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74 সংখ্যক ৰাষ্ট্ৰসংঘৰ সাধাৰণ পৰিষদৰ বৈঠকলৈ প্ৰধানমন্ত্ৰী মোডী - 'হাউদি মোডী'

74 সংখ্যক ৰাষ্ট্ৰসংঘৰ সাধাৰণ পৰিষদৰ বৈঠকত অংশগ্ৰহণ কৰিবলৈ নিউয়ৰ্কত উপস্থিত প্ৰধানমন্ত্ৰী মোডী ৷ 'হাউদি মোডী' অনুষ্ঠানত প্ৰবাসী ভাৰতীয়সকলৰ লগত মিলিত হৈ প্ৰধানমন্ত্ৰীগৰাকী উৰা মাৰে নিউয়ৰ্ক অভিমুখে ৷

74 সংখ্যক ৰাষ্ট্ৰসংঘৰ সাধাৰণ পৰিষদৰ বৈঠকলৈ প্ৰধানমন্ত্ৰী মোডী
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Published : Sep 23, 2019, 3:19 PM IST

ইন্টাৰনেশ্যনেল ডেস্ক, 23 ছেপ্টেম্বৰঃ নিউয়ৰ্কৰ স্থানীয় সময় অনুযায়ী দেওবাৰে নিশা 74 সংখ্যক ৰাষ্ট্ৰসংঘৰ সাধাৰণ পৰিষদৰ বৈঠকত অংশগ্ৰহণ কৰিবলৈ নিউয়ৰ্কত উপস্থিত প্ৰধানমন্ত্ৰী মোডী ৷ প্ৰায় 50,000 প্ৰবাসী ভাৰতীয়ক উদ্দেশ্যি আমেৰিকাৰ হাষ্টনৰ NRG ষ্টেডিয়ামত 'হাউদি মোডী' অনুষ্ঠানত উদাত্ত ভাষণৰে বিশ্ববাসীৰ মন জয় কৰে প্ৰধানমন্ত্ৰী গৰাকীয়ে ৷ এই অনুষ্ঠানত প্ৰধানমন্ত্ৰী মোডীৰ লগতে উপস্থিত থাকে মাৰ্কিন যুক্তৰাষ্ট্ৰৰ ৰাষ্ট্ৰপতি ড’নাল্ড ট্ৰাম্প ৷ 'হাউদি মোডী' অনুষ্ঠানত প্ৰবাসী ভাৰতীয়সকলৰ লগত মিলিত হৈ প্ৰধানমন্ত্ৰীগৰাকী উৰা মাৰে নিউয়ৰ্ক অভিমুখে ৷
নিশা প্ৰায় 10 মান বজাত জে এফ কে আন্তঃৰাষ্ট্ৰীয় বিমান বন্দৰত উপস্থিত হয় ৷ এই পাচঁ দিনীয়া ভ্ৰমণ কালত প্ৰধানমন্ত্ৰীগৰাকীয়ে দ্বিপাক্ষিক আৰু বহুপাক্ষিক কাৰ্যসূচী লৈ আলোচনা কৰিব ৷ ইয়াৰ উপৰিও সন্মিলনত অতি গুৰুত্বপূৰ্ণ 9 টা ভাষণ প্ৰদান কৰিব প্ৰধানমন্ত্ৰী গৰাকীয়ে ৷

74 সংখ্যক ৰাষ্ট্ৰসংঘৰ সাধাৰণ পৰিষদৰ বৈঠকলৈ প্ৰধানমন্ত্ৰী মোডী
এই সময়চোৱাত প্ৰায় 75 খন দেশৰ ৰাষ্ট্ৰপ্ৰধানৰ লগতে বৈদেশিক মন্ত্ৰীৰে মিলিত হ’ব প্ৰধানমন্ত্ৰী মোডী,কেন্দ্ৰীয় বৈদেশিক পৰিক্ৰমা মন্ত্ৰী এচ. জয়শংকৰ আৰু ৰাজ্যিক বৈদেশিক পৰিক্ৰমা মন্ত্ৰী ভি. মুৰুলীধৰণ ৷

