तिरूवनंतपुरम: तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) बोर्ड के सदस्य भानुप्रकाश रेड्डी ने तिरुमाला मंदिर में कथित परकामनी घोटाले की गहन जांच की मांग की है. रेड्डी ने कहा कि परकामनी में 100 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है और अब समय आ गया है कि दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए.
टीटीडी बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के चेयरमैन को औपचारिक ज्ञापन में रेड्डी ने विदेशी मुद्रा दान के प्रबंधन में गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाया और तत्काल जांच की मांग की. रेड्डी ने आरोप लगाया, "मुझे ऐसे पुख्ता सबूत मिले हैं, जो सीवी रविकुमार की ओर इशारा करते हैं, जिन्हें पेड्डा जियार की ओर से विदेशी मुद्रा गिनने का काम सौंपा गया था. वह कई वर्षों से 200 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की हेराफेरी कर रहे हैं. यह जनता के साथ विश्वासघात है."
उन्होंने आगे कहा कि रविकुमार ने अपने शरीर में एक गुप्त संदूक इम्प्लांट करने के लिए सर्जरी करवाई थी, जिससे वह बिना किसी डिटेकशन के करेंसी की तस्करी कर सकता थे. रेड्डी ने कहा, "सिक्योरिटी सिस्टम को दरकिनार करने की हिम्मत एक सुनियोजित साजिश को दर्शाती है."
रविकुमार कैश ले जाते पकड़ा
रेड्डी के अनुसार 29 अप्रैल 2023 को रविकुमार को श्रीवारी हुंडी से कैश ले जाते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था. उन्होंने कहा कि सहायक सुरक्षा अधिकारी सतीश कुमार द्वारा शिकायत दर्ज कराने और एफआईआर दर्ज होने के बावजूद उनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई. इसके बजाय, सितंबर 2023 में लोक अदालत में एक संदिग्ध समझौता किया गया. यह अस्वीकार्य है.
100 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करने का आरोप
उन्होंने पुलिस और टीटीडी के पूर्व अध्यक्ष के साथ मिलकर टीटीडी के कुछ अधिकारियों पर रविकुमार को धमकाने और संदिग्ध परिस्थितियों में 100 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा, "इस कवर-अप में मिलीभगत की बू आती है और हम अपनी निगरानी में इस तरह की बेईमानी को जारी नहीं रहने दे सकते."
रेड्डी ने आगे कहा, "मैं इस घोटाले की तत्काल जांच की मांग करता हूं. भक्तों द्वारा दान किया गया हर रुपया पवित्र है और इसका हिसाब होना चाहिए. इसमें शामिल व्यक्तियों को, चाहे वे किसी भी पद पर हों, कानून का सामना करना चाहिए."
उन्होंने टीटीडी बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज से मंदिर के वित्त की पवित्रता की रक्षा के लिए कड़े उपाय लागू करने का आग्रह किया. रेड्डी ने कहा, "यह केवल पैसे के लिए नहीं है. यह उन लाखों भक्तों की आस्था की रक्षा को लेकर है, जो अपने चढ़ावे के लिए हम पर भरोसा करते हैं."