নিউজ ডেস্ক, 23 আগষ্টঃ ছেপ্টেম্বৰত হ'বলগীয়া JEE ( Joint Entrance Examination) আৰু NEET ( National Eligibility cum Entrance Test ) পৰীক্ষাসমূহ বাতিল কৰিবলৈ কেন্দ্ৰীয় চৰকাৰক অনুৰোধ আম আদমি পাৰ্টিৰ জ্যেষ্ঠ নেতা তথা দিল্লীৰ শিক্ষামন্ত্ৰী মনিশ ছিছ'দিয়াৰ ৷
"JEE-NEET পৰীক্ষাৰ আঁৰত কেন্দ্ৰীয় চৰকাৰে নিযুত শিক্ষাৰ্থীৰ জীৱনৰ সৈতে হেতালি কৰি আছে ৷ মই চৰকাৰক শীঘ্ৰে এই পৰীক্ষা বাতিল কৰাৰ লগতে এই বৰ্ষৰ নামভৰ্তিৰ বাবে বিকল্প ব্যৱস্থা গ্ৰহণ কৰিবলৈ অনৰোধ জনাইছো ৷ এই অভূতপূৰ্ব সংকটৰ সময়ছোৱাত এক অভূতপূৰ্ব সমাধান লোৱাটো উচিত" বুলি টুইটাৰৰ জৰিয়তে প্ৰকাশ কৰে মনিশ ছিছ'দিয়াই ৷
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ये सोच कि केवल NEET-JEE परीक्षा ही एडमिशन का एकमात्र विकल्प है, बेहद संकुचित और अव्यवहारिक सोच है.
— Manish Sisodia (@msisodia) August 22, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
दुनिया भर में शिक्षण संस्थान एडमिशन के नए नए तरीक़े अपना रहे हैं. हम भारत में क्यों नहीं कर सकते? बच्चों की ज़िंदगी प्रवेश परीक्षा के नाम पर दांव पर लगाना कहाँ की समझदारी है?
">ये सोच कि केवल NEET-JEE परीक्षा ही एडमिशन का एकमात्र विकल्प है, बेहद संकुचित और अव्यवहारिक सोच है.
— Manish Sisodia (@msisodia) August 22, 2020
दुनिया भर में शिक्षण संस्थान एडमिशन के नए नए तरीक़े अपना रहे हैं. हम भारत में क्यों नहीं कर सकते? बच्चों की ज़िंदगी प्रवेश परीक्षा के नाम पर दांव पर लगाना कहाँ की समझदारी है?ये सोच कि केवल NEET-JEE परीक्षा ही एडमिशन का एकमात्र विकल्प है, बेहद संकुचित और अव्यवहारिक सोच है.
— Manish Sisodia (@msisodia) August 22, 2020
दुनिया भर में शिक्षण संस्थान एडमिशन के नए नए तरीक़े अपना रहे हैं. हम भारत में क्यों नहीं कर सकते? बच्चों की ज़िंदगी प्रवेश परीक्षा के नाम पर दांव पर लगाना कहाँ की समझदारी है?
লগতে পঢ়কঃ বান বিধ্বস্ত পৰিয়ালক সংস্থাপন দিয়াৰ দাবী জনগোষ্ঠীয় সংগঠনৰ
সমগ্ৰ বিশ্বৰ শিক্ষা প্ৰতিষ্ঠানসমূহে নামভৰ্তিকৰণৰ নতুন পদ্ধতি গ্ৰহণ কৰিছে ৷ গতিকে তেনেধৰণৰ এক ব্যৱস্থা আমি ভাৰতত ল'ব নোৱাৰো নেকি? প্ৰৱেশিকা পৰীক্ষাৰ নামত শিক্ষাৰ্থীৰ জীৱনৰ লগত হেতালি কৰাটো কিমান দূৰ গ্ৰহণযোগ্য বুলিও মন্তব্য কৰে ছিছ'দিয়াই ৷
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आज 21वीं सदी के भारत में हम एक प्रवेश परीक्षा का विकल्प नहीं सोच सकते! यह सम्भव नहीं है.
— Manish Sisodia (@msisodia) August 22, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
केवल सरकार की नीयत छात्रों के हित में सोचने की होनी चाहिए NEET-JEEE की जगह सुरक्षित तरीक़े तो हज़ार हो सकते हैं.
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— Manish Sisodia (@msisodia) August 22, 2020
केवल सरकार की नीयत छात्रों के हित में सोचने की होनी चाहिए NEET-JEEE की जगह सुरक्षित तरीक़े तो हज़ार हो सकते हैं.आज 21वीं सदी के भारत में हम एक प्रवेश परीक्षा का विकल्प नहीं सोच सकते! यह सम्भव नहीं है.
— Manish Sisodia (@msisodia) August 22, 2020
केवल सरकार की नीयत छात्रों के हित में सोचने की होनी चाहिए NEET-JEEE की जगह सुरक्षित तरीक़े तो हज़ार हो सकते हैं.
মনিশ ছিছ'দিয়াই কয় যে, একবিংশ শতিকাত ভাৰতত কেৱল প্ৰৱেশিকা পৰীক্ষাই একমাত্ৰ উপায় হ'ব নোৱাৰে ৷ আমি হাজাৰ হাজাৰ নিৰাপদ পদক্ষেপ গ্ৰহণ কৰিব পাৰো ৷ কেৱল চৰকাৰৰ অভিপ্ৰায় JEE-NEET পৰীক্ষাৰ সলনি শিক্ষাৰ্থীৰ নিৰাপদ ব্যৱস্থা হোৱাটো উচিত ৷
উল্লেখ্য যে, ইয়াৰ পূৰ্বে NTA ( National Testing Agency)য়ে ছেপ্টেম্বৰত JEE-NEET পৰীক্ষাসমূহ অনুষ্ঠিত হ'ব বুলি ঘোষণা কৰিছিল ৷