय का पर्सनल नम्बर मांगता है. बाद में पर्सनल नम्बर लेकर लगभग एक घण्टे इधर-उधर की बातें कर गुमराह करते हुए गलत जगह बुलाकर लैपटाप चार्जर के तार से गला घोंट कर डिलीवरी ब्वाय की हत्या कर देते हैं. डिलीवरी ब्वॉय की हत्या मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी गजानन ने सरेंडर कर दिया है. आरोपी ने किसी अन्य मामले में बुधवार को कुर्सी थाने में सरेंडर किया है. जबकि हत्या में शामिल एक अन्य आरोपी आकाश को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
बता दें कि चिनहट थाना क्षेत्र में 23 सितंबर को दो युवकों ने डिलीवरी करने आए ब्वाय की हत्या कर कर 85-85 हजार के दो मोबाइल लूट लिए थे. आरोपियों ने डिलीवरी ब्वाय की हत्या करने के बाद करीब 5 घण्टे लाश को छिपाये रखा था. इसके बाद रात होने पर शव को बैग में भरकर कार में रखा और इन्दिरा नहर में ले जाकर फेंक दिया था. एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम लगातार शव का तलाश कर रही हैं. लगभग 72 घण्टे बीतने के बाद भी अभी तक भरत का शव नहीं मिल पाया है. बारिश का मौसम होने के कारण इन्दिरा नहर में तेज बहाव है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि शव बहरकर दूर निकल गया है.
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि आरोपी गजानंद दुबे डिलीवरी ब्वाय का कार्य कर चुका है. उसे डिलीवरी से संबंधित कार्य की जानकारी थी. इसीलिए उसने अपने पड़ोस में रहने वाले हिमाशु कनौजिया के मोबाइल से मोबाइल फोन का आर्डर कराया था. डिलीवरी ब्याय को सही लोकेशन न बताने के बाद रात होने पर उसे गलत जगह बुलाकर उसकी हत्या करके मोबाइल फोन तथा उसके पास मौजूद रुपये लूट लिए थे.
![इंदिरा नहर में डिलीवरी ब्वाय के शव की तलाश जारी.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/02-10-2024/up-luc-02-delivery-boy-murder-case-photo-up10071_02102024193227_0210f_1727877747_916.jpg)
चिनहट निवासी गजेन्द्र ने दो मोबाइल फोन आर्डर किया था. 23 सितम्बर की रात आर्डर लेकर चिनहट निवासी भरत साहू डिलीवरी देने गया था. गजेन्द्र ने शातिराना तौर पर भरत का नम्बर लेकर उसे रांग लोकेशन आकाश के घर पर बुलाया. वहां पहुंचते ही उसे कमरे में ले गया और उसकी लैपटाप चार्जर के तार से गला घोंटकर हत्या कर दी. उधर, जब भरत साहू अपने घर नहीं पहुंचा तो परिजनो ने काफी खोजबीन के बाद 25 सितम्बर को गुमसुदगी की रिपोर्ट चिनहट में दर्ज कराई थी. डीसीपी ईस्ट शशांक सिंह ने बताया कि विवेचना के दौरान थाना प्रभारी को कुछ संदिग्ध लगने पर काल डिटेल व सर्विलांश के आधार पर जांच पड़ताल शुरू की. जिसमें शक के आधार पर आरोपी आकाश को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने पूरी घटना के बारे में बताया.