मुंबई: महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर स्थित जिला परिषद स्कूल के 80 छात्रों को पोषण आहार कार्यक्रम के तहत बिस्किट खाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया. स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, केकेट जलगांव गांव के स्कूल में शनिवार सुबह करीब 8.30 बजे बच्चों को मतली और उल्टी की समस्या होने लगी. शिकायत के बाद गांव के प्रधान और प्रशासन के अधिकारी स्कूल पहुंचे और छात्रों को अस्पताल ले जाने की व्यवस्था की.
इस संबंध में अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ बाबासाहेब घुघे ने बताया कि बिस्किट खाने के बाद 257 छात्रों में फूड पॉइजनिंग के लक्षण दिखे. इनमें से 153 को अस्पताल लाया गया और कुछ का इलाज करके उन्हें घर भेज दिया गया है.
मामले की जांच जारी
मीडिया रिपोर्ट के मुकाबिक उन्होंने यह भी बताया कि गंभीर लक्षण वाले सात छात्रों को आगे के इलाज के लिए छत्रपति संभाजीनगर सिविल अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. जानकारी के मुताबिक स्कूल में कुल 296 छात्र हैं और फूड पॉइजनिंग के कारणों की जांच चल रही है.
यूपी में फूड पॉइजनिंग से एक छात्र की मौत
इससे पहले 8 अगस्त को उत्तर प्रदेश के बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में कक्षा 8 के छात्र शिवम यादव की फूड पॉइजनिंग से मौत हो गई थी. उसे महर्षि देवराहा बाबा मेडिकल कॉलेज से स्थानांतरित किया गया था. बता दें कि शिवम उन 90 छात्रों में शामिल था, जो रविवार शाम को देवरिया के बरियारपुर में दीन दयाल उपाध्याय आश्रम पद्धति स्कूल के छात्रावास में खाना खाने के बाद बीमार हो गए थे.
उन्हें महर्षि देवराहा बाबा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. देवरिया के समाज कल्याण अधिकारी ने स्कूल में भोजन की सप्लाई करने वाली फर्म के खिलाफ मामला दर्ज कराया है और मेस संचालन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक स्कूल मेस में परोसे गए पूड़ी-छोले खाने से छह दर्जन से ज़्यादा छात्र बीमार हो गए थे और छात्रों ने पेट दर्द और उल्टी की शिकायत की थी. स्कूल प्रशासन ने उन्हें इमरजेंसी दवा दी थी, लेकिन सोमवार सुबह छात्रों की संख्या बढ़कर 90 हो गई और उन्हें देवरिया के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराना पड़ा.