देहरादून: उत्तराखंड चारधाम की यात्रा जोरों शोरों से चल रही है. मानसून सीजन शुरू होने से पहले ही बढ़-चढ़कर श्रद्धालु धामों में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. वर्तमान स्थिति यह है कि रोजाना करीब 60 हजार श्रद्धालु चारों धामों का दर्शन कर रहे हैं. इस बीच चारधाम में मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. इस चारधाम यात्रा के दौरान धामों में श्रद्धालुओं की मौतों का आकड़ा 100 के पार हो गया है. सबसे अधिक केदारनाथ धाम में 49 श्रद्धालुओं की अभी तक मौत हो चुकी है. लगातार बढ़ रहे मौतों के आंकड़ों ने शासन- प्रशासन की चुनौतियों को और अधिक बढ़ा दिया है.
उत्तराखंड चारधाम यात्रा के दौरान अभी तक 19,10,919 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. जिसमें से केदारनाथ धाम में 7,48,348 श्रद्धालु, बदरीनाथ धाम में 4,72,065 श्रद्धालु, यमुनोत्री धाम में 3,46,545 श्रद्धालु और गंगोत्री धाम में 3,39,892 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. ऐसे में संभावित 20 जून से मानसून के दस्तक के बाद यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओ की संख्या में कमी होने की भी संभावना है. यही वजह है कि मानसून सीजन शुरू होने से पहले धार्मों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है.
चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के बीच श्रद्धालुओ के मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. मौजूदा स्थिति यह है कि 10 मई से चार धाम की यात्रा शुरू होने के बाद 9 जून तक यानी एक महीने के भीतर 100 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार पिछले एक महीने में 100 श्रद्धालुओं की चारों धामों में मौत हो चुकी है. जिसमें से केदारनाथ धाम में 49, बदरीनाथ धाम में 22, यमुनोत्री धाम में 22 और गंगोत्री धाम में 7 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. ये सभी मौतें हृदय गति रुकने से हुई है.