गाजीपुर: मुख्तार अंसारी की फातिमा रस्म में शरीक होने के लिए 17 महीने बाद अब्बास अंसारी कासगंज जेल से गाजीपुर स्थित घर पहुंच गया. बता दें कि अब्बास ने कोर्ट से 4 दिन का समय मांगा था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उसे 3 दिन का ही समय दिया है. मंगलवार की शाम पुलिस कड़ी सुरक्षा के बीच उसे जिला कारागार से गाजीपुर ले गई. मुख्तार अंसारी की 10 अप्रैल को पैतृक गांव में फातिमा रस्म है. अब्बास गाजीपुर जेल में 12 अप्रैल तक रहेगा. इस दौरान वो अपने परिजनों से मुलाकात करेगा. 13 अप्रैल को उसे वापस कासगंज जेल ले जाया जाएगा.
फातिहा पढ़ने के बाद अब्बास को गाजीपुर जिला कारागार ले जाया जाएगा. वहां उसे हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा जाएगा. अब्बास आज मुहम्मदाबाद स्थित कालीबाग कब्रिस्तान जाकर अपने पिता की कब्र पर फातिहा पढ़ेगा. पांच गाड़ियों के काफिले के साथ आज वह जिला जेल में दाखिल हो गया है. 11 और 12 अप्रैल को वह परिजनों से मुलाकात करेगा.
कल सुप्रीम कोर्ट ने दिया था आदेश
मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट से आदेश मिलते ही जिला कारागार प्रशासन को विधायक अब्बास अंसारी को गाजीपुर जेल भेजने का आदेश मिल गया. बता दें कि न्यायिक हिरासत में रहने के दौरान 28 मार्च को उत्तर प्रदेश में बांदा के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से मुख्तार अंसारी की मौत हो गई थी. अब्बास की तरफ से जनाजे में शामिल होने के लिए भी अर्जी लगाई गई थी.लेकिन, उस पर सुनवाई नहीं हो सकी थी.
बता दें कि अब्बास अंसारी के जेल से बाहर निकलते ही पुलिस और भी सतर्क हो गई. कोर्ट के आदेशानुसार पुलिस मीडिया को अब्बास से नहीं मिलने देगी. इसको लेकर अफजाल अंसारी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. अफजाल अंसारी ने कहा है कि हम न्यायालय के इस आदेश का सम्मान करते हैं.