সোমবাৰে প্ৰধানমন্ত্ৰী গৰাকীয়ে এখন উচ্চ পৰ্যায়ৰ 'CLIMATE ACTION SUMMIT'ত অংশগ্ৰহণ কৰিব ৷ ৰাষ্ট্ৰসংঘৰ সচিব প্ৰধান এন্টনিয় গুটাৰ্চে আঁতধৰিব লগীয়া এই সন্মিলনখন ৰাষ্ট্ৰসংঘৰ সাধাৰণ পৰিষদৰ কক্ষত অনুষ্ঠিত হ’ব ৷
এই বৈঠকত পৰিৱেশ আৰু জলবায়ু সম্পৰ্কে আলোচনা কৰিবলৈ 63খন দেশক আমন্ত্ৰণ জনোৱা হৈছে ৷ জলবায়ু সংৰক্ষণৰ ক্ষেত্ৰত কি পদক্ষেপ লোৱা হ’ব সেই বিষয়ে এই সন্মিলনত আলোচনা কৰা হ’ব ৷

ইন্টাৰনেশ্যনেল ডেস্ক, 23 ছেপ্টেম্বৰঃ নিউয়ৰ্কৰ স্থানীয় সময় অনুযায়ী দেওবাৰে নিশা 74 সংখ্যক ৰাষ্ট্ৰসংঘৰ সাধাৰণ পৰিষদৰ বৈঠকত অংশগ্ৰহণ কৰিবলৈ নিউয়ৰ্কত উপস্থিত প্ৰধানমন্ত্ৰী মোডী ৷ প্ৰায় 50,000 প্ৰবাসী ভাৰতীয়ক উদ্দেশ্যি আমেৰিকাৰ হাষ্টনৰ NRG ষ্টেডিয়ামত 'হাউদি মোডী' অনুষ্ঠানত উদাত্ত ভাষণৰে বিশ্ববাসীৰ মন জয় কৰে প্ৰধানমন্ত্ৰী গৰাকীয়ে ৷ এই অনুষ্ঠানত প্ৰধানমন্ত্ৰী মোডীৰ লগতে উপস্থিত থাকে মাৰ্কিন যুক্তৰাষ্ট্ৰৰ ৰাষ্ট্ৰপতি ড’নাল্ড ট্ৰাম্প ৷ 'হাউদি মোডী' অনুষ্ঠানত প্ৰবাসী ভাৰতীয়সকলৰ লগত মিলিত হৈ প্ৰধানমন্ত্ৰীগৰাকী উৰা মাৰে নিউয়ৰ্ক অভিমুখে ৷
নিশা প্ৰায় 10 মান বজাত জে এফ কে আন্তঃৰাষ্ট্ৰীয় বিমান বন্দৰত উপস্থিত হয় ৷ এই পাচঁ দিনীয়া ভ্ৰমণ কালত প্ৰধানমন্ত্ৰীগৰাকীয়ে দ্বিপাক্ষিক আৰু বহুপাক্ষিক কাৰ্যসূচী লৈ আলোচনা কৰিব ৷ ইয়াৰ উপৰিও সন্মিলনত অতি গুৰুত্বপূৰ্ণ 9 টা ভাষণ প্ৰদান কৰিব প্ৰধানমন্ত্ৰী গৰাকীয়ে ৷

74 সংখ্যক ৰাষ্ট্ৰসংঘৰ সাধাৰণ পৰিষদৰ বৈঠকলৈ প্ৰধানমন্ত্ৰী মোডী
এই সময়চোৱাত প্ৰায় 75 খন দেশৰ ৰাষ্ট্ৰপ্ৰধানৰ লগতে বৈদেশিক মন্ত্ৰীৰে মিলিত হ’ব প্ৰধানমন্ত্ৰী মোডী,কেন্দ্ৰীয় বৈদেশিক পৰিক্ৰমা মন্ত্ৰী এচ. জয়শংকৰ আৰু ৰাজ্যিক বৈদেশিক পৰিক্ৰমা মন্ত্ৰী ভি. মুৰুলীধৰণ ৷

সোমবাৰে প্ৰধানমন্ত্ৰী গৰাকীয়ে এখন উচ্চ পৰ্যায়ৰ 'CLIMATE ACTION SUMMIT'ত অংশগ্ৰহণ কৰিব ৷ ৰাষ্ট্ৰসংঘৰ সচিব প্ৰধান এন্টনিয় গুটাৰ্চে আঁতধৰিব লগীয়া এই সন্মিলনখন ৰাষ্ট্ৰসংঘৰ সাধাৰণ পৰিষদৰ কক্ষত অনুষ্ঠিত হ’ব ৷
এই বৈঠকত পৰিৱেশ আৰু জলবায়ু সম্পৰ্কে আলোচনা কৰিবলৈ 63খন দেশক আমন্ত্ৰণ জনোৱা হৈছে ৷ জলবায়ু সংৰক্ষণৰ ক্ষেত্ৰত কি পদক্ষেপ লোৱা হ’ব সেই বিষয়ে এই সন্মিলনত আলোচনা কৰা হ’ব ৷

Intro:वर्धा
असाईनबाय साठे सर/ मनोज सर
स्पेशल स्टोरी


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यात तीन व्हिज्वल आहे, 2 बाइट फाइल, एक पीटीसी आहे.


गांधी 150 निमित्य नॅशनलसाठी

हिंदी स्क्रिप्ट पण पाठवतो

एक 'कुटी' जिने जगाला शांतीची अनुभूती करून दिली.


महात्मा गांधी यांची बापू कुटी हे सेवाग्राम आश्रमातील आकर्षण असलेले स्थळ. अनेक पर्यटक अभ्यासक, गांधीवादी जिथे नतमस्तक होऊन गांधी समजून घेतात असतात. ही मातीच्या भिंती, लाकडी बांबू आणि कवलारू छत अशी संधी सुधी निर्माण असलेली वास्तू कुटी गांधीजीनमुळे पावन उर्जावना भूमी झाली.

सेवाग्राम आश्रम हे सेंगाव येथे मिस स्लेड म्हणजे मिराबेन यांनी बापूंच्या सांगण्यावरुन या जागेचा शोध सुरू केला. त्यांना खेड्याचे आकर्षण होते. म्हणून 1935 मध्ये सेंगाव म्हणजेच सेवाग्राम येथे येऊन एका कुटीत राहू लागल्यात. इथे राहून साफसफाई करत त्या राहत. गांधीजींना खेड्याकडे चला असा नारा दिला तेव्हा त्यांना पसंत पडेल असे हे ठिकाण ठरले. सुरवातीला जंगल परिसर होता. शांत कोणीच इथे राहत नसे. बापुना साधं जिवन जगण्यासाठीं अश्याच जागेची गरज होती. 1936 मध्ये इथे आल्यावर सुरवातीला जरी आदिनीवास येथे दीड वर्ष राहिले असले तरी पुढील 8 वर्ष याच बापू कुटीत ते राहत होती. जिथे सर्वात पहिले मिराबेन राहत असत. यानंतर व्याप वाढत गेल्याने बापूचे कामकाज चालणारे कार्यलय सुद्धा बांधण्यात आले. याला बापू का दफतर म्हणतात.

बापू जिथे बसायचे त्याचा मागे आणि पुढे एक छोटी खोली असायची मागे मुख्य सचिव महादेव भाई बसायचे तर पुढीव भगत त्यांना भेटायला येणारे लोग बसायचे. याच ठिकाणी लाईन नसल्याने कंदिलाच्या प्रकाशात बापू वाचन करत. आजही तो कंदील आणि रामायण बायबल आणि कुराण हे तिन्ही ग्रंथ ठेवलेले छोटे कपातट या कुटीत आहे. याच बापू कुटीत महादेव भाई बसायचे त्याचा बाजूला एका काचेच्या पेटीत बापूच्या वापरातील 18 वस्तू होत्या. यात गांधी चष्मा चोरी गेल्यानंतर 17 वस्तूंची यादी लावण्यात आलेली आहे. यात लाकडी, गारगोटीचे पेपर वेट, नकली दात ठेवण्याचे भांडं, थुकदान, पेन पेन्सिल स्टॅन्ड, तीन बंदरांची मूर्ती आहे जी भेट दिली असल्याचे आश्रमवासी सांगतात. याचा संबंध सांगतात गांधीजींचा 11 व्रत असून त्याला प्रेरणा देणारी ही मूर्त होती असे सांगितले जाते. तसेच सुई दोरा, पेटी चरखा, जपमाला लाकडी करंडक, संगमरमरी पेपवरवेट, अंग घासनी आदी वस्तू ठेवून आहे. तसेच खडाऊ आणि फिरायला जातांना काठी वापायरचे ते काठी ठेवून होती.

यासह ही कुटी मातीची असल्याने सर्व भाग मातीचा आहे. पण यातील एक छोटी खोली जिथे राजकुमारी अमृता कौर या राहिल्या होत्या. त्यांना धुळीची एलर्जी असल्याने एक रूमला सिमेंटचे फ्लोरिंग केले आहे.

तसेच बापूचे शौचालय आहे. इथे अजगी त्यांच्या वापरातील सहित्य ठेवून आहे. तसेच मालिश करण्याचा टेबल आहे. इथे बापू काहींचे प्राकृतिक पद्धतीने उपचार करत असे.


आजही ही कुटी शेणाने सारवण केले जाते. भिंती मातीच्या असल्याने पावसाळ्याचा दिवसात भिंतींना सिंधीच्या पानाचा आच्छादन दिले जाते. यामुळे पावसाचे पाणी हे भिंती पर्यंत पोहचत नाही आणि संरक्षण होते.

याला लागूनच बापूचे दफतर आहे. इथे दोन टाईपरायटर ठेवलेले आहे. त्या काळात महादेवभाई आणि मिराबेन टायपिंगचे काम करत असे. जंगली परिसर असल्याने लाकडी चिमटा आणि साप पकडून सोडण्यासाठी पेटी इथे ठेवण्यात आली आहे. तसेच लॉर्ड लिन लिथ गो यांनी महात्मा गांधींशी संपर्क करायला हॉटलाईन लावला होता. जेणेकरुन एखाद्यावेळी महत्वाच्या विषयावर चर्चा करण्यासाठी या जागेचा उपयोग केला जात असे.

बापू कुटीत महात्मा गांधीं हे आठ वर्षे राहिले. या काळात इथे बापू राहत असताना सर्वसामान्य प्रमाणे राहणी स्वीकारली होती. बापूंचे जीवन हे अगदी साधी राहणी होती. त्यांचा आहार साधा असायचा आणि स्वछता प्रिय होती. महात्मा गांधी यांनी व्यक्तिगत जीवनासाठी ‘एकादश’ व्रत सांगितले. मानव जीव जगत असतांना सत्य, अहिंसा, शरीरश्रम, आस्वाद, ब्रम्हचर्य, अपहिग्रह, सर्वधर्म समभाव, स्वदेशी, स्पर्शभावना आणि सर्वत्र भय वर्जन याला ससमावून घेतले पाहिजे. अश्याप्रकारे प्रत्येकाने जीवन जगण्याचा प्रयत्न केल्यास समाजातील वाईट भावना दूर होण्यास मदत होईल हा संदेश दिला. त्याचा जीवनमान याच व्रताचा अवती भवती असायचे. माझे जीवन माझा संदेश असल्याचेही ते म्हणत.

हेच जीवन जगताना देशाला सत्य अहिंसेची ताकद देण्याचे काम याच कुटीतून झाले याच्यावर विश्वास बसणार नाही. भविष्यात महात्मा गांधी सारखा एखादा हाडा मासाचा माणूस होता यावरच पुढच्या पिढीचा कदाचित विश्वास नसले असे मत प्रसिद्ध वैज्ञानिक अल्बर्ट आईन्स्टाईन यांनी व्यक्त केले होते. पण असे असले तरी गांधी पुढच्या पिढीला कळावे यासाठी आश्रम प्रतिष्ठान प्रयत्न करत आहेत यात शंका नाही.Body:पराग ढोबळे,वर्धा.Conclusion:
